RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
आरती ने जल्दी से अपनी साडी कमर तक उठा कर बेड के किनारे मूतने के अंदाज मे बैठ गई और अजय बेड के नीचे बैठ कर अपनी भाभी की मस्तानी भोसड़ी का रस जल्दी जल्दी चूसने लगा, दो मिनिट मे ही आरती अपनी गंद हिलाने लगी तब अजय ने अपनी भाभी को टाँगे बेड के नीचे झुलाकर उसे उल्टा कर दिया और अपनी भाभी की मोटी गंद को फैलाकर चाटने लगा, तभी आरती बोली अजय हा भाभी, अजय मेरी गंद तुम अपनी मम्मी की मोटी गंद समझ कर चाट, तुम्हे बहुत मज़ा आएगा, अजय ठीक है भाभी अब अजय ने अपनी भाभी के मोटे चूतादो को दोनो हाथो से पूरी तरह फैला कर कल्पना करने लगा कि वह अपनी मम्मी की मोटी गंद को पूरी नंगी करके फैला फैला कर चाट रहा है, वाकई अजय का मज़ा डॅबल हो गया और वो कस कस कर अपनी भाभी की गंद अपनी मम्मी की मोटी गंद समझ कर चाटने लगा, दो तीन मिनिट मे ही आरती कहने लगी कि वह झड़ने वाली है तो अजय ने अपना लंड निकाल कर अपनी भाभी की चूत मे पीछे से पेल दिया और कस कस कर धक्के मारते हुए कहने लगा ओह मम्मी तेरी चूत मारने मे बड़ा मज़ा आ रहा है आह आह ओ मम्मी आह, उधर आरती भी अपनी चूत की जबरदस्त ठुकाई से कहने लगी और चोद और चोद बेटा अपनी मम्मी को फाड़ दे अपनी मम्मी की मस्तानी चूत को, खूब चोद बेटा अपनी मम्मी को, कस कस के अपनी मम्मी की चूत मार और इसी के साथ आरती झड़ने लगी और अजय भी अपनी भाभी को अपनी मा समझ कर चोद चोद के झाड़ गया. दोनो फटाफट दुरुस्त होकर आरती अपने कमरे मे चली गई
दोपहर को गीता अपने बेड पर पड़े पड़े अजय के लंड से चुदने के लिए तड़पने लगी, सुभह की अजय के मोटे लंड की वो चुभन अपनी गंद और चूत मे उसे रह रह कर महसूस हो रही थी और अब वह किसी भी तरह अपने बेटे का लंड अपनी चूत मे लेने के लिए तरसने लगी और सोचने लगी क्या अजय उसे चोदेगा लेकिन कैसे, फिर उसने सोचा अजय खुद उसे चोदना चाहता है अगर अजय को थोड़ा मोका दिया जाय तो वह ज़रूर अपनी मा की चूत मारने को तैयार हो जाएगा, बस मुझे अजय को अपनी नंगी चूत के दर्शन करवाने का मोका देना होगा, अगर अजय ने उसकी नंगी चूत को करीब से देख लिया तो वह ज़रूर अपनी मा की चूत मारने को तैयार हो जाएगा, गीता ने सोचा वैसे भी वह अपनी मा की पॅंटी को कैसे सूंघ सूंघ के अपना लंड हिला रहा था, मतलब वह अपनी मा की चूत को सूंघना और चाटना भी चाहता है, यह विचार गीता के मन मे आते ही उसकी चूत मे एक भयानक खुजली होने लगी और वह आँखे बंद करके उस सीन की कल्पना करने लगी की कैसे उसका अपना बेटा उसकी नंगी चूत को सूंघ सूंघ के चाट रहा है. गीता इन सब बातो को सोच सोच कर अपने बेटे के नाम की एक जोरदार मूठ मार चुकी थी और फिर अपने बेटे के मोटे लंड से चुदने के ख्वाब देखती सो गई..
