RE: Hindi Sex Kahaniya हाईईईईईईई में चुद गई दु�...
“हान्ंनननननननणणन् में माँ तो बनने वाली हूँ, मगर मेरे पेट में पलने वाला इस बच्चे का बाप यासिर नही बल्कि तुम हो विनोद्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द” विनोद की बात के जवाब में मुस्कुराते हुए जब मैने अपने नये शौहर विनोद को ये बात बताई. तो खुशी और हैरत के मारे विनोद का मुँह एक दम खुला का खुला ही रह गया.
“ओह इतनी बड़ी बात तुम ने मुझ से अब तक क्यों छुपाई रखिईीईईईईईई सायराआआआआआअ” मेरी बात के ख़तम होते ही विनोद एक दम मेरे बहुत नज़दीक आया. और अपने तने हुए लंड को मेरी मुलायम चूत के गीले होंठों पर फेरते हुए कहने लगा.
“तुम जानते हो कि सुहाग रात को शौहर ही हमेशा अपनी बीवी को मुँह दिखाई की रसम में कोई चीज़ तोहफे में देते है, मगर इस दफ़ा अपनी सुहाग रात को ये खबर सुना कर, में तुम्हें चूत चुदाई का ये तोहफा देना चाहती थी मेरी जान” विनोद के अनकट लंड के टोपे की रगड़ को अपनी चूत के मोटे छोले पर महसूस करते हुए में सिसकारते हुए जवाब दिया.
“ओह मुझे अपनी जान के पेट में पालने वाले इस तोहफे को कबूल करते हुए बहुत ही मूसरत हो रही है, चलूऊऊऊओ इसी खुशी में तुम्हारी चूत को एक बार फिर चोद कर में तुम्हारी कोख में पलने वाले अपने बच्चे की पैदाइश को ज़केनी बना दूं मेरी जान” ये बात कहते हुए विनोद ने मेरी चूत के फूले हुए लिप्स को अपने हाथ से खोला. ताकि वो एक बार फिर अपने मोटे लंड को मेरी चूत में डाल कर अपने और मेरे जवान जिस्म की जिन्सी भूक मिटा सके.
“रूको ज़रा,आज तुम नही बल्कि यासिर खुद तुम्हारे लंड को अपने हाथ से पकड़ कर मेरी चूत में डाले गा विनोद” अपनी चूत के खुले मुँह पर विनोद के लहराते हुए लंड को देखते हुए मैने अपने असल शौहर यासिर की तरफ देखा. और यासिर को विनोद का लंड अपनी चूत में डालने का इशारा किया.
“मैने तुम्हारे कहने के मुताबिक तुम्हारी चूत को चाट कर विनोद के लंड के लिए तैयार तो कर दिया है,मगर विनोद के लंड को अपने हाथ से पकड़ कर तुम्हारी फुददी में डालने का काम मुझ से नही हो पाएगा सायराआआआआ” मेरी बात सुन कर यासिर ने झिझकते हुए मुझे जवाब दिया.
“इतना सब कुछ हो जाने के बावजूद ना जाने तुम्हे शरम क्यों आ रही है मेरी जान, तुम्हें अपनी बीवी को किसी और मर्द से चुदवाने का शौक है ना, तो चलो अब शरमाना छोड़ो और अपने हाथ से अपने दोस्त का लंड अपनी जवान बीवी की प्यासी चूत में डाल कर मेरी तपती फुद्दि की गरमी को ठंडा करने के साथ अपने इस शौक को भी पूरा कर लो यासिर” यासिर की बात के जवाब में ये कहते हुए मैने अपने शौहर यासिर के हाथ को पकड़ कर विनोद के तने हुए मोटे लौडे पर रख दिया.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ देखूऊऊऊऊ तुम्हारी बीवी की फुद्दि के लिए मेरा लंड कितना सख़्त हो रहा है दोस्त, इस से पहले कि मेरा ये लंड फूल कर फट जाए, इसे अपनी बीवी की गरम और टाइट चूत में डाल भी दो ना यासीर्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर” यासिर के हाथ की गिरफ़्त को अपने लोहे जैसे सख़्त लंड पर महसूस करते ही मेरी तरह विनोद भी सिसकार उठा.
