RE: Hindi Sex Kahaniya हाईईईईईईई में चुद गई दु�...
अभी में ये ही अंदाज़ा लगाने में मसरूफ़ थी. कि विनोद इस तरह अचानक क्यों सोफे से उठ गया है. कि मेरी नज़र दुबारा अपने सामने खड़े विनोद पर पड़ी.
तो देखा कि विनोद अपनी पॅंट में तने हुए अपने लौडे को अपने हाथ से मसल्ते हुए मेरी तरफ देख रहा है. और अपनी पॅंट को तंबू बनाने वाले अपाने लौडे से खेलते हुए साथ ही साथ अपनी शर्ट के बटन खोलने में मसरूफ़ हो चुका था.
“उफफफफफफफफफ्फ़ आज यासिर की जगह एक गैर मर्द मेरे सामने अपने कपड़े उतार कर मुझे अपना नंगा जिस्म दिखाने के मूड में है” विनोद को यूँ अपने सामने बे शरमाई से अपने लंड से खेलता देख कर शरम के मारे एक लम्हे के लिए मेरी नज़रें खुद ब खुद नीचे को झुक गईं.
“जब मुझे तुम्हारे जिस्म का एक एक हिस्सा देखने में कोई शरम नही आई,तो तुम मुझे नंगा होते हुए देख कर क्यों शरमाने लगी हो मेरी जान” मेरी झुकी हुई नज़रों को देख कर विनोद मुझ से मुखातिब हुआ. तो ये बात सुन कर बे अख्तीयारी में एक बार फिर में विनोद की तरफ मतवज्जो हुई.
मेरी नज़रों के सामने विनोद अब अहिस्ता अहिस्ता अपनी शर्ट के सारे बटन एक एक कर के खोले जा रहा था.
कमरे की हल्की लाइट में अपने शौहर के दोस्त विनोद को अपने सामने एक एक कर के अपनी शर्ट के बटन खोल कर यूँ अहिस्ता अहिस्ता बढ़ाना होते देख कर मेरे दिल की धड़कन तेज होती चली गई.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ मेरे जिस्म में इतनी मस्ती तो उस वक्त नही छाई थी, जब विनोद के हाथों में खुद बे लिबास हो रही थी” विनोद को अपने सामने अपने कपड़े उतारते देख कर मेरी फुद्दि में लगी आग पहले से ज़्यादा तेज होने लगी थी.और मेरी चूत से बहते पानी की रफ़्तार में भी तेज़ी आती चली गई.
फिर मेरे देखते ही देखते चन्द ही लम्हों बाद विनोद अपनी पॅंट और शर्ट उतार कर सिर्फ़ और सिर्फ़ अपने अंडरवेार में मलबूस मेरे सामने नीम नंगी हालत में खड़ा हो गया.
“ हाईईईईईईईईईईईईईईई विनोद तो खुद भी किसी मॉडेल या फिल्म आक्टर से कम नही, लगता है कि विनोद ज़रूर जिम जाता है,तभी वो ऐसे कसे हुए मज़बूत जिस्म का मलिक है,काश यासिर भी कभी विनोद की तरह की बॉडी बना ले तो मज़ा ही आ जाए” विनोद के कपड़े उतराने के बाद ज्यों ही विनोद का चौड़ा सीना और उस के मसल से भेरपूर बाज़ू पहली दफ़ा यूँ आधी नंगी हालत में मेरे सामने हुए. तो विनोद के मर्दाना वझत से भेरपूर मज़बूत और स्मार्ट जिस्म को नीम नंगी हालत में अपनी नज़रों के सामने देख कर मेरी चूत में एक अजीब सी खुजली होने लगी थी.
अभी में सोफे पर नंगी लेटी विनोद के स्मार्ट जिस्म का जायज़ा लेने में मसरूफ़ थी. कि इतने में विनोद ने एक दम अपनी कमर के गिर्द कसे हुए अपने अंडरवेअर को हाथ से नीचे किया. और अपने मोटे ताज़े जवान लंड को मेरी प्यासी नज़रों के सामने पूरा नंगा कर दिया.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ इतना बड़ा लंड तो मैने कभी खुआब में भी नही देखा,ये इंसान का अनकट लंड है या किसी गधे (डोंकी) का” विनोद के तने हुए नंगे लंड का पहली बार दीदार करते ही मेरे जेहन में एक दम ये ख्याल आया.
विनोद के मोटे लंबे लंड को एकदम अपनी नज़रों के सामने नंगा पा कर ना सिर्फ़ मेरे हाथों के तोते उड़ गये थे.
बल्कि विनोद का लंबे और फूले हुए इस सख़्त लंड का दीदार करते वक्त हैरत के मारे मेरा मुँह खुद ब खुद खुल गया. और विनोद का लंड का साइज़ देख कर मेरी आँखे फटी की फटी रह गईं.
अपनी दो साला शादी शुदा ज़िंदगी के दौरान मेरी नज़रों ने सिर्फ़ और सिर्फ़ अपने शौहर यासिर के लंड का ही दीदार किया हुआ था.
इसीलिए आज अपनी पूरी ज़िंदगी में ये पहला मोका था. जब में अपने शौहर के अलावा किसी गैर मर्द के लंड को अपने नज़रों के सामने यूँ नंगा होते हुए ना सिर्फ़ देख रही थी. बल्कि विनोद के मोटे तगड़े और लंबे लंड को उस के अंडरवेार में से उछल कर बाहर निकलता देख कर मेरी तो साँस ही मेरे हलक में अटक कर रह गई थी.
“ यासिर का लंड तो विनोद के लंड से बहुत मुक्तलफ है,यासिर के लंड पर तो इस तरह की स्किन नही,जिस तरह की स्किन विनोद के लंड की टोपी पर माजूद है, पाकिस्तानी मुस्लिम मर्दो के बदकास, इंडियन हिंदू मर्द शायद अपने लंड को कट (सरकम्साइज़्ड) नही करते,इसी लिए इस एक्सट्रा स्किन की वजह से विनोद के लंड का टोपा इतना चौड़ा है” विनोद के लंड की टोपी पर लगी स्किन को देखते हुए में सोचने लगी.
अपनी इसी सोच में गुम सूम में अपनी आँखे फाड़ फाड़ कर इस वक्त विनोद के तने हुए उस लंड को देखने में मगन थी.
जो इस वक्त मेरी नज़रों के सामने किसी शेष नाग की तरह अपने मोटा और चौड़ा फन फैलाए एक शान से खड़ा हो कर मेरी चूत की बिल में जाने का मोका तलाश कर रहा था . [url=https://rajsharmastories.com/viewtopic.php?f=12&t=8631&start=25#top][/url]
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