RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
अब आरती को अजय अपने जाल मे फस्ता हुआ नज़र आ गया था, उसने अजय का हाथ पकड़ कर अपने बेड पर बैठाया और बोली देख अजय अगर तूने मुझे सब सच सच नही बताया तो मे ये बात तेरे भैया से और तेरे पापा दोनो को बता दूँगी, यह सुनते ही अजय भाभी के पैरो मे गिर गया भाभी मुझे माफ़ कर दो मुझसे ग़लती हो गई अब ऐसी हरकत कभी नही करूँगा, आरती अजय को उठा कर अपने पास बैठाती हुई, देख अजय मे तुझे एक ही शर्त पर माफ़ कर सकती हू और किसी को कुछ नही बताउन्गि यदि तू मेरे हर सवाल का जवाब बिल्कुल सही सही देगा, अजय…भाभी मुझे आप की हर बात मंजूर है पर मुझे माफ़ कर दो, आरती अच्छा तो ठीक है मे जो पुच्छू वो सच सच बताना, जी भाभी,अजय बहुत शातिर था वह भाभी की इन बतो से समझ गया था कि उसकी भाभी भी चुदास से भारी है ज़रूर अपना कोई उल्लू सीधा करना चाहती है और फिर मेरा लंड देख कर भी शायद पनिया गई है, भाभी अच्छा बता तू बाथरूम के अंदर क्या देख रहा था, अजय.. भाभी वो वो, अरे वो वो मत कर सच सच बता नही तो तू जानता है कि मे तेरे भाई और पापा को तेरी हरकत बताने मे देर नही करूँगी. नही नही भाभी ऐसा मत करना मे बताता हू वो मे मम…मम्मी को देख रहा था, क्यो देख रहा था, वो वो भाभी, बोल ना सच सच बोल मे किसी से नही कहूँगी, वो भाभी मम्मी को नंगी देख रहा था, आरती… क्यो तेरा मन तेरी मम्मी को नंगी देखने का करता है, वो भाभी, अरे क्या वो वो लगा रखा है ठीक से पूरी बात खुल के बता, अजय ने सोचा अब इस रंडी की चूत मे पानी भर ही देता हू,
भाभी मुझे मम्मी को नंगा देखने का मन कर रहा था, आरती क्या अच्छा लगता है तुझे अपनी मम्मी मे, भाभी उनके बड़े बड़े दूध और मोटे मोटे चूतड़ नंगे देखने का खूब मन करता है, और क्या मन करता है तेरा अपनी मम्मी के लिए, अजय…मन करता है की उनको नंगे बदन से चिपक जाउ और उनके बूब्स और गंद को खूब सहलाऊ, आरती तो क्या तू अपनी मम्मी को चोदना चाहता है जी भाभी, हाय राम क्या बेटा है अपनी मा पर ही चढ़ना चाहता है, अच्छा तो तू अपना लंड हिलाकर मूठ भी मारता होगा, जी भाभी,, और क्या सोचता है मूठ मारते हुए यही कि मे अपनी मम्मी को नंगी करके चोद रहा हू, आरती अब बहुत गरम हो चुकी थी उसका हाथ बार बार साडी के उपर से अपनी चूत पर जा चुका था जिसे अजय ने देख लिया था, आरती अच्छा मम्मी को ही चोदने का मन करता है या रश्मि को भी, अजय ने सोचा आज मोका अच्छा है इसकी बुर मारने का और बोला भाभी मुझे तो दीदी को चोदने का भी मन करता है और दीदी को भी कई बार मे नंगी देख चुक्का हू, रश्मि और क्या मन करता है तेरा अपनी मा और बहन के बारे मे,
भाभी मेरा दिल करता है कि मे मम्मी और रश्मि दोनो को नंगी कर के ईक साथ दोनो को चोदु क्यो कि मेरे लंड की भी आदत हो गई है दो बार मूठ मारने की एक बार पहले रश्मि के नाम की मूठ मारता हू और फिर दूसरी बार अपनी मा के नाम की मूठ मारता हू मेरा लंड एक बार के मूठ मारने से शांत ही नही होता फिर खड़ा हो जाता है. आरती गोर से अजय के मूह की तरफ देख रही थी और उसका हाथ अनायास ही खुद की चुचि को दबाने के लिए उठ जाता था. आरती अब काफ़ी गरम हो चुकी थी, अच्छा ये बता फिर तो तेरी नीयत मुझ पर भी खराब होगी, अजय..नही भाभी ये आप क्या कह रही हो, आरती बनो मत.. सच सच बताओ….नही नही भाभी ऐसा नही है,
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