RE: Kamukta kahani हरामी साहूकार
लाला कभी उसे घोड़ी बनाकर उसकी चूत पीछे से पेलता, और कभी चिकनी चट्टान पर बैठकर उसे अपने लंड पर बिठा लेता...
कहा जाए तो लाला को जितने भी आसन आते थे, उनका उपयोग करके उसने उस नयी नवेली दुल्हन की चूत का वो मुरब्बा बनाया जिसका स्वाद उसके लंड को हमेशा याद रहने वाला था..
इस बीच मीनल करीब 5 बार झड़ गयी...
जो उसके लिए किसी वर्ल्ड रिकॉर्ड से कम नही था...
अपने पति के साथ तो वो मुश्किल से 1 बार ही झड़ पाती थी....
हालाँकि उसके नये आशिक नंद किशोर ने जब पहली बार उसे चोदा था तो वो 3 बार झड़ी थी...
पर लाला ने तो नंद किशोर का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया था....
उसकी चूत से इतना रस निकाला था लाला ने की वो पूरी तरह निढाल सी होकर उसकी बाहो में झूल गयी...
पर लाला उसे तब तक चोदता रहा जब तक वो खुद उसकी चूत में नही झड़ गया...
और झड़ते हुए लाला के मुँह से जो हुंकार निकल रही थी उसे सुनकर ऐसा लग रहा था जैसे बब्बर शेर ने अपनी शेरनी चोद दी है आज जंगल में ...
लाला भी उसी झरने के नीचे बैठ कर अपने लंड और मीनल की चूत को सॉफ करने लगा..
वहां से निकलकर दोनो ने अपने -2 कपड़े पहने..
हालाँकि लाला के कपड़े गीले थे पर बाइक पर जाते-2 वो सूख ही जाने थे....
और वैसे भी उसे पूछने वाला कौन था..
मीनल की प्यास अभी भी नही बुझी थी...
वो लाला के लंड को पकड़ कर बोली : "अर्रे लाला....आज तो तूने अपने इस लंड पर परमानेंट मेरा नाम लिख दिया है...आज से मीनल तेरी हुई....जब चाहे, जहाँ चाहे चोद देना मुझे...मैं आज से तेरी और तेरे इस लंड की गुलाम हूँ ...''
लाला मुस्कुराया और उसके रसीले होंठो को चूस्कर बोला : "तो ठीक है...आज की रात तेरे ही घर की छत्त पर आकर तुझे चोदूगा..''
इतना कहकर लाला वहां से निकल गया..
और मीनल मुस्कुराती हुई , नंगी ही अपनी बहन और उसकी सहेली की तरफ चल दी.
नंगी मीनल जब पिंकी और सोनी के करीब आई तो उसकी नज़रों में एक अलग ही चमक थी...
पिंकी : "वाउ दीदी...आपने तो कमाल ही कर दिया....लाला के इतने बड़े लंड को कितनी आसानी से अंदर ले कर चुदवाया आपने...सच में , देखकर ही मज़ा आ गया...''
मीनल : "आसानी से तो नही , थोड़ी तकलीफ़ तो हुई ही थी... इतने मोटे लंड को लेने की आदत नही है ना मेरी मुनिया को...देख ज़रा, क्या हाल बहाल किया है लाला ने इसका...''
उसने अपनी चूत के फेले हुए होंठो को पकड़कर दोनो को दिखाया
वो दोनो सहेलियां भी सामने बैठकर उसकी चूत का मुआयना ऐसे करने लगे जैसे फ़ोरेंसिक साईंस का कोर्स करके आई हों...
मीनल की ताज़ा चुदी लाल सुर्ख चूत को देखकर दोनो की जाँघो के बीच एक बार फिर से गीलापन आ गया...
मन तो कर रहा था की उस गीली चूत पर मुँह लगाकर उसे चूस ले...
लाला के लंड से निकले पानी की जो बूंदे अभी तक अंदर से रिस कर निकल रही है, उन्हे पी कर अपनी प्यास बुझा ले..
मीनल ने अपनी चूत की परतों को बुरी तरह से रगड़ा और बोली : "हाय....अब तो बस रात का इंतजार है...लाला का मोटा लंड जब एक बार फिर से अंदर घुसेगा तब इस बेचैन मुनिया को चैन आएगा अब तो...''
उसकी ये बात सुनकर सोनी तो बहुत खुश हुई की चलो इसी बहाने एक बार फिर से मीनल दीदी की चुदाई देखने को मिलेगी...
पर पिंकी एक गहरी सोच में डूब गयी..
मीनल ने अपने कपड़े समेट कर पहने और तैयार होकर बोली : "चलो भी अब...चलना नही है क्या...''
गहरी सोच में डूबी पिंकी अचानक बोली : "आप जाओ दीदी...हम अभी आते है बस...''
मीनल ने ज़्यादा ज़ोर नही दिया...
वैसे भी घर पहुँचकर उसे अपनी चूत और टाँगो के बाल अच्छी तरह से सॉफ करने थे...
आज वो लाला से अपनी चूत चुस्वाकार वहां के भी मज़े लेना चाहती थी..
