bahan ki chudai बहन की इच्छा
03-22-2019, 12:26 PM,
#50
RE: bahan ki chudai बहन की इच्छा
फिर में ऊर्मि दीदी की चूत की तरफ आ गया मेने उसके दोनो पाँव उठाए और घुट'ने मेने मोड़ के पिछे की तरफ फैलाए. इस तरह से उसकी चूत मेरे साम'ने खुल गई. फिर में उसकी चूत चाट'ने लगा.

मेरी जीभ से में उसकी चूत के दाने से लेकर उसके गांद के छेद तक लंबे लंबे स्ट्रोक लगाकर मैं उसकी चूत चाट'ने लगा. कभी कभी में उसकी चूत के अंदर अप'नी जीभ डाल'ने की कोशीष करता था तो कभी उस'का चूत'दाना ज़ोर से चूस'ता रहा. उस'से वो पागल हो गई वो मेरा मूँ'ह अप'नी चूत पर दबाने की कोशीष कर'ने लगी लेकिन मेने मेरा सर ज़ोर से उप्पर पकड़ा के रखा था जिस'से वो मुझे ज़्यादा दबा नही सक'ती थी.

मुझे ऊर्मि दीदी को तड़फाना था इस'लिए जैसा मेरा मन चाहता था वैसे ही में उसकी चूत चाट रहा था. में ऐसे कर रहा था जिस'से उसे ज़्यादा सुख ना मिले बल्की वो और तड़फ़'ती रहे. अचानक में उठ गया और ऊर्मि दीदी के बाजू में आकर लेट गया. उस'ने झट से आँखें खोल दी और मेरी तरफ हैरानी से देख'ने लगी. उसकी आँखों में काम वास'ना की आग दिख रही थी. मेरी बहन को सिर्फ़ चाट के और चूस के में काम उत्तेजीत कर सकता हूँ ये जान'कर में खूश हो गया.

"कैसा लगा रहा है, दीदी?" मेने फक्र से उसे पुछा.

"तुम रुक क्यों गये??" उस'ने थोड़ी नाराज़गी से पुछा.

"ऐसेही. तुम्हें कैसा लग रहा है ये पुच्छ'ने के लिए."

"अरे नालायक!. मेरे बदन में आग लगा दी. और बीच में ही पुच्छ रहे हो के कैसा लग रहा है?"

"अरे हां. हां. नाराज़ मत हो, दीदी!. में वापस चालू करता हूँ. सिर्फ़ मुझे इतना बताओ. कभी ऐसी भावना का अनुभव किया था तुम'ने? इतना सेंसेशन. इत'नी उत्तेजना कभी अनुभव की थी तुम'ने?"

"नही रे, सागर. कभी भी नही. जैसा तुम कर रहे हो वैसा तुम्हारे जीजू ने कभी नही किया. मेरी शादी शुदा जिंदगी में क्या कमी है इसका मुझे आह'सास होने लगा है. अब प्लीज़!. ऐसे ही कर'ते रहो. जो तुम कर रहे थे, सागर. मेरे बदन में आग सी लग गई है."

"ओह ! येस. यस. दीदी! लेकिन तुम्हारी तरह मेरे भी बदन में आग लगी है इस'लिए हम दोनो को एक दूसरे की आग बुझानी पड़ेगी." ऐसा कह'कर में उठ गया और ऊर्मि दीदी के बदन पर उलटा होकर झुक गया. उसके सर के दोनो बाजू में अप'ने घुट'ने रख दिए.

"दीदी. मुझे लग'ता है. तुम्हें क्या कर'ना चाहिए ये मुझे तुम्हें बताने की ज़रूरत नही है." ऐसा कह'कर में नीचे झुक गया और में मेरा मूँ'ह ऊर्मि दीदी की चूत पर लाया. उसी सम'य मेरा आध खड़ा लंड ऊर्मि दीदी के मूँ'ह पर हिल'ने लगा. जैसे ही मेने उसकी चूत'पर मूँ'ह रखा वैसे ही उसकी समझ में आया के क्या कर'ना है. उस'ने मेरा लंड हाथ से पकड़ लिया और अप'ने मूँ'ह में भर लिया. इस तरह से हम भाई-बाहें एक दूसरे को चाट'ने लगे. में मेरी बहन की चूत को चाट रहा था और उसी सम'य वो अप'ने भाई का लंड चूस रही थी. धीरे धीरे मेरा लंड और कड़क होने लगा. उसके नाज़ुक और मुलायम मूँ'ह के जादू से मेरा लंड फैलता गया.

मेने ऊर्मि दीदी के चुत्तऱ के नीचे से हाथ आगे ले लिए और मेने उसकी चूत को फैलाया. फिर में उसकी चूत के दोनो पटल अंदर से चाट'ने लगा. वैसे कर'ने के लिए मुझे थोड़ा और आगे झुकना पड़ा जिस'से ऊर्मि दीदी को मेरा लंड अप'ने मूँ'ह से निकालना पड़ा. तो फिर वो मेरा लंड मेरे पेट की तरफ दबाते हुए मेरी गोटीया चाट'ने लगी. में और नीचे हो गया जिस'से उसकी जीभ मेरे गोटीयो के नीचे, मेरी गान्ड के छेद को लग गई.