अगले दिन विजय तीन दिन के लिए आउट ऑफ सिटी चला गया, अजय के पापा ऑफीस जा चुके थे अजय सोफे पर बैठा बैठा अपनी मम्मी, भाभी और अपनी बहन रश्मि को घर का काम करते हुए देख रहा था, कभी उसकी भाभी आरती अपने मोटे दूध हिलाती हुई इधर से उधर होती, कभी उसकी बहन रश्मि अपने मोटे चुचे और मस्ट गोरी गोरी पिंदलिया को अपने छ्होटे से स्कर्ट जो घुटनो के उपर तक होता था से अपनी बहन की उठती जवानी को निहारता और कभी उसकी मम्मी गीता अपने मोटे मोटे फैले हुए चूतड़ मतकाते हुए घर के काम कर रही थी, अजय सोफे पर न्यूज़ पेपर लेकर बस चोरी चोरी उन तीनो मस्तानी घोड़ियो को देख देख के अपना लंड मसल रहा था, भाभी आरती और बहन रश्मि उसके पास से जब भी गुजरती तो एक छुदास से भरी हुई स्माइल दे देती और अजय भी अपना लंड मसलते हुए मुस्कुरा देता, तभी रश्मि अजय के सामने बैठ कर फर्श पर पोछा लगाने लगी, उसके बैठ कर पोंच्छा लगाने से उसकी मस्त मखमली जंघे और वाइट पॅंटी मे कसी उसकी मस्त फूली हुई बुर का उभार अजय को साफ दिखाई देने लगा और अजय अपना लंड मसल्ते हुए अपनी बहन की जाँघो की गहराई मे अपनी नज़रे गढ़ाए हुए अपनी बहन की उठती हुई जवानी का रस अपनी आँखो से पीने लगा, रश्मि ने जब देखा की अजय उसकी जाँघो की जड़ो मे देख कर अपना लंड मसल रहा है तो रश्मि के चेहरे पर मुस्कान फैल गई, तभी रश्मि को जाने क्या सूझा कि वह उठकर बाथरूम मे गई और थोड़ी देर मे वापस आकर फिर पोंच्छा लगाने लगी अजय ने जैसे ही रश्मि की जाँघो की जड़ो मे देखा उसका लंड बुरी तरह झटके मारने लगा जिसे देख रश्मि ने अजय की तरफ आँख मार कर मुस्कुराने लगी. दरअसल रश्मि बाथरूम मे जाकर अपने चूतादो पर कसी हुई पॅंटी को उतार कर केवल स्कर्ट मे ही बाहर आगाई और अपनी दोनो जाँघो को अजय की ओर करके पोच्छा लगाने लगी जिससे अजय को अपनी बहन का फूला हुआ पूरा भोसड़ा नज़र आने लगा और वह अपनी बहन की गुलाबी चूत और उसकी फूली हुई फांके जो कि अब विपरीत दिशा मे फैल कर पूरे रसीले भोस्डे को खोले हुए थी, अजय का लंड झटके मार रहा था, कुछ देर बाद रश्मि पोच्छा लगाकर हस्ती हुई अजय के सामने से चली गई, और फिर बालकनी मे जाकर अपने हाथ रलिंग पर टिका कर खड़ी हो गई जिससे उसकी मोटी मोटी गंद पीछे की तरफ उठ गई, अजय ने देखा मम्मी बाथरूम मे कपड़े धो रही है वह चुपचाप अपनी दीदी के पास जाकर खड़ा हो गया और अपना हाथ रश्मि की स्कर्ट के अंदर घुसा कर उसकी मोटी मोटी गंद और गंद के बीच की गहराई मे अपना हाथ फैरने लगा, रश्मि मुस्कुराते हुए रोड पर देखती हुई अपने भाई से अपनी गंद मसलवाने का आनंद लेने लगी, कुछ ही देर मे अजय ने पीछे से ही अपनी दीदी की चूत के छेद मे अपनी एक उंगली घुसा कर दबाने लगा, रश्मि का चेहरा लाल शुर्ख हो गया और उसकी चूत से रस रिस्ता हुआ उसकी जाँघो के सहारे बाते हुए उसके घुटनो तक आने लगा, रश्मि ने एक बार अपने भाई के लंड को कस कर दबा दिया और फिर अपनी चूत का पानी अपने हाथो की उंगली से पोंछती हुई अजय को अपनी उंगली दिखाने लगी अजय ने झट से अपनी दीदी की चूत रस से भीगी उंगली को अपने मूह मे लेकर चाट लिया, रश्मि मुस्कुराते हुए अंदर भाग गई, और भाभी के पास किचन मे जा कर बाते करने लगी.
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