RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
मैने बेड पर ज़बरदस्ती थोड़ी ज़्यादा जगह बनाते हुए, तान्या के हिप्स को पकड़ के उठा दिया, अब उसकी गान्ड मेरी जांघों पर रखी थी, और उसके पैर मेरे पीछे हो गये थे. मैं अब अपने हिप्स को ढंग से हिला के, ठीक से झटके लगा पा रहा था, जिस से तान्या के जी-स्पॉट को छू कर (जब पहली बार छुआ तभी समझ में आ गया) तान्या में जोरदार उत्तेजना पैदा हो रही थी. हर बार जैसे ही मेरे लंड उस स्पेशल जगह को छूता, उसके मूँह से सिसकी निकल जाती और उसके पैर तनाव में आकर खींच जाते. आख़िरकार उसने किसी तरह अपने पैर मेरी कमर के गिर्द लपेट लिए.
करीब 3 मिनिट उसी पोज़िशन में रहने के बाद, मुझे एहसास हुआ कि तान्या की चूत बाहर उभर के मेरी तरफ देख रही है. मैं उसकी दोनो चूंचियों को मसल रहा था, मैं अपना दाँया हाथ उसके शरीर की कोमल त्वचा पर उंगलियाँ फिराता हुआ नीचे लाने लगा, तान्या ने मेरी तरफ आँखों में आँखें डाल के देखा. मैने उसकी चूत के दाने पर उंगली लगाई ही थी कि तान्या सिसकी, "ओह गॉड!"
"अच्छा लगा?"
मेरी उंगलियाँ तान्या की चूत के दाने पर घूम रही थी और वो हल्के हल्के गुर्राते हुए कह रही थी, "ओह राज, ऐसे ही करते रहो! ओह शिट बहुत मज़ा आ रहा है! ओह यआः, अपना लंड मेरी चूत में डाल के हिलाते रहो और इस को ऐसे ही घिसते रहो प्लीज़."
मैं थोड़ा मुस्कुराया और उसकी चूत के दाने को थोड़ा और ज़ोर से मसल्ने लगा, बीच बीच में उस छोटे से बटन को अपनी पहली उंगली और अंगूठे के बीच लेकर पकड़ के हल्का सा पिंच कर देता. मेरी इन हरकतों ने तान्या पर गजब का असर किया था, मेरे टट्टों के अंदर गोलियों में भी उबाल आने लगा था. मैं इतना जल्दी नही झड़ना चाहता था, और चाहता था कि मैं जब भी झडू तो तान्या मुझसे फिर से चुदने के लिए भीख माँगे.
तान्या अब ज़ोर ज़ोर से साँसें ले रही थी, और जैसे ही मेरा लंड उस जगह को छूता उसके मूँह से सिसकी निकल जाती, "उंघ!", या ऐसा ही कुछ और. मैं चूत के दाने को अब भी मसल रहा था, मेरे हिप्स के झटके अब थोड़े छोटे हो गये थे, क्यों कि मैं तान्या की उत्तेजना वाली जगह पर ज़्यादा ध्यान दे रहा था. करीब 30-40 बार "उंघ" आवाज़ निकालने के बाद, तान्या चिल्ला उठी "ओह शिट! ओह राज, मैं बस छूटने वाली हूँ! ओह! ओह! हां राज ऐसे ही... हां... हां...ऐसे... ओह राज!"
तान्या को ऐसी हालत में, और उसी अंदाज में चोदते रहना मुश्किल ही नही शायद नामुमकिन था, लेकिन मैने किसी तरह जारी रखा. तान्या ने अपने हाथो की उंगलियाँ मेरी जांघों में गढ़ा रखी थी, मैने नीचे देखा तो तान्या के चेहरे पर चरम सुख के तृप्ति भरे बाव थे. जब मुझे विश्वास हो गया कि तान्या अब पूरी तरह झड चुकी है, मैने अपनी उंगलियाँ उसकी चूत के दाने से हटाई, और अपने लंड को उसकी चूत में पूरा घुसेड दिया.
