RE: Hindi Sex Kahaniya हाईईईईईईई में चुद गई दु�...
दुबई एरपोर्ट काफ़ी बड़ा और पर रोनक था...मैने पिंक कलर की शलवार - क़मीज़ पहनी थी... और दुबई एरपोर्ट पर सब से अलग देखाई दे रही थी...
डिफरेंट नॅशनॅलिटीस के लोग आ जा रहे थे... और जो भी मुझे एक नज़र देखता... नज़र घुमा कर एक बार फिर देखने पर मजबूर होता.. ईवन कई यूरोपियन ने कॉंप्लिमेंट भी दिए... यू सब की निगाहों का माहवार बनना मुझे अच्छा भी लग रहा था और शरम भी महसूस हो रही थी.....
जैसे ही मैं एरपोर्ट से एग्ज़िट हुई... वहाँ पर यासिर मुझे रिसेव करने के लिए मोजूद था..
यासिर ने मुझे देखते ही मेरा नाम ले कर अपनी तरफ बुलाया...
जैसे मैं यासिर की तरफ बढ़ी तो देखा कि वो मुझे लेने अकेला नही आया. बल्कि उस के साथ एक कपल भी माजूद था.
मुझे मिलते ही यासिर ने मेरा अपने फ्रेंड्स से इंट्रोडक्षन कराया “सायरा इन से मिलो, ये मेरा इंडियन दोस्त विनोद है और ये विनोद की वाइफ सपना है”.
“वेलकम टू दुबई भाभी” विनोद ने अपने दोनो हाथ जोड़ कर मुझे “नमस्ते” करते हुए कहा.
जब कि उस की वाइफ ने आगे बढ़ कर मुझे हग करते हुए मेरे कान मे कहा. “ वओ यू आर लुकिंग सो क्यूट, यासिर ईज़ रीयली आ लकी गाइ”
मैने शरमाते हुए उसी थॅंक्स कहा.
और हम सब एक ही गाड़ी में बैठ कर अपने घर की तरफ चल पड़े.
एरपोर्ट से घर के सफ़र के दोरान मैने नोट किया कि विनोद बॅक-मिरर मे बार बार मुझे देख रहा था..
इस दोरान जब भी मेरी नज़र उस से मिलती... वो अपने नज़रें दूसरी तरफ फेर लेता था...
विनोद की निगाहों में मुझे अपने लिए एक अजीब सी प्यास दिखाई दे रही थी...
विनोद के बदकास उस की वाइफ बहुत नाइस और बातूनी थी... पूरा रास्ता मेरा हाथ अपने हाथो मे पकड़े मुझ से मेरे बारे मे पूछती रही... और चन्द ही मिंटो मे उस ने अपनी बातों से मुझे अपना गर्वीदा बना लिया था.
सपना से पहली ही मुलाकात में मुझे ऐसी लगने लगा जैसे ये हमारी पहली मुलाकात नही बल्कि पहले से एक दूसरे को जानती हैं....
हमे ड्रॉप करते हुए विनोद ने एक गिफ्ट पॅक मेरी तरफ बढ़ाते हुए कहा “भाभी ये हमारी तरफ से आप के लिए एक छोटा सा वेड्डिंग गिफ्ट है इस कबूल करें”
मेने यासिर की तरफ सवालिया नज़रो से देखा.तो उस ने हाँ मे इशारा करते हुए लेने को कहा.
मैने गिफ्ट लेते हुए उस को थॅंक कहा.तो उस ने मोस्ट वेलकम कहते हुए अपनी बीवी सपना को चलने का इशारा किया.
सपना गाड़ी में बैठने से पहले एक बार फिर मुझ से गले मिली और बोली “ शाम का खाना हमारे घर है, प्लीज़ हो सके तो ज़रा जल्दी आ जाना” ये कहते हुए सपना ने मेरे दोनो गालो पर बड़े प्यार से किस किया.
ज्यों ही सपना मुझे गालों पर प्यार कर के मुझ से अलग हुई. तो उस के शोहर विनोद ने ये देखते हुए एक अहह भरी और एक दम बोला “आह सपना यू आर लकी.”
फिर मेरी तरफ देखती हुए यासिर से कहने लगा.." यासिर क्या क़िस्मत पाई है तुम ने.सायरा भाभी तो पिक्स से भी ज़्यादा हसीन निकली.. कॉंग्रेट्स.. 9:00 पी एम तक भाभी को लेकर घर पहुँच जाना यार".
मुझे अपने ही शोहर के सामने एक गैर मर्द के मुँह से अपनी तारीफ सुन कर बहुत शरम महसूस हुई. इसीलिए शरमाते हुए मेने अपनी नज़रें एक दम ज़मीन पर झुका लीं.
लेकिन ना जाने क्यों मुझे एक पराए मर्द के मुँह से अपने हुश्न की तारीफ सुन कर दिल में एक अजीब सी खुशी महसूस हुई ..
"यप आइ आम लकी टू हॅव सायरा,वैसे सपना भाभी देख रही हो, आप के सामने होते हुए भी विनोद किसी और की बीवी की तारीफ कर रहा है " अपने शौहर के मुँह से ये अल्फ़ाज़ सुन कर मैने हैरान होते हुए अपनी नज़रें उठा कर एक दम अपने शौहर यासिर की तरफ देखा.
तो अपने रिक्षन के भदकस मैने जब यासिर को शर्मिंदा नज़र होने की बजाय विनोद की बीवी सपना की तरफ आँख मारते हुए देखा. तो अपने शौहर का ये रवैया देख कर मुझे समझ नही आई कि ये सब हो क्या रहा है.
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