RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
रात को करीब 10 बजे जब सब अपने कमरे मे जा चुके थे तब गीता सोए हुए राजेश के
बगल से उठी उसने अपनी प्लानिंग के हिसाब से दिन मे ही अपनी चूत के सारे बाल साफ करके उसको
एक दम चिकना कर लिया था फिर अपने मोटे चूतादो पर चढ़ि पॅंटी उतारकर अपनी चूत और
गंद पर तोड़ा स्प्रे कर लिया उसकी छूट खूब फूल चुकी थी उसकी आँखो के सामने बस उसे
अपने बेटे का मोटा लंड ही दिखाई पड़ रहा था वह चुदास से पूरी भर चुकी थी. और फिर
चुपके से उसके कदम अपने बेटे के रूम की ओर चल पड़े, अजय अपनी मा के नंगे जिस्म की
कल्पना मे खोया हुआ लेता था तभी गीता उसके कमरे मे आई, बेटा अजय, हाँ मा, क्या कर रहा
था, कुछ नही मा बस तुम्हे ही याद कर रहा था और अपने लंड को पाजामे के उपर से
मसल्ने लगता है, गीता अपने बेटे के खड़े लंड को कनखियो से हसरत भरी निगाहो से
देखने लगती है, और अपने रसीले होंठो पर जीभ फेरते हुए बेटा अपनी मम्मी के बदन
की मालिश करेगा,
हाँ मा बिल्कुल मैं तो तैयार बैठा हू, आज ऐसी मालिश करना बेटा कि मेरा दर्द
चला जाए , क्यो नही मा आप आराम से लेट जाओ मे अभी आप के दोनो पैरो और कमर की मालिश
कर देता हू, गीता रुक बेटा ज़रा मैं साडी उतार देती हू नही तो तेल से खराब हो जाएगी, और
गीता अपनी साडी उतारने लगती है और अजय अपनी मा की मदमस्त जवानी को अपनी आँखो से
पीने लगता है, अजय बेड पर पेर लटका कर बैठा था और उसकी मा उसके सामने अपनी साडी उतार
कर उसके पास आकर खड़ी हो जाती है और, देख बेटा क्या मैं पहले से मोटी हो गई हू, और
आगे से और फिर पीछे घूम कर अपने भारी चूतड़ अजय को दिखाती है, अजय अपनी मम्मी
के मोटे चूतादो पर अपने हाथ फेर कर उनका जयजा लेता है और नही मा तुम्हारा फिगर तो एक
दम फिट है, और अगर तुम ज़्यादा वजनी भी होती तो तुम्हारा बेटा इतना बड़ा हो गया है कि
तुम्हे अपनी गोद मे खड़े खड़े उठा सकता था, गीता रहने दे तू मुझे अभी नही उठा
पाएगा मोटे होने पर तो उठाने की बात ही दूर है,
अजय ऐसी बात है, तो अभी आप को उठा कर
दिखाऊ, गीता हा दिखा मैं भी देखु मेरे बेटे मे कितना दम है और अजय खड़ा होकर
अपनी मम्मी के दोनो मोटे मोटे चूतादो को पीछे से दबोच कर उपर उठाता है, और
अपना हाथ अपनी मम्मी की मोटी गंद की दरार मे भर कर उसकी गुदा मे अपनी उग्लिया
फँसा देता है और उसका लंड अपनी मा की फूली हुई चूत की फांको को पेटिकोट के उपर
से अलग करने की कोशिश करने लगता है, गीता की चूत पानी पानी हो जाती है और फिर अजय
धीरे धीरे अपनी मम्मी को नीचे उतारता है जिससे गीता की चूत का दाना अपने बेटे के लंड
से रगड़ जाता है और वह एक दम से अपने बेटे से चिपक जाती है और अजय भी अपनी मम्मी के
दोनो चूतादो को अपनी और खिचता हुए अपनी मम्मी के मोटे मोटे चूतादो को अपने हाथ
से विपरीत दिशा मे खींच कर फैलाता हुआ अपनी मम्मी की मोटी मोटी चुचियो को अपने
सीने से दबा लेता है, अजय मम्मी एक बात बोलू, गीता हाँ बोल आपके होंठ बहुत सुंदर
है क्या मैं इनको चूम लू,
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