मीनल के जाते ही पिंकी ने अपने हाथ में छुपाया हुआ मीनल का मोबाइल निकाल लिया और उसे चैक करने लगी..
निशि : "तूने रुकने के लिए क्यों कहा...और ये मीनल दीदी का मोबाइल तेरे पास क्या कर रहा है....''
पिंकी : "तू तो एकदम भोली है री.... तूने देखा ना, अभी क्या हुआ था... इतने दिनों से लाला के साथ मज़े लेने के चक्कर में हम दोनो ने कितनी तरकीबे लड़ाई, बेशर्म बनकर अपने अंगो के दर्शन भी करवाए...और जब मज़ा लेने का समय आया तो तेरी बहन बीच में आकर सारे मज़े लूट रही है...''
बात तो सही थी....
निशि के दिमाग़ में तो ये बात आई ही नही थी....
उसकी बहन मीनल ने कितनी आसानी से उनकी की हुई मेहनत का फल अपनी चूत में लेकर मज़े ले लिए...
और वो दोनो एक कोने में बैठकर अपनी चूते मसलती रह गयी..
पिंकी : "और अब रात को भी लाला से वो एक बार फिर से चुदवायेगी,फिर कल भी, परसो भी ....और ये मैं अब हरगिज़ नही होने दूँगी...इसलिए मैने चुपके से दीदी का मोबाइल उठा लिया था, जब उन्होने अपने कपड़े उतारे थे ...''
निशि के दिमाग़ में अब तक ये बात तो आ ही चुकी थी की उसकी बहन ने चालाकी से बीच में आकर उनके हिस्से के मज़े ले लिए है...
पर अब तक ये नही समझ पा रही थी की दीदी के मोबाइल से पिंकी क्या करना चाहती है..
पिंकी ने खुद ही बोल दिया : "अब देखना, ऐसी चाल चलूंगी की दीदी भी नही जान सकेगी की उनके साथ हुआ क्या है...''
इतना कहकर उसने जल्दी से एक मैसेज टाइप किया, मीनल के पति के लिए..
''हाय जानू, आपका तो पता नही, पर मेरी हालत बड़ी खराब है, जब से यहाँ आई हूँ आपकी बड़ी याद आ रही है...ख़ासकर मेरी मुनिया को...और मुझे भी आपका 'वो' बहुत याद आ रहा है...''
इतना लिखकर पिंकी ने वो मैसेज मीनल के पति को भेज दिया...
मैसेज पड़कर निशि को भी काफ़ी हँसी आई और उसकी समझ में आ गया की पिंकी के शातिर दिमाग़ में क्या चल रहा है..
कुछ ही देर में उधर से रिप्लाइ आ गया
''हाय मेरी जान, तूने तो मेरा दिल ही जीत लिया ये लिखकर...मेरा तो एकदम से खड़ा हो गया है...कहे तो आज रात ही ले आउ तुझे वापिस...''
पिंकी ने लिखा ही ऐसा था की मीनल के पति को ये लिखना ही पड़ा...
जवाब में पिंकी ने लिखा : "मेरी जान...जल्दी आओ बस....आज की रात मैं तुम्हारी बाँहों में सोना चाहती हूँ ....मुझे ले जाओ...यहाँ आकर कोई बहाना बना देना वरना माँ और भाई मज़ाक उड़ाएगे..''
मैसेज लिखते हुए पिंकी भी अपने कमीनेपन पर हंस रही थी...
वहां से रिप्लाइ आ गया की वो अभी निकल रहे है...
पड़ोस का ही गाँव था, वहां से आने में करीब एक घंटा लगना था मीनल के पति को..
दोनो सहेलियां आगे का प्लान बनाती हुई वापिस घर की तरफ चल दी..
जाने से पहले निशि ने सारे मैसेज डिलीट कर दिए और फोन जाकर मीनल को दे दिया , ये कहकर की वो झरने के पास ही भूल आई थी...
पर मीनल को अपने मोबाइल से ज़्यादा लाला की चिंता थी...
जिसके लिए वो अपने रूम में बैठकर अपनी चूत के बाल सॉफ कर रही थी....
इस बात से अंजान की उसकी ये चूत आज लाला नही बल्कि उसका छोटे लंड वाला पति चोदेगा...
पिंकी और निशि बाहर बैठकर गप्पे मार रही थी...
क़रीब एक घंटे में निशि की माँ और भाई भी खेतो से आ गये...
निशि उनके लिए चाय बनाकर लाई ही थी की मीनल के पति घर पहुँच गये...
अपने दामाद को एकदम से घर आया देखकर मीनल की माँ और भाई हैरान रह गये...
मीनल को जब पता चला तो वो भी भागती हुई बाहर आ गयी...
अपने पति को सामने देखकर उसकी तो समझ में ही नही आया की कैसे रिएक्ट करे..
मीनल के पति का नाम कस्तूरी लाल था...
कस्तूरी लाल : "वो क्या हुआ ना, हमारे मौसा जी के घर एक छोटा सा फंक्शन था कल, जिसमे मेरे साथ मीनल का जाना ज़रूरी है...इसलिए मैने सोचा की उसे लेता आउ ....''
मीनल का तो मन कर रहा था की अपने पति का सिर फोड़ डाले....
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