तान्या ने अपनी आँखें झपकाते हुए खोली और फिर वो मुझे ढूँढने लगी. मेरे चेहरे को देख के उसने एक संतुष्टि भरी साँस बाहर छोड़ी और फिर गहरी साँस अंदर ली. "वाउ! मज़ा आ गया! डिल्डो से कहीं ज़्यादा मज़ा आया, मैने बहुत बार डिल्डो अपने अंदर लिया है लेकिन ऐसा मज़ा पहले कभी नही आया. आज सबसे अच्छी तरह हुई हूँ.
"थॅंक्स, तान्या."
"ओह नो, राज, थॅंकयू तो मुझे बोलना चाहिए! लेकिन एक बात बताओ, ये जो तुम अपना मेरे अंदर मज़े से घुसा के बैठे हो, ये अब दोबारा पानी कब छोड़ेगा? आइ मीन... मुझे मालूम है... अभी थोड़ी देर पहले ही मैने इसका निकाला हुआ ढेर सारा पानी पिया है, लेकिन कोई भी लड़की थोड़े टाइम बाद कन्फ्यूज़ हो ही जाएगी, अगर वो किसी लड़के का पानी अपनी चूत में लंड डलवाने के बाद भी नही निकाल पाए.
राज: तान्या, तुम बेकार में परेशान मत हो, मैं जब पानी छोड़ूँगा तो तुम्हारी पूरी चूत को पानी से भर दूँगा, लेकिन ये जो तुमने एक मौका दिया है, उसे मैं पूरी तरह एंजाय करना चाहता हूँ.
"ऑश्ह्ल ... शायद मैने कुछ ज़्यादा जल्दी डिसिशन ले लिया, बस एक बार करने का बोल के." तान्या ने नीचे की तरफ देखा, जहाँ हमारे दो शरीर एक दूसरे के साथ जुड़े हुए थे, उसकी शरीर में बिजली दौड़ गयी, और फिर शरमाते हुए मेरी तरफ देखा. "हम कुछ ऐसा बीच का रास्ता निकालते हैं, जो दोनो को सूट करे!"
"ये बात तुम अब बोल रही हो, तान्या!" मैने उसके पैरों को अपने उपर से थोड़ा ढीला करते हुए कहा, जिस से मैं पोज़िशन बदल सकूँ. मैं अपने घुटनों पर बैठ गया, और तान्या के पैरो की पिंडालयों को अपने कंधे पर रख लिया, और अपने लंड को पूरी लंबाई तक उसकी चूत में पेल दिया. "बेहनचोद क्या कसी हुई टाइट चूत है !" मेरे मूँह से अपने आप निकल गया.
"सोचो, यह तो जब है, जब इसमे वो डिल्डो जाने कितनी बार अंदर घुस चुका है !"
मैं ये बात सुन कर हंसा, और फिर अपनी बात को सही ठहराने के लिया एक ज़ोर का झटका मारा, और बोला, प्लीज़ अब उस रब्बर के लंड से मेरे लंड की तुलना बंद करो, वो तो नकली है, अभी तो बस असली लंड के मज़े लो.
तान्या (हंसते हुए): हां, असली का मज़ा ही कुछ और है. असली लंड का मज़ा लेने के बाद, नकली चीज़ को कौन याद रखेगा.... राज, अब चुप हो जाओ और जल्दी से एक बार और चोद दो... प्लीज़
"मेरा इतना छोटा भी नही है, ठीक साइज़ का है."
"नही राज, तुम्हारा छोटा नही है, आहह बहुत मज़ा आ रहा है ! तुम्हारे लंड को अपनी चूत में महसूस कर के बड़ा अच्छा लग रहा है. ये कितना गरम है! गॉड आइ लव दट! वो डिल्डो तो कभी गरम ही नही होता, पागल सा! ऊवू यॅ, ऐसे ही चोदते रहो राज; अच्छे से अंदर तक!"
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