RE: Hindi Sex Kahaniya हाईईईईईईई में चुद गई दु�...
“इंडिया में नही बल्कि इधर दुबई में ही एक लड़की को में पसंद कर चुका हूँ, और इसी लिए में तुम्हारे पास आया हूँ यासिर” विनोद ने मेरे शौहर की बात का जवाब दिया.
“अच्छा में समझ गया तुम चाहते हो कि हम तुम्हारे साथ जा कर उस लड़की के घर वालों से तुम्हारे रिश्ते की बात करें, ठीक है तो फिर किसी दिन लड़की के घर वालों से मिल कर तुम्हारे रिश्ते की बात पक्की कर लेते हैं यार” विनोद की बात ख़तम होते ही यासिर खुशी से मुस्कुराते हुए मेरी तरफ देख कर कहने लगा.
“यार अपनी दूसरी शादी के लिए मुझे किसी और से बात करने को कोई ज़रूरत नही, बल्कि मुझे तो सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हारी हां की ज़रूरत है, और इसी लिए रिश्ते की बात करने और तुम्हारी इजाज़त लेने में तुम्हारे पास आया हूँ यासिर” यासिर की बात ख़तम होते ही विनोद ने जब ये बात कही. तो यासिर के साथ मुझे भी विनोद की इस बात बात पल्ले नही पड़ी.
इसीलिए विनोद की बात ख़तम होते ही में और यासिर एक दूसरे का मुँह देखने के बाद एक दम विनोद की तरफ देखने लगे.
“शादी तुम ने करनी है, मगर इजाज़त माँगने और रिश्ते की हां लेने के लिए तुम मेरे पास आए हो, में कुछ समझा नही विनोद” मेरी तरह यासिर को भी विनोद की इन अजीब बातों की कुछ समझ नही आ रही थी. इसीलिए अब की बार यासिर ने तज्सोस भरे लहजे में विनोद से बोलते हुए कहा.
“ चलो में खुल कर समझाता हूँ तुम्हें,असल में बात ये है कि मैने ज़िंदगी में बहुत सी औरतों के साथ चुदाई की है, मगर जो मज़ा मुझे तुम्हारी बीवी सायरा के साथ एक रात में मिला है, वो मज़ा सपना समेत मुझे आज तक किसी दूसरी औरत से ने नही मिला, सायरा के साथ गुज़ारी गई वो रात मुझे अभी तक नही भूली,इसी लिए सपना की मौत के बाद, अब मैने ये सोचा है, कि किसी और औरत को अपनी ज़िंदगी का साथी बनाने की बजाय, क्यों ना में सायरा से दूसरी शादी कर के तुम्हारी बीवी को में अपनी पत्नी बना लूँ, और इसी लिए सायरा का रिश्ता माँगने में तुम्हारे पास आया हूँ यासिर” विनोद ने इतनी बड़ी बात बहुत आराम और धीमे लहजे में यासिर से एक दम कह तो डाली.
मगर मैने महसूस किया कि ये बात अपने मुँह से निकालते ही विनोद के चेहरे पर एक अजीब सी शैतानी मुस्कराहट फैलती चली गई थी.
इधर विनोद ने मेरे और यासिर की तरफ देखते हुए बहुत बहुत खुले और नंगे अल्फ़ाज़ में ये बात कही.
तो विनोद से चुदवाने के बावजूद अपने शौहर के सामने विनोद की ज़ुबान से निकलने वाली ये गंदी बात सुन कर मुझे बहुत शरम महसूस होने लगी.
“उफफफफफफफफफफफफ्फ़ आम तौर पर तो लोग गैर शादी शुदा लड़कियों का रिश्ता माँगने उन लड़कियों के माँ बाप के पास जाते ही हैं, मगर आज पहली बार कोई मर्द एक शादी शुदा औरत का रिश्ता माँगने उसी औरत के ज़िंदा शौहर के पास चला आया है, इसे कहते हैं कि आँखों का लाड़ला, खेलने को माँगे चाँद रे” विनोद को यूँ मेरे सामने मेरे शौहर यासिर से मेरा रिश्ता माँगते हुए देख कर मेरे दिल में इस ख्याल ने जनम लिया.
विनोद की इस अनोखी ख्वाहिश पर यासिर की तरह मुझे भी हद से ज़्यादा हैरत महसूस हुई. और इसी लिए यासिर के साथ साथ मेरा अपना मुँह भी हैरत के मारे खुला का खुला ही रह गया.
मगर इस के साथ ही मुझे यूँ महसूस हुआ कि मुझे अपनी बीवी बनाने की बात विनोद के मुँह से सुनते ही मेरी चूत में लगी आग के शोले एक दम बुलंद हो चुके थे. और मेरी चूत का पानी मेरी फुद्दि से निकल कर मेरी गुदाज रानों को गीला करने लगा था.
“तुम्हारा दिमाग़ तो खराब नही हो गया विनोद, सायरा तो मेरी बीवी है और मेरे जीते जी तुम इस से शादी केसे कर सकते हूऊऊऊऊओ” विनोद की बात सुनते ही यासिर के गुस्से का पारा एक दम आसमान से बातें करने लगा. और वो चीखते हुए विनोद से बोला.
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