RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
तीन घोड़िया एक घुड़सवार--3
गतान्क से आगे...................
बहन अपनी सहेली के यहाँ गई हुई थी अजय जल्दी से बाथरूम के दरवाजे मे आँख लगाकर देखने लगा अंदर गीता पूरी नंगी हो चुकी थी उसकी मोटी नंगी गंद दरवाजे की तरफ थी अजाया अपनी मा की गोरी गोरी मोटी और गदराई गंद देख कर अपना लंड मसल्ने लगा, और मन ही मन बुदबुदाने लगा क्या मस्त गंद है मेरी मम्मी की ऐसी मोटी गंद को तो रात भर नंगी कर के चोदने मे मज़ा आ जाएगा, गीता कपड़े बाल्टी मे गलाने के लिए झुकी तो उसकी गंद और मोटा भोसड़ा पूरा खुल कर अजय के सामने आ गया, अजय कितना बड़ा और गहरा छेद है मा की गंद का और चूत की मोटी मोटी फांके कितनी फूली हुई है और चूत का छेद एक दम गुलाबी आह मम्मी कितनी मस्त गंद और चूत है तेरी एक बार अपने बेटे को अपनी चूत का रस पिला दे मम्मी तुझे रात भर नंगी करके तेरी चूत खूब अपने मूसल से कुतूँगा एक बार मुझसे गंद मरा ले मेरी प्यारी मम्मी यह कहते कहते अजय के हाथो की गति तेज हो गई तभी अचानक अजय की पीठ पर कोई हाथ पड़ा और अजय ने पलटकर देखा तो उसकी साँसे थम गई क्यो कि आरती उसके पीछे खड़ी थी, डरके मारे उसके पाँव काँपने लगे उसे यह भी होश नही रहा कि उसका मोटा लंड आरती की ओर तन कर खड़ा है आरती कभी अजय को कभी अजय के लंड को देख रही थी, आरती धीरे से ताकि आवाज़ बाथरूम के अंदर ना जा सके क्या कर रहा था, अजय अपना लंड अपने पाजामे मे छुपाता हुआ कुछ नही भाभी,
आरती ने अजय को हटाते हुए दरवाजे के छेद से बाथरूम मे देखा उसे अपनी सास की मोटी गंद और चूत नज़र आए और उसके मूह मे हल्की सी मुस्कान आ गई पर चेहरे पर बनावटी गुस्सा दिखाते हुए तुझे शर्म नही आती ये सब करते हुए, अजय ने अपनी गर्देन नीचे झुका ली थी उसकी चोरी रंगे हाथो पकड़ी जा चुकी थी, उसने अजय का हाथ पकड़ा और बोली चल इधर आ मेरे साथ अभी बताती हू तुझे और अजय का हाथ पकड़ कर अपने रूम मे लेकर आ गई और काफ़ी गुस्सा दिखाती हुई बोली क्या देख रहा था दरवाजे के छेद से, अजय चुप चाप खड़ा था उसके मूह से शब्द नही निकल रहे थे वह काफ़ी डरा हुआ था,
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