RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
आरती तो फिर जैसा मैं कहती हू वैसा कर, रश्मि हाँ तो बोलिए
भाभी क्या करना है, आरती तू ठीक आधे घंटे बाद अपनी मम्मी के कमरे मे आ जाना
मैं दरवाजा खुला रखूँगी, पर भाभी आप मम्मी के कमरे मे क्यो जा रही है, आरती अरे
पगली आज मा जी मुझसे अपनी चूत चटवाना चाहती है, रश्मि क्या बात कर रही हो भाभी,
आरती अरे यह तो कुछ भी नही अभी जब मैं तेरी मम्मी के कमरे मे जाउन्गि तो सबसे पहले तो
वो मुझे पूरी नंगी करके मेरी चूत और गंद चतेगी, वह कल से ही मेरी चूत चाटने के लिए
मरी जा रही है, कल जब तुम दोनो भाई बहन होटेल मे रास रचा रहे थे तब यहाँ तेरी
मम्मी मेरी चूत को सुबह से लेकर शाम तक चाट्ती रही और अब फिर मुझे अपने कमरे मे
बुला कर मेरी फूली चूत चाटने के लिए मर रही है, रश्मि पर भाभी मम्मी को क्या चूत
चाटना इतना पसंद है, आरती अरे तेरी मम्मी तो तेरी चूत भी चाटना चाहती है इसी लिए उसने
मुझसे कहा है कि कैसे भी करके मुझे रश्मि की चूत चटवा दे, उसकी कुवारि बुर को
सूंघने और चाटने का मज़ा ही कुछ और होगा, अपनी भाभी की रसीली बाते और अपनी मा की
इच्छा सुन कर रश्मि की चूत ने ढेर सारा रस छ्चोड़ना शुरू कर दिया था, रश्मि पर
भाभी मैं कैसे कमरे मे आउन्गि मुझे मम्मी के सामने शरम आएगी, आरती अरे पगली
तेरी मम्मी जवान घोड़ी की तरह नंगी रहेगी फिर तू क्यो शरमाती है, और वैसे भी एक
घोड़ी दूसरी घोड़ी के सामने नंगी होकर अपनी चूत मरवाएगी तो इसमे शरमाना कैसा, चल
अब मैं जा रही हू, और इतना कह कर आरती अपनी सास के कमरे मे घुस गई, अजय जल्दी से रश्मि
के पास आया और उसको पूरी तरह अपनी बाँहो मे भर कर अपनी बहन के रसीले होंठो को
चूसने लगा,
रश्मि ने भी अजय के खड़े लंड को पकड़कर सहलाने लगी, अजय दीदी मम्मी
को भाभी की चूत चाटते देखेगी, और उसके मोटे मोटे दूध को कस कस कर दबाने लगा,
रश्मि हाँ भैया चल हम दोनो चुपचाप खिड़की से अंदर देखते है और फिर दोनो रूम
की ओर चल दिए
रूम के अंदर आरती मा जी कपड़े पहने पहने मालिश कारवावगी क्या, गीता अपनी साडी को खड़ी
होकर अपने बदन से अलग कर देती है और अपने ब्लौज को उतार देती है फिर पेटिकोट, ब्रा और
पॅंटी उतारकर पूरी नंगी हो जाती है, आरती अपनी सास की फूली हुई चूत को अपनी मुट्ठी मे
भरकर दबोचते हुए क्या बात है मा जी आज तो आप ने अपनी चूत के बाल बना कर इसे खूब
चिकनी कर रखा है आज खूब लंड खाने का मन लग रहा है आपका, गीता सीस्यते हुए हाँ
बहू आज मेरी चूत सुबह से ही खूब पानी छ्चोड़ रही है, आरती मा जी आप फिकर क्यो कर रही
है आज आपकी चूत का पानी सारा पी जाउन्गि और आपको भी अपनी चूत और आपकी बेटी की चूत का
भी पानी पिलाउन्गि, गीता पर क्या रश्मि अपनी मा को अपनी चूत का पानी पिलाएगी, आरती अरे मा जी
आप फिकर ना करो वह अपनी चूत का पानी पिलाएगी और आपकी चूत का पानी पिएगी भी, बस आप
चुपचाप देखती जाओ और फिर आरती ने जल्दी से अपने सारे कपड़े निकाल कर अपने गदराए शरीर
को पूरा नंगा कर दिया और अपनी मस्तानी गदराई भरे बदन वाली सास के नंगे बदन से
खड़ी खड़ी चिपक गई, और दोनो सास बहू ने अपने हाथो से एक दूसरे के अंगो को दबाना
और मसलना चालू कर दिया, कभी वो दोनो एक दूसरे के होंठ चूमती कभी एक दूसरे के
दूध कस कस कर दबाती और कभी एक दूसरे की गंद सहला सहला कर गंद के छेद मे अपनी
उंगली घुसेड देती और फिर कस कर एक दूसरे की जीभ का रस अपना अपना मूह खोल खोल कर
पीने लगी,
क्रमशः......................
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