RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
अजय ने रश्मि को उपर खीच कर अपनी बहन के होटो से होठ लगा कर उसके रसीले होंठो का रस बुरी तरह पीने लगा, रश्मि बेसूध होकर अपने भाई से चिपक कर अपना मूह खोलकर अजय के होंठो को चूसने लगी तभी अजय ने रश्मि की जीभ को अपने मूह मे भरकर उसकी रसीली जीभ का रस पीते हुए उसके मोटे चुचो को कस कर मसलने लगा और फिर अपना हाथ सीधे रश्मि की फूली हुई रस छोड़ती चूत पर लेजा कर उसकी चूत को अपने हाथो के पंजो मे भरकर दबोचने लगा, रश्मि ने अपने भाई के मोटे लंड को अपने हाथो मे कस लिया, अब अजय ने रश्मि के सारे कपड़े उतार कर खुद का लंड पाजामे से आज़ाद कर दिया रश्मि अपने भाई के मस्ताने लंड को देख कर पागल हो गई और उसको मूह मे भर कर चूसने लगी, अजय ने भी रश्मि के दोनो जाँघो के भीच आकर उसकी फूली हुई रसीली चट मे अपना मूह लगाकर अपनी बहन की चूत को चाटने लगा दोनो भाई बहन 69 की पोज़िशन मे एक दूसरे के लंड और चूत को पागलो की तरह चूसने लगे.
अजय ने अपने दोनो हाथो से रश्मि की चूत को फैलाकर देखा कितनी गुलाबी और फूली हुई बुर थी उसकी बहन की वह अपनी बहन की बुर को खूब फैला फैला कर चाटने लगा और लंबी लंबी चुस्कियामारने लगा अपनी कमर हिला हिला कर अपनी मस्तानी चूत अपने भाई के मूह मे देने लगी और अपने भाई के लंड के सूपदे को अपने मूह से दबोच दबोच कर चूसने लगी जैसे वह लंड से सारा जहर चूस लेना चाहती हो करीब 10 मिनिट तक दोनो भाई बहन एक दूसरे के लंड और चूत को चाटते चूस्ते रहे और फिर एक दूसरे के मूह मे ही अपना अपना रस छोड़ दिया जिसे दोनो बड़े चाव से पूरा चाट गये.
और करीब दो मिनिट तक दोनो एक दूसरे के पैरो की तरफ मूह करके पड़े रहे, फिर अजय उठ कर रश्मि के मूह की ओर लेट गया. रश्मि अभी भी अपनी आँखे बंद किए गहरी साँसे ले रही थी फिर अजय ने उसके होंठो को चूमा तो उसने आँखे खोल कर अपने भाई को देखा और एक मुश्कूराहट के साथ शर्मा कर अजय के सीने मे अपना मूह छुपा लिया. अजय दीदी तुम कितनी सेक्सी हो और तुम्हारी चूत का रस कितना नसीला है मुझे आज पता चला नही तो मे कब का तुम्हारी रसीली चूत का रस पी चुक्का होता. रश्मि ने अजय का मूह चूमते हुए मेरे प्यारे भैया मे तो कब से तुझसे नंगी होकर चुदवाने के लिए तरस रही हू. अजय दीदी आज मे तुमाहरी हर इच्छा पूरी कर दूँगा और अपनी दीदी के नंगे बदन को अपने नंगे बदन से चिपका कर उसके रसीले होटो और जीभ को चूसने लगा. रश्मि अजय के लंड पर अपना हाथ फेर कर उसे सहलाने लगी. रश्मि अच्छा अजय तुझे मुझमे सबसे ज़्यादा क्या पसंद है.
अजय रश्मि के मोटे और फैले हुए चूतादो पर हाथ फेरता हुआ मुझे अपनी दीदी के इन चूतादो पर सबसे ज़्यादा प्यार आता है. रश्मि क्या मन करता है तेरा, अजय दीदी मुझे तुम्हारे मस्ताने चूतादो को खूब दबोच दबोच कर चाटने का खूब मन करता है. जब तुम अपनी मोटी गंद हिलाकर चलती हो तो लगता है कि इस मोटी मोटी गंद मे अपना मूह डाल कर इन्हे खूब चुसू खूब प्यार करू, रश्मि पेट के बल लेट कर अपनी मोटी गंद उचकाते हुए ले मेरे प्यारे भाई चाट ले अपनी बहन की मोटी गंद को, अजय ने दो मोटे तकिये रश्मि के पेट के नीचे रख दिए जिससे उसकी तरबूज जैसी उछलती गंद और खुल कर उभर आई और अजय पागलो की तरह अपनी दीदी की मोटी गंद को दोनो हाथो से फैला फैलाकर चाटने लगा और अपना मूह अपनी दीदी की मोटी गंद मे दबाने लगा,
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