“ओह हान्ंनणणन् तुम दोनो सही कह रहे हो,सायरा की चूत को किसी और मर्द के लंड के लिए खुलता देखने की मेरी बहुत ख्वाहिश है, और अब जब कि तुम से अपनी प्रमोशन लेने की खातिर में एक बार अपनी बीवी को तुम से चुदवा ही चुका हूँ, तो फिर अपने हाथ से अपनी बीवी की प्यासी चूत में तुम्हारे इस लंड को डालने में कोई हर्ज नही, जिस लंड के लिए मेरी बीवी की चूत पिछले एक महीने से पानी छोड़ छोड़ कर बे हाल हो रही है” मेरी और विनोद की बातों के जवाब में यासिर ने भी आख़िर हार मानते हुए कहा.
और इस के साथ उस ने अपने दोस्त और मेरे नये शौहर विनोद का मोटा,ताज़ा,गरम लंड अपने हाथ से पकड़ कर मेरी तंदूर जैसी गरम चूत के अंदर दाखिल कर दिया.
“ आआआअहह, ऊऊऊहह.” विनोद का बड़ा सख़्त और मज़बूत लौडे की चमड़ी वाला टोपा जेसे ही मेरी चूत के दाने से टकराता हुआ मेरी तंग चूत में एक बार फिर दाखिल हुआ.
तो विनोद के इस अनकट लौडे की लज़्जत को महसूस कर के पैरों से ले कर सर तक एक मस्ती की सिहरन मेरे पूरे वजूद में छाती चली गई.
हालाकी यासिर की प्रमोशन की खातिर विनोद से एक बार चुदवाने के बाद मैने अपने दिल में ये इरादा कर लिया था. कि अब कभी विनोद को अपने करीब आने का मोका नही दूँगी.
मगर हक़ीकत ये थी. कि विनोद से एक बार चुदने के बाद मैने पिछले एक महीने में ना जाने कितनी दफ़ा उस के लौडे को याद कर के अपनी चूत की आग को अपने हाथों से ठंडा करने की नाकाम कोशिश की थी.
विनोद के मोटे सख़्त और जवान लंड का ये ही वो स्वाद और ये ही वो मज़ा था. जिस की तलब ने मुझे पिछले एक महीने से पागल बना रखा था.
और जिसे आज अपनी चूत में एक बार फिर से लेने के बाद मेरी चूत में लगी आग ठंडा होने की बजाय मज़ीद भड़क चुकी थी.
“ओह कैसाआआआआअ लगा है मेरी जान को विनोद का ये सख़्त लंडन्न्नन्न्नन्नन्न्न्न सायराआआआआआआअ” विनोद के अनकट लौडे को मेरी तंग चूत में डालते ही यासिर ने एक दम मुझ से पूछा.
“ ओह क्या बताऊ,विनोद्द्द्द्द्द का लौडा तुम्हारे लंड से बहुत ज़्यादा मोटा और सख़्त हह हाईईईई, सच बात ये है कि मेरे दिल ने तो तुम से प्यार किया है, मगर मेरी चूत अब विनोद के लंड की आशिक़ बन चुकी है, वैसे भी अब मेरी छोड़ो,तुम बताओ कि अपनी नज़रों के सामने एक और मर्द का मोटा,ताज़ा जवान लंड को अपनी जवान बीवी की गरम चूत में जाते देख कर तुम्हें कैसा महसूस हो रहा है मेरी जान” यासिर ने ज्यों ही विनोद के मोटे लंबे लंड को अपने हाथ से पकड़ कर मेरी पानी छोड़ती चूत के मुँह पर रख कर मेरी फुद्दि के अंदर डाला. तो मज़े से सिसकते हुए में अपने असली शौहर के सर पर अपना हाथ रख कर यासिर के मुँह को अपनी चूत में जाते हुए विनोद के बड़े और सख़्त लंड के नज़दीक किया. और फिर अपने शौहर यासिर से पूछने लगी.
“उफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ मैने आज तक वाइफ शेरिंग वाली जितनी भी स्टोरीस राजशर्मास्टॉरीजडॉटकॉम पर पढ़ी, या इस तरह की पॉर्न मूवीस देखी हैं, उन सब को पढ़ने या देखने में मुझे वो मज़ा नही मिला,जो मज़ा मुझे विनोद के लंड को अपने हाथ से तुम्हारी चूत में डालने और फिर तुम्हारी चूत को विनोद के लंड के लिए खुलता देख कर मिला है, और इस मज़े की वजह से लगता है कि मेरा लंड जेसे फॅट ही जाए गा”
मेरी फुद्दि के ऐन उपर झुक कर मेरी चूत में दाखिल होते हुए विनोद के शेष नाग लंड पर अपनी नज़रें घुमाते हुए यासिर ने मुझ से कहा.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ मुझे तो यकीन ही नही हो रहा कि विनोद्द्द का इतना बड़ा और मॉटााअ लौडा तुम्हारी इस मासूम सी चूत में घुस भी पाएगा मेरी ज़ाआाआअँ” मेरी चूत के अंदर फिसलते हुए मेरे नये शौहर के गधे जेसे लंड पर बदस्तूर अपनी नज़रें जमाए यासिर ने मुझ से सवाल किया.
और इस के साथ ही विनोद के सामने खुली हुई मेरी टाँगों में से हट कर बिस्तर पर पड़े हुए मेरे जिस्म के ऐन पीछे आ कर बैठ गया.
“ओह ,हाईईईईईईई विनोद्द तुम्हारी तरह कोई अनाड़ी नही बल्कि औरतों के मामले में एक माहिर खिलाड़ी है, जो बहुत अच्छी तरह जानता है कि किसी औरत को चोदने से पहले उसे गरम केसे किया जाता है, वैसे भी विनोद का ये लंड शायद दुनिया के सब से बड़े लौडो में से एक है, और इतना लंबा और मोटा लौडा करोड़ों औरतों में किसी एक औरत ही को ही नसीब होता हो गा,इस लहाज़ से में सच मूच बहुत ही खुश किस्मत औरत हूँ कि जिस की चूत विनोद के इस सख़्त, मज़बूत और ताक़त वर लौडे को अपनी चूत में ले रही हूँ, मुझे ऐसे लगता है कि मेरी ये चूत्त्त्त्त्त्त्त शायाद्द्दद्ड विनोद्द्द्द्द्द्द के लंड के लिए है बनी है यासीर्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर” मैने विनोद के सख़्त अनकट लौडे के गिर्द अपनी चूत के मसल कसते हुए अपने शौहर यासिर से कहा.
“ओह तुम्हारी चूत में जाते हुए विनोद के लंड की पच पच ने तो मुझे पागल कर दिया है,और ज़ोर और मज़े से खुल कर अपनी चूत को विनोद के लंड से चुदवाओ मेरी बेगम सायराआा ज़ाआआआं” मेरी मुस्लिम चूत के अंदर बाहर होते विनोद के अनकट हिंदू लौडे को मेरे पीछे बिस्तर पर बैठ कर देखते हुए यासिर ने मुझ से कहा.
“ देखना चाहते हो कि एक असल मर्द अपनी बीवी की चूत की कैसी खातिर करता हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईई,तो देख लो मेरी चूत की गहराई में फिसलते हुए मेरे नये शौहर विनोद के इस अनकट लौडे को यासिर, जिस के लंड की चमड़ी ने तुम्हारी मुस्लिम बीवी की चूत को अपना इतना गेर्वेदा बना लिया है, कि अब तुम्हारे जीते जी में इस हिंदू लौडे की रखैल बन चुकी हूँ यासीर्र्र्र्र्ररर”
[url=https://rajsharmastories.com/viewtopic.php?f=12&t=8631&start=65#top][/url]
|