RE: Porn Story चुदासी चूत की रंगीन मिजाजी
मममम....।आआआहहह....।बहुत मज़ा आ रहा है तुझे चोदने में...आहहह शालू कितनी ही पढ़ी-लिखी आधुनिक दिखने वाली औरतों को चोदा है..।आहहह पर तेरे जैसी कोई नहींईंईंईं !!!
वो बड़ी तेज़ रफ़्तार से अपना मोटा काला लंड मेरी चूत की गहराईयों में पेल रहा था। जब-जब वो अंदर पेलता था मेरा जिस्म कार के हुड पे ऊपर खिसक जाता था। उसके लंड का भार मेरी क्लिट को मसल रहा था। मेरी सूजी हुई क्लिट में अजीब सी चुभन और सेनसेशन थी।
ओहहह नहींईंईंईं आहहहहह..।ओहह..।ओहहहह अल्लाहहहह...! मैं झड़ने लगी थी और मेरी चूत थरथराने लगी थी। आह हा हाह हाह हाहाह...!
उसे पता चल गया था कि मैं झड़ चुकी हूँ और वो हँसने लगा।
मुझे मालूम है तुझ जैसी चुदासी औरतों को बड़े और मोटे लंड बहुत पसँद होते हैं...! हर शहरी आधुनिक औरत को लंड अपनी चूत में लेके अपनी चूत का भोंसड़ा बनाना पसँद होता है.।तू उनसे कोई अलग नहीं है। तू भी सब मॉडर्न औरतों की तरह चुदासी है। साली अगर तुम औरतों को मेरे जैसे देहातियों के तँदुरुस्त लंड मिल जावें तो तुम हमारी राँडें बन के रहो। तुझे तो अपने आप पे शर्म आनी चाहिये रंडी कि मेरे इस लंड के सैलाब में तेरी चूत जो झड़ गयी
मुझे खुद से घिन्न आने लगी और दिल ही दिल उसपे बहुत गुस्सा आया कि उसने मेरी चूत चोद के उसे झड़ने पे मजबूर कर दिया। उसने अपना लंड मेरी चूत में से निकाल के मेरी गाँड पे रख दिया। मैं तो जैसे नींद से जाग उठी और फिर काँप गयी जब मेरी गाँड के छेद पे धक्क लगा।
यही तो सवाल था मेरी राँड..। तुझे मेरा लंड अपनी चूत में पसँद है या फिर मैं उसका नमूना तेरी इस कसी हुई गाँड को भी दिखाऊँ..।बोल कुत्तिया बोल!
नहींईंईंईंईंईं..।प्लीईईईईज़ नहीं मेरी गाँड नहीं...! चिल्लायी।
क्यों साली। टाईट साड़ी और ऊँची हील की सैंडल पहन के बहुत गाँड मटका-मटका के चलती है..।ले ना एक बार मेरा मूसल अपनी गाँड में..।तेरी गाँड को भी पता चले कि ऐसा मस्त लंड क्या होता है! उसने गुर्रा के कहा।
मैं उसके सामने काफी गिड़गिड़ायी। वो बेशर्मी से हँसते हुए मेरे मम्मों को मसलता रहा। मेरी चूंचियाँ जैसे हिमालय की चोटियों की तरह तन गयी थी। उसने चूचियाँ गरम कर के ऐसी कठोर बना दी थीं कि अगर ब्लाऊज़ पहना होता तो शायद उसके सारे हुक टूट गये होते।
प्लीईईई...ज़ज़ मेरी चूत में डालो अपना काला मोटा लंड
प्लीज़ उसे ही फाड़ लो
बना दो उसे भोंसड़ा प्लीज़..। लेकिन मेरी गाँड मत मारो