RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
गीता बेटा मेरा तो
रश्मि और आरती दोनो को नंगी करके चिपकने का मन करने लगा है पता नही जब तीन
घोड़िया एक साथ नंगी होकर चिपकती होगी तो कितना मज़ा आता होगा, हाँ मा ये तू ठीक कह
रही है और जब तीन तीन मस्तानी नंगी घोड़िया जो कि मा बहन और भाभी हो उनके साथ
चिपकने का मज़ा एक मर्द के लिए भी अनोखा होगा और फिर अजय अपनी मा को उल्टी करके उसकी
मोटी गंद को उपर उठा कर उसे घोड़ी बना कर अपना मोटा लंड एक झटके मे अपनी मा की
चूत मे उतार देता है और गीता ज़ोर से चिल्लाति आह आह और तेज मार बेटा खूब कस कस कर
अपनी मम्मी की चूत मार आज फाड़ दे अपनी मा की मोटी चूत को और अजय धमा धम अपनी
मम्मी की बुर की कुटाई चालू कर देता है वह जितना तगड़ा शॉट अपनी मम्मी की बुर मे
मारता है उसकी मम्मी उतनी ही तेज आवाज़ मे चिल्लाती है अजय अपनी मम्मी की बच्चेदानी
मे अपने मोटे लंड की ठोकर मार मार कर उसकी फटी हुई चूत को उधेड़ कर रख देता है
लगभग आधे घंटे की मस्त चूत कुटाई से उसकी मम्मी का भोसड़ा लाल पड़ जाता है, अजय
अपना लंड बाहर निकाल कर फिर झटका मारता है फिर लंड बाहर निकालता और अपनी मा की लाल
चूत के छेद को देख कर फिर कचकचा कर तगड़े झटके के साथ अपनी मा की मस्त बुर को
कुछ कुछ लाल कर देता है गीता आह आह करते करते इतना पानी अपनी चूत से छ्चोड़ती है
जैसे मुतने लगी हो अजय का लंड अब अपनी मम्मी की चूत मे सतसट सतसट करता हुआ
फ़च फ़च की आवाज़ के साथ अपनी मम्मी की चूत कुटता रहता है और उसकी मा अपना रस
छ्चोड़ देती है, इस तारह रात भर अपनी मा की चूत मार मार कर उसे लाल कर देता है, फिर दोनो
मा बेटे नंगे चिपक कर सो जाते है,
सुबह सुबह चाइ की टेबल पर गीता, रश्मि और आरती बैठे होते है, आरती क्या बात है मा जी
आज बड़ी खिली खिली लग रही है, लगता है अजय ने आपकी रात भर तबीयत से मालिश की है, गीता
हाँ बहू क्या बताऊ दर्द भी ज़्यादा था अब काफ़ी आराम है और हल्के से मुस्कुरा दी, अजय के
लिए इस घर मे अब एक अनोखा आनंद शुरू हो गया था वह इन तीनो घोड़ियो मे से जब
जिसके पास जाता उसकी चूत या दूध मसल देता और अपनी मा गीता की तो गंद पर दिन भर हाथ
मारता रहता था, उसकी जब इच्छा होती वह चूत और गंद पर हाथ मारने से नही चुकता था,
अब उसके दिल मे एक नई कामना ने जन्म ले लिया कि मम्मी दीदी और भाभी को एक साथ नंगी
कैसे देखा जाए सीधे सीधे तो ये सब एक साथ उसके सामने नंगी होंगी नही, तब उसे
अपनी चुदासी भाभी आरती की याद आई और वह आरती के बेडरूम की ओर चल पड़ा कि भाभी ही
कुछ रास्ता बता सकती है,
ओह मेरी प्यारी भाभी आप क्या कर रही हो और आरती के बगल मे बेड पर जाकर लेट जाता है, क्या
बात है देवेर जी रात भर अपनी मम्मी की चूत कूटने के बाद भी तुम्हारे लंड का ताव गया नही
और अजय के लंड को पकड़ कर मसल्ने लगती है अजय भी अपनी भाभी की चूत मे सीधे
उंगली डाल कर ओह भाभी मम्मी की चूत और मोटी गंद मार कर तो मज़ा आ गया बहुत ही
मस्त घोड़ी है रात भर तबीयत से मम्मी की चूत मारी है मैने और गंद तो इतनी कसी हुई थी
कि मेरा लंड उसकी गंद से निकलने का नाम ही नही ले रहा था, तो देवेर जी अब क्या अपनी भाभी
की गंद मारने का मन हो रहा है, हाँ भाभी लेकिन मेरे मन मे एक इच्छा है,
क्रमशः......................
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