RE: Hindi Sex Kahaniya हाईईईईईईई में चुद गई दु�...
विनोद के सोफे में बैठते ही मैने जल्दी से विनोद की शर्त के बटन खोल कर अपने नये शौहर की कसी हुई जवान और सख़्त छाती के उपर अपने गरम होंठ रख कर विनोद की छाती के निपल को अपने दाँतों से काटने लगी थी.
“ओह किय्ाआआआआआ मसत्थत्टटटटतत्त और गरम बीवी नसीब हुई हाईईईईईईईईईईईईई मुझे यययययययययी” मैने ज्यों ही विनोद की मज़बूत छाती पर मौजूद उस के छोटे से निपल को अपने दाँतों में दबा का काटा. तो दर्द और मज़े की शिद्दत से विनोद एक दम सिसकते हुए बोल पड़ा.
थोड़ी देर विनोद की चौड़ी छाती पर अपनी गरम ज़ुबान फेरने के बाद मैने अपने मुँह को नीचे किया. और फिर आहिस्ता आहिस्ता मेरी ज़ुबान विनोद की धुनि के ऐन उपर आ गई.
विनोद की गहरी धुनि को देखते ही मुझे जोश आया. और मैने एक दम तेज़ी से अपनी ज़ुबान को अपने नये शौहर विनोद की नाफ़ के अंदर ज़ुबान डालते हुए विनोद की धुनि को अपनी ज़ुबान से चाटने लगी.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ इतना मज़े को मुझे सपना ने पूरी ज़िंदगी मैने दिया था, जितना मज़ा तुम मुझे इस एक ही लम्हे में दे रही हो मेरी जानणन्न्” मेरी ज़ुबान के धुनि के अंदर जाते ही लज़्जत के मारे विनोद एक दम सिस्कार्ते हुए कहने लगा.
“विनोद्द्द्द्द्द्द्द को तो मज़ा आ ही रहा है, मगर तुम्हें विनोद से किए जाने वाले मेरे प्यार का ये अंदाज़ केसा लगा रहा है यासिर” विनोद के पेट और नाभि के अंदर अपने नुकीली ज़ुबान को फेरने के दौरान मैने सोफे पर साथ बैठे हुए अपने पहले शौहर यासिर से सवाल किया.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ तुम्हारी ज़ुबान तो विनोद के जिस्म पर घूम रही है, मगर उस का असर मुझे अपने जिस्म पर महसूस हो रहा है मेरी जान,और अपनी बीवी को उस के दूसरे शौहर के साथ ये मस्तियाँ करते देख कर जोश के मारे मेरा लंड तो जैसे फटने लगा है मेरी जान” मेरी बात के जवाब में यासिर ने जब ये कहा तो मस्ती के मारे में एक दम अपने मुँह को विनोद के उस लंड के ऐन उपर ले आई. जिस लंड से एक ही रात चुद कर में तो उस लंड की अब एक पुजारन बन चुकी थी.
अपने हिंदू शौहर की पॅंट में खड़े हुए मोटे अनकट लंड पर अपने जवान और गरम हाथ फेरते हुए मैने विनोद से कहा “ज़रा एक बार फिर उठ कर खड़े होना मेरे सरताज”.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ क्या बात है,जब में खड़ा था तो मुझे खुद ही सोफे पर गिरा दिया, अब सोफे पर बैठ कर तुम्हारी जवानी के मज़े लेने का सोच रहा हूँ, तो मुझे एक बार खड़ा करने का इरादा कर लिया है तुम ने सायराआआआआअ” मेरी बात सुन कर विनोद ने मुझ से पूछते हुए सोफे से उठ कर मेरे सामने खड़ा हो गया.
“वो इसीलिए कि तुम्हारी दुल्हन के रूप में सजी सन्वरि होने की वजह से में तुम्हारी बीवी की हैसियत से तुम्हारे कदमों में बैठ कर अपने शौहर के उस लंड की पूजा करना चाहती हूँ, जिस लंड को एक बार अपनी चूत में लेने के बाद में तुम्हारे लंड की दासी बन गई हूँ मेरे महाराज” विनोद की बात का जवाब देते हुए में बोली.
और फिर विनोद के अनकट लंड को उस की पॅंट में से बाहर निकलते ही बेसबरी के साथ अपना मुँह खोल कर विनोद के सख़्त और जवान लंड की मोटी टोपी को अपनी प्यासी ज़ुबान के साथ एक दम हल्का सा चूम लिया.
“उफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ मेरी बीवी की क्याआआअ गरम ज़ुबान है हाईईईईईईईईईईईईई” ज्यों ही मेरी नुकीली ज़ुबान ने अपने शौहर के अनकट लौडे को हलक से टच किया. तो मेरी प्यासी ज़ुबान की गर्मी को महसूस करते ही विनोद एक दम मचलते हुए कहने लगा.
इधर में अपने नये शौहर के लंड को उस की पॅंट से बाहर निकाल कर उस की टोपी के स्वाद से लुफ्तओअंदोज हो रही थी.
तो इस दौरान मेरी नज़र सोफे पर बैठे अपने पहले शौहर यासिर की तरफ भी गई.
मैने देखा कि यासिर अपनी आँखे फाड़ फाड़ कर मुझे विनोद के मोटे और बड़े लंड की चुसाइ लगाते देख रहा था.
