RE: Hindi Sex Kahaniya हाईईईईईईई में चुद गई दु�...
थोड़ी देर बाद जब मेरा जिस्म पूर सकून हुआ तो सपना मेरी टाँगों के दरमियाँ में से उठ कर मेरे पहलू में लेटी.
“मज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ा आया मेरी जान” मेरे पहलू में लेटते ही सपना ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया.
“हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईिन सपनााआआआआआ” में झटके लगाते अपने जिस्म को सपना की बाहों में सोन्पते हुए जवाब दिया.
मेरा जवाब सुनते ही सपना मुस्कुराइ और मेरे मुँह में अपना मुँह डाल कर अपने होंठों पर लगा हुआ मेरी ही चूत का रस मेरे मुँह में मुन्तिकल करने लगी.
अपनी चूत का पानी सपना के मुँह में खारिज करने के बाद मुझे इतना सकून मिला. कि में कब नींद में चली गई. इस का मुझे अंदाज़ा ही नही हुआ.
मेरी आँख तब खुली जब रात के आख़िरी पहर सपना ने मेरी चूत के लिप्स पर अपनी जीभ घुमाई, तो मेरी प्यासी चूत फिर से मचल उठी और मेरी सिसकी निकल गई.
में, "आआआहह आहिस्ता करो सपनााआआआआआ."
सपना समझ रही थी कि में राफ़ सेक्स की आदि नही हूँ, मेरे हज़्बेंड भी मुझे आहिस्ता आहिस्ता से मेरी चुदाई करते हैं.
सपना ने अपने दोनो हाथो से मेरी छूट को फैलाई और मेरी छूट के अंदर तक अपनी ज़ुबान ले गई.
उस की ज़ुबान कुछ ऐसा जादू कर रही थी में ना चाहते हुए भी पागल होने लगी थी.
मेरी चूत को चाटते हुए सपना एक दम मेरी टाँगों के दरमियाँ से उठी.
और मेरे जिस्म पर चढ़ कर मेरे उपर इस अंदाज़ में लेट गई, कि अब उस का मुँह मेरे पैरों की तरफ था. और उस के पैर मेरे सर की तरफ थे.
मेरे जिस्म के उपर उस स्टाइल में चढ़ने के बाद सपना ने आहिस्ता से अपने वजूद हो नीचे किया. तो उस की गरम चूत मेरे खुले मुँह के बिल्कुल ऐन उपर आ गई.
“अब मेरी चूत को भी चाट कर इस की गर्मी निकालो मेरी जाआआन” अपनी गरम चूत को मेरे होंठों के उपर फेरते हुए सपना ने कहा. और साथ ही मेरी चूत में अपना मुँह डाल कर फिर से मेरी चूत का नमकीन पानी चाटने लगी.
चूत चाटना तो एक तरफ मैने ज़िंदगी में किसी दूसरी औरत की चूत को इतने करीब से देखा तक नही था,
इसीलिए पहले तो में मेरे दिल में ख्याल आया कि में “ना” कर दूं.
मगर ज्यों ही सपना ने ,मेरी फुद्दि में अपनी एक डाल कर मेरी चूत के देने पर पर ज़ुबान चलाना शुरू की. तो में भी अपने होश-ओ-हवास खो बैठी.
मैने बिना कोई सोचे समझे अपना मुँह खोला.
और सपने की पानी छोड़ती मोटी फुद्दि में अपनी ज़ुबान डाल दी.
पहले पहल तो मुझे सपना की चूत का ज़ायक़ा अजीब सा लगा. मगर कुछ ही लम्हों के बाद सपना की तरह मुझे भी उस की फुददी को चाटने में मज़ा आने लगा.
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