ऊर्मि दीदी की समझ में ये भी आया और वो बीना जीझक मेरी गोटीयो से लेकर मेरे गान्ड के छेद तक उप्पर नीचे जीभ घुमाने लगी. जब उसकी जीभ मेरे गान्ड के छेद को छुती थी तब में उत्तेजना से पागल हो जाता था. गोटीया और गान्ड के छेद का ये भाग काफ़ी नाज़ुक और संवेदनशील होता है और इस भाग'पर अगर कोई जीभ फिरा दे तो उत्तेजना से कभी भी आद'मी झाड़ सकता है. में भी उस उत्तेजना का अनुभव कर रहा था और बड़ी मुश्कील से अप'ने आप को झाड़'ने से बचा रहा था.

नीचे में ऊर्मि दीदी की चूत का पूरा ज़ायक़ा ले रहा था. मेने अब मेरी बीचवाली उंगली उसकी चूत में डाली और उसे अंदर बाहर कर'ने लगा. मेरे उंगली कर'ने से वो और भी बेताब होने लगी. अब वो अप'नी कमर हिला के मेरे उंगली से चुदवा'ने लगी. में उस'का चूत दाना भी चाट रहा था और उसकी चूत में उंगली भी अंदर बाहर कर रहा था. दीदी अब अपना सर इधर उधर कर के छटपटा'ने लगी. बीच बीच में वो मेरा लंड मूँ'ह में भर लेती थी और चूस'ती थी तो कभी वो मेरी गोटीया चाट'ती थी. मेरे दोनो चुत्तऱ उस'ने ज़ोर से पकड़ लिए थे और बीच बीच में वो मेरी जांघों पर हाथ घुमाती थी.

ऊर्मि दीदी की सह'ने की शक्ती ख़त्म हो गई! उसकी सिस'कीया. चींखे. बढ़'ती गई!!

"ओह ! सागर. आहा. उूउउइइ. अहहाहा.. सागर. अब रहा नही जाता रे.. कुच्छ करो ना. 'वहाँ' नीचे आग लगी है रे. प्लीज़. कुच्छ तो करो.. अब सब्र नही होता.. उऊहहा.. अहहा. सागर.." मुझे मालूम था ऊर्मि दीदी को क्या चाहिए. लेकिन मुझे उसके मूँ'ह से सुनना था इस'लिए मेने उसे पुछा,

"दीदी! जो कह'ना है वो साफ साफ कहो. तुम्हें क्या लग'ता है के मुझे क्या कर'ना चाहिए?. बीना जीझक साफ साफ कह दो के में क्या करू??.."

"अरे बेशरम. मुझे मालूम था तुम ऐसे ही कुच्छ पुछोगे.. इस'लिए में भी बेशरम होकर तुम्हें बताती हूँ. चोद मुझे, सागर.. मेरी चूत में तुम्हारा लंड डाल के चोद दे मुझे!! . मेरी चूत की आग अप'ने लंड से मिटा दे." यस! यस!! यस!! यही सुन'ने के लिए में तरस रहा था. यही तो सुन'ने के लिए. बरसो से में भागदौड़ कर रहा था मेरी बहन अप'ने मूँ'ह से मुझे चोद'ने के लिए कहेगी ऐसी 'इच्छा' मेरे मन में बरसो से थी जो अब पूरी हो गई.

"दीदी. तुम उठो और मेरे उप्पर आ जाओ." मेने झट से उठाते हुए उसे कहा.

"उप्पर आ जाओ?. कहाँ??" उस'ने आश्चर्य से पुछा.

"मेरे उप्पर, दीदी. में नीचे लेटता हूँ.." ऐसा कह'कर मेने उस'का हाथ पकड़'कर उसे ज़बरदस्ती उठाया और में पीठ'पर नीचे लेट गया.

"क्या कर रहे हो तुम, सागर? अब ये कौन सा नया तरीका है??" ऊर्मि दीदी ने अप'ने घुट'ने के बल खड़ी होकर पुछा.

"अरे, दीदी. इस तरीके से तुम अच्छी तरह से चुदाई का मज़ा ले सक'ती हो." ऐसा कह'कर मेने उस'का हाथ पकड़ लिया और उसे अप'ने उप्पर खींच लिया. जब मेने ऊर्मि दीदी को खींचा तब मेने उस'का एक पाँव उठाकर मेरी कमर के दूसरे बाजू रख दिया. उसकी समझ में आया कि ये कौन सा तरीका है वो हंस'ते हंस'ते मेरी कमर पर बैठ गई. मेने उसे नीचे खींचा और में उसके होंठो को चूम'ने लगा. उसी सम'य नीचे मेने मेरे एक हाथ से उस'का चुत्तऱ पकड़'कर उसे थोड़ा उप्पर उठाया और दूसरे हाथ से मेरा लंड पकड़'कर उसकी चूत पर उप्पर नीचे घिस लिया. उसकी चूत पह'ले से गीली थी जिस'से मेरे लंड का सुपाड़ा भी गीला हो गया.

क्रमशः……………………………
Reply


Messages In This Thread
RE: bahan ki chudai बहन की इच्छा - by sexstories - 03-22-2019, 12:26 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,530,907 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 547,760 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,244,827 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 941,064 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,671,168 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,095,925 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,976,412 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,139,532 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,063,323 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 287,805 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)