“विनोद के काले, मोटे, अनकट लंबे लंड को पहली बार अपनी नज़रों के सामने देख कर ऐसा लग रहा था कि मेरे शौहर यासिर की तो जैसे बोलती ही बंद हो गई हो” अपने शौहर यासिर के चेहरे पर फैली हैरत को देखते हुए मैने सोचा.
“ऐसे लगता है कि मेरी तरह यासिर ने भी इतना बड़ा,मोटा और सख़्त लंड शायद पहले कभी नही देखा, इसी लिए आज अपनी बीवी को यूँ अपनी नज़रों के सामने एक दूसरे मर्द के सख़्त,मोटे और बड़े लंड को चूस्ता हुआ देख कर यासिर को यकीन नही हो रहा कि उस की बीवी जिस लंड को चूस रही है, क्या वाकई ही वो किसी इंसान का लंड है या किसी गधे का “
इसीलिए विनोद के लंड को आज पहली बार इस तरह अपनी नज़रों के सामने देख कर यासिर की आँखे फटी की फटी रह गई.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ विनोद्द्द्द्द्द के लंड का ये मोटा टोपा तो तुम्हारे मुँह में नही जा पा रहा, मुझे तो ये समझ नही आ रही कि तुम ने इस मोटे लंड को अपनी इस छोटी सी चूत में केसे लिया हो गा, हाईईईईईईईईई विनोद का ये लंड तो मेरी बीवी की कमसिन चूत्त्त्त्त्त्त्त्त्त को पूराआआआ खूऊऊऊल कर रख देगा एयाया सायराआआआ” मुझे मज़े ले ले कर यूँ अपने हिंदू शौहर के अनकट लंड के मोटे टोपे को चुसते देख कर सोफे पर मज़े से अपने लंड को मसल्ते हुए यासिर ने कहा. तो अपने शौहर यासिर की इस बात को सुन कर विनोद के साथ मेरे मुँह से भी एक सिसकी फुट पड़ी.
यासिर के मुँह से निकलने वाली इस बात को सुन कर मुझे एक दम जोश आया. और मैने विनोद की पॅंट को पूरा उतारते हुए सोफे पर बैठे अपने पहले शौहर यासिर से कहा “तुम भी अपनी पॅंट उतार कर इधर मेरे करीब आओ मेरी जान”.
यासिर ने मेरी बात सुन कर विनोद की तरफ देखा और फिर झिझकते हुए वो भी अपनी पॅंट उतार कर मेरे करीब आ खड़ा हुआ.
“अच्छी तरह देख लो मेरी जान,ये वो ही लंड है जिस से चुदवाने के लिए तुम खुद मुझे तैयार कर के विनोद के घर ले गये थे, और अगर तुम्हारा ये ख्याल है कि इस मोटे, लंबे,सख़्त अनकट हिंदू लंड से एक बार चुदवाने के बाद, तुम्हारी पाकिस्तानी बीवी की मुस्लिम चूत तुम्हारे क्यूट लंड से कभी दोबारा खुश रह सकती है,तो ये तुम्हारी खुश फ़हमी है यासिर”
ये कहते हुए मैने विनोद के लंड को एक बार फिर अपने मुँह में भरा.और यासिर की नज़रों के सामने मज़े ले ले कर विनोद के मोटे लंड पर अपनी गरम और प्यासी ज़ुबान घुमाने लगी.
“ओह तुम सही कह रही हो,गधे जैसे इस लंड को एक बार अपने अंदर लेने के बाद तुम क्या,कोई भी औरत कभी इस लंड के बिना नही रह सकती,मुझे खुशी है कि अंजाने में ही सही, मगर मैने अपनी जवान गरम बीवी की प्यासी चूत की प्यास बुझाने के लिए इतने मोटे और लंबे लंड का खुद ही बंदोबस्त कर दिया है सायराआआअ” मेरी बात सुनते हुए यासिर ने नाराज़ या शर्मिंदा होने की बजाय मेरी बात का समर्थन किया.
और फिर मेरे पीछे से मेरे सर को अपने हाथों में पकड़ते हुए मेरा मुँह विनोद के लंड की तरफ मोड़ा और मुझे अपने नये शौहर विनोद के तने हुए अनकट लौडे का मज़े से चूसने में मदद फहराम करने लगा था.
मुझे यासिर का अपनी ही बीवी को एक गैर मर्द के लंड की तरफ रगीब करने का ये अंदाज़ इतना अच्छा लगा. कि मैने मज़े से बे हाल होते हुए विनोद के लंड को दीवाना वार सक कारण शुरू कर दिया.
विनोद के लंड को सक करने के दौरान में विनोद के लंड की टोपी को लंड की स्किन में से बाहर निकाल कर चूस रही थी.
जिस की वजह से विनोद के मोटे लंड का टोपा मेरे होंठों पर लगी सुर्ख लिपस्टिक से पूरी तरह लाल हो गया था.
थोड़ी देर अपनी गरम जोशी से विनोद के लंड को सक करने के बाद मैने यासिर से कहा.“उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ में जितनी देर में विनोद के इस मोटे लंड को सक करती हूँ,तुम उतनी देर में मेरी चूत को चाट कर मेरी फुद्दि को विनोद के लंड ले लिए अच्छी तरह से तैयार करो मेरी जान”
विनोद के मोटे लंड को अपने मुँह में भरते हुए मैने अपने पहले शौहर यासिर से फरमाइश की.
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