RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
तान्या (फिर से थोड़ी खामोशी के बाद): तुम यहाँ हो?
"म्म ह्म."
तान्या ने गहरी साँस लेते हुए कहा, मैं किसी से नही मिलना चाहती.
मैने तान्या पर ज़्यादा ज़ोर नही डालना चाहता था, लेकिन...., मैं किसी तरह आगे बोला, तान्या मैं तुम्हारी वाकई में बहुत केर करता हूँ, सच कह रहा हूँ. मुझे नही पता कि क्या हुआ है, लेकिन एक बात पक्की है कि अगर तुम परेशान हो, तो मैं भी तुम्हारे साथ उतना ही परेशान हूँ.
तान्या ने कुछ भी बोलने से पहले करीब एक मिनिट तक इंतेजार किया. और जब बोली, तो मेरे दिल की धड़कन मानो बंद हो गयी.
तान्या: मैं.... मुझे लगता है मुझे तुम्हारी इस समय ज़रूरत है. मैं अभी तुम से मिलने नीचे आती हूँ.
मेरे को विश्वास ही नही हुआ, बस उसको सुनता ही रह गया. मैने दीदी की तरफ थंब-अप का इशारा किया, दीदी मुस्कुरा दी, और पार्किंग में से अपनी गाड़ी निकाल के ड्राइव कर के चली गयी. कुछ देर बाद तान्या की परछाई एंट्री वाले रास्ते में लगे शीशे पर, जिस पर धूल जमी हुई थी, दिखाई दी. थोड़ा सा दरवाजा खुलने पर वो ठीक से दिखाई दी, तान्या की आँखें सूजी हुई थी और लाल हो रही थी, बाल बिखरे हुए थे, और उसने बॉक्सर्स और टी-शर्ट पहन रखे थे.
आज से पहले वो इतनी खूबसूरत मुझे पहले कभी नही लगी थी.
मैं आगे बढ़कर उसके पास गया, उसकी परेशानी से भरी आँखों में देखा, और हम दोनो ने एक दूसरे को अपनी बाहों में ले लिया. थोड़ी ही देर में उसकी आँखों से निकलते आँसू ने मेरी टी-शर्ट को कंधे पर गीला कर दिया. कुछ पल के बाद, वो मुझे अपने साथ उपर अपने अपार्टमेंट में ले गयी. डोर के पास बुद्धा की बड़ी सी मूर्ति रखी थी, वो मुझे अपने साथ अंदर ले गयी. उसने बताया कि उसके मम्मी और पापा पिछले दो दिनों से गाँव गये हुए हैं क्योंकि तान्या के दादाजी की तबीयत कुछ दिनों से खराब चल रही थी.
उस रात होने को कुछ नही हुआ, लेकिन बहुत कुछ बदल गया. हम दोनो सोफे के उपर घंटों बैठे रहे, तान्या ने एक हल्का सा गरम चादर ओढ़ रखा था, उसने मुझे बताया कि उसके दादाजी की आज डेत हो गयी है, और वो अपने दादू से कितना प्यार करती थी. वो अपने दादू के साथ बीते हुए पलों की कहानियाँ मुझे सुबह होने तक सुनाती रही, कुछ मज़ाक भरी और कुछ दर्द भरी. जब वो रोती तो मैं उस को संभाल लेता, उसकी पीठ पर हाथ फिराता और उसको संभालने के लिए एनकरेज करता, जो कुछ मैं कर सकता था, वो बेस्ट करने की कोशिश कर रहा था.
नींद के आगोश में जाने से पहले, तान्या ने मेरी आँखों में देखा, और फुसफुसाई, आइ लव यू, थॅंक यू. और अपने काँपते हुए होंठों को मेरे होंठों पर रख दिया, और इतना जोरदार किस किया, जिसकी मैने कल्पना भी नही की थी. उसके बाद तान्या ने एक गहरी साँस ली, और मुझसे चिपक कर सो गयी.
मेरी नींद पहले खुल गयी, मुझे तुरंत कुछ अलग सा एहसास हुआ, फिर मुझे याद आया कि मैं कहाँ पर हूँ. तान्या अब भी सिंकूड कर मेरे से चिपकी हुई लेटी हुई थी, सोते हुए उसके होंठ खुले हुए थे. मैने धीरे से अपने हाथ उठा के अपनी आँखें मसली और फिर सोफे पर सहारा लेकर बैठ गया, और चारों तरफ देखने लगा.
कल रात बातें करते हुए, मैने तान्या से एक पल को भी नज़र नही हटाई थी, और मैने उसका अपार्टमेंट का कोई समान नही देखा था. एक लड़की को अपनी गोद में लेटा हुआ पाकर मुझे विश्वास नही हो रहा था, एक ऐसी लड़की जिसको एंजिन्स पर वर्क करना अच्छा लगता था, ड्रॅगनफ्लीस और बटरफ्लाइस ( टिड्डे और तितलियाँ) उसको बेहद पसंद थी. शो केस में रखे इनके लोहे के तार, ग्लास ऑर क्ले स्कल्प्चर्स जो फ्रेम किए हुए थे, और शोकेस को सज़ा रहे थे, इस चीज़ का गवाह थे. जो कंबल हम ने ओढ़ रखा था उस पर भी बटरफ्लाइस बनी हुई थी.
