RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
तीन घोड़िया एक घुड़सवार--13
गतान्क से आगे...................
वाह क्या देवेर जी, भाभी मैं चाहता हू कि आप घोड़ी बन कर मेरा लंड अपनी गंद मे लो और मम्मी
को सुला कर उसकी चूत आप पियो और मम्मी रश्मि दीदी की चूत पीए, पर देवेर जी तुम्हारी मा
इसके लिए राज़ी होगी क्या, अरे भाभी इसी लिए तो आप के पास आया हू, भाई ये तो थोड़ी बड़ी समस्या
है, भाभी एक आइडिया है मेरे पास पर वो आपको करना होगा आरती वह क्या, एक बार आप मम्मी
की मालिश कर दो तो वह चूत क्या गंद भी चटा लेगी और मेरा ख्याल है वह आपकी चूत भी
पीने के लिए तैयार है क्यो कि कल चोद्ते समय वह बहुत चूत चाटने की बात कर रही थी,
वह भी चुदस्पान मे आप से कम नही है, उसकी बात सुन कर मैं समझ गया कि यह भी
बुर चूसाने और चूसने के लिए बेकरार है. ठीक है हम कल ही कुछ करते है लेकिन ननद
रानी का क्या करे वह अपनी मम्मी से अपनी चूत चटवाएगी क्या, भाभी दीदी की फिकर तुम मत
करो बस मम्मी को तुम राज़ी करो मैं दीदी को पटा लेता हू, फिर हमारा सीन यह होगा कि मे
तुम्हे घोड़ी बना कर पीछे से तुम्हारी गंद मारूँगा तुम अपने आगे मम्मी को घोड़ी
बना कर उसकी चूत चाटना और मम्मी, दीदी को घोड़ी बनाकर उसकी चूत चातेगी, फिर हम
चारो एक साथ जब बिस्तर पर नंगे होकर एक दूसरे से चिपकेंगे तो पूरा कमरा हम सब की
सिसकियो से गूँज उठेगा, और फिर पापा और भैया के ऑफीस जाते ही हम पूरे घर मे नंगे
ही रहेगे और मैं तुम तीनो घोड़ियो को पूरे घर मे नंगी कर के दौड़ाउँगा, और जब जिस
घोड़ी पर मन करेगा चढ़ जाउन्गा, इसे कहते है भाभी "तीन घोड़िया एक घुड़सवार"
और फिर अजय पूरा नंगा होकर अपनी भाभी को पूरी नंगी करके उसके नंगे गदराए बदन
से चिपक कर उसकी चूत मारने लग जाता है
गीता अपने कमरे मे ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठी अपने होंठो पर लिपस्टिक लगा रही थी
और अपने गदराए हुस्न को अपने गांद के उपर से निहार रही थी और मन ही मन सोच रही थी,
मैं 45 की होने के बाद भी कितनी सेक्सी और कामुक दिखाई देती हू और अपने मोटे मोटे दूध को
मिरर मे निहारती हुई उन पर अपने हाथ फेरने लगी फिर उसके मन मे आया कि मैं केवेल
पॅंटी और ब्रा मे कैसी लगती हू ज़रा देखु तो और उसने अपना गाउन उतार दिया और मिरर के
सामने अपने मस्ताने फिगुर को निहारते हुए वह कभी अपने मोटे दूध को अपने हाथो से
उठा उठा कर देखती कभी अपनी गहरी नाभि और पेट पर बल खाती सलवटो को देखती फिर उसने
पॅंटी के उपर से ही अपनी फूली हुई चूत पर हाथ फेरते हुए, हाय मेरी चूत कितनी फूली हुई
है, वाकई उसका लाजवाब बदन था जो इस वक्त वाइट कलर की क्टन की ब्रा और पॅंटी मे गजब
ढा रहा था उसकी जाँघो का भराव उसकी पेट का उठाव और मोटे मोटे पपीते जैसे मसल
चुचियो और उन पर एक लंबी लकीर की गहराई उसके हुस्न को बड़ा मादक बना रहे थे, फिर
गीता पीछे घूम कर अपनी मोटी गंद को मिरर मे निहारने लगी उसकी वाइट कलर की
पॅंटी उसके मोटे मोटे चूतादो की दरार मई धसि हुई थी,
उसने अपनी पॅंटी को थोड़ा खींच कर पूरी अपनी मोटी गंद की दरार मे फँसा दिया जिससे
उसके मोटे मोटे दोनो चूतादो के पाट पूरे नंगे दिखने लगे और वह अपनी मोटी गंद को
मिरर के सामने और उभर कर देखने लगी , हाय कितनी बड़ी और मोटी गंद है मेरी, तभी तो इस
मतवाली गंद को देख कर मेरा बेटा भी मेरी गदराई गंद मारने को तड़प गया, ऐसी मोटी
गंद जिसकी भी मम्मी की होगी वो बेटा अपनी मम्मी की मोटी गंद एक ना एक बार मारने की ज़रूर
सोचता होगा, अपनी गदराई मम्मी की ऐसी मोटी गंद देख कर तो अच्छे अच्छे बेटो का मन
अपनी मा पर चढ़ने का करने लगता होगा और उनका लंड अपनी मम्मी की मोटे मोटे ऐसे
गदराए चूतड़ देख कर झटके मरने लगता होगा, आज कल की औरते तो यू भी जब 40-45 तक
पहुचती है तब तक उनके बेटे का लंड अपनी मम्मी को चोदने लायक हो ही जाता है, तभी तो
बेटे अपने मा की मोटी गंद से दिन भर चिपकने की कोशिश करते है और मा सोचती है कि
मेरा बेटा मुझसे प्यार करता है इसलिए चिपक रहा है, वह यह नही समझती कि उसका बेटा
उनकी मस्तानी मोटी गंद मारने के लिए तड़प रहा है, और बेचारे अपनी मम्मी को अपने
ख्यालो मे ही नंगी देख देख कर मूठ मार लेते है,
यूँ भी आज कल के बच्चे 14-15 के होते ही सबसे पहले अपनी मम्मी को ही नंगी देखने की
जुगाड़ मे रहते है और देख भी लेते है, वैसे एक बात तो मुझे भी समझ मे आ गई है कि
जब लड़का अपनी मम्मी को नंगी सोच सोच कर अपनी मम्मी को ही चोदने की कल्पना कर के
मूठ मारते है तो उन्हे सबसे ज़्यादा मज़ा आता है, और आजकल के बच्चे अपनी मा और
बहन की ब्रा और पॅंटी अपने घरो मे तंगी देखते है तो उनका लंड यह सोच कर खड़ा
हो जाता है कि मेरी मम्मी इस पॅंटी मे कैसी लगती होगी और फिर कल्पना करते है कि मेरी
मम्मी इस पॅंटी मे कैसी लगती होगी और यह वही पॅंटी है जो उसकी चूत से चिपकी हुई थी और
सोच सोच कर अपनी मा बहन की पॅंटी सूंघ सूंघ कर यह सोच कर मूठ मार देते है कि
वह अपनी मम्मी की चूत सूंघ रहे है, इसीलिए अजय भी पता नही कब से मेरी पॅंटी सूंघ
सूंघ कर लंड हिलाता रहा होगा. वैसे भी आज कल के लड़को को 40-45 की भरे बदन की अपनी
मा की उमर की औरतो को चोदने का बड़ा मन करता है, तभी तो अजय को अपनी भाभी और दीदी
से भी ज़्यादा मुझे चोदने का मन करता है,
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