तभी मुझे एहसास हुआ कि तान्या की एअर रिंग्स भी छोटे छोटे ड्रॅगनफ्लीस की बनी हुई हैं. मुझे लगा कि मैं कितना बेवकूफ़ हूँ कि मैने अभी तक इस चीज़ पर गौर ही नही किया.
एक खिड़की से सूरज की किरणों से रोशनी आ रही थी, मैं रूम में रखी बाकी चीज़ों को निहारने लगा, आर्टिफिशियल प्लॅंट्स ऐसे थे, कि यकीन ही ना हो कि ये नकली हैं. मैने दीवार पर टॅंगी किसी पुरुष के चेहरे की फोटो को देखा, पूरे कमरे में बस यह ही एक फोटो थी, मैने अनुमान लगाया जहाँ तक हो ये तान्या के दादाजी की ही होगी.
करीब आधे घंटे बाद, तान्या थोड़ा हिली और फिर अपनी आँखें मसल्ने लगी. उसने अपना हाथ मेरी छाती पर रख दिया, और एक गहरी साँस लेकर, मुस्कुराइ, उसकी आँखें अभी भी आधी बंद थी. तान्या ने एक छोटी सी जमहाई ली और फिर अंगड़ाई ली, फिर अपना चेहरा उठा कर मेरी तरफ देखा. मैं उस को देख के मुस्कुरा दिया, और तान्या के माथे पर आई बालों की एक लट को देखने लगा, उस लट को हटाने का तान्या ने कोई प्रयास नही किया, बस मेरे को देख के स्माइल करती रही.
मेरे साथ कल रात में स्टे करने के लिए थॅंक्स, तान्या ने खराश भरी आवाज़ से कहा.
राज: माइ प्लेषर. थॅंक यू फॉर लेट्टिंग मी स्टे.
तान्या फिर से मुस्कुराइ और मेरे सीने पर अपना सिर रख दिया.
तान्या: राज, तुम ऐसे पहले व्यक्ति हो जो मेरे अपार्टमेंट में पूरी रात रुका हो.
मैने तान्या के बालों में उंगली फिराते हुए कहा, आइ’म सॉरी लेकिन सिचुयेशन ही कुछ ऐसी थी
तान्या ने खिड़की की तरफ और फोटो की तरफ देखते हुए कहा, हां... मैं समझ सकती हूँ. उसने एक गहरी साँस ली और बोली हां शायद ये मेरी ज़रूरत थी....
कुछ देर बाद हम दोनो उठ के खड़े हो गये. तान्या ने मेरे पास आकर मुझे एक जोरदार झप्पी दी, और फिर मुझे अपनी तरफ खींचते हुए एक गरम किस करते हुए मुझे जकड लिया. मैने तान्या के कंधों को अपनी बाहों में जकड रखा था, और ऐसा लग रहा था मानो तान्या पिघलती जा रही हो.
तान्या ने मुझे बताया कि बाथरूम किधर है, मैं फ्रेश होकर अपने फेस को वॉश किया, और अपने बालों को थोड़ा गीला कर के उनको जितना हो सके स्टाइलिश बनाने का प्रयास किया. जब मैं बाथरूम से बाहर निकला तो लिविंग एरिया में कोई नही था, मैं अंदाज़े से बेडरूम की तरफ चल दिया.
दरवाजा आधा खुला हुआ था, मैने सोचा कि तान्या शायद अंदर है, मैं रूम के अंदर घुस गया... और फिर ठिठक गया. तान्या मुझे दिखाई दे रही थी, उसका मूँह दूसरी तरफ था, वो अपने बालों का पोनीटेल बनाने में बिज़ी थी, तान्या ने इस वक़्त सिर्फ़ ब्रा और पैंटी पहनी हुई थी. मैं चुपचाप खड़े होकर बस तान्या के बालों को उसके नंगे कंधों पर आगे पीछे होते देखता रहा, तान्या की मस्त पीठ , घुमावदार कमर, उसके गोरे गोरे नग्न टाँगें... किसी ने सही कहा है... औरत का शरीर एक जन्नत की तस्वीर है, ये बात एक पुरुष ही समझ सकता है, तान्या को इस रूप में देख के मुझे ऐसा ही लगा. वो मेरी दीदी जैसी दुबली तो नही थी लेकिन उसका माँस सही जगह पर, सही मात्रा में था, वो एक मूरत जैसी लग रही थी, सुंदर कुवर्व्स और लाइन्स... तान्या के शरीर में जो बात थी वो शायद आज तक मैने किसी और लड़की में महसूस नही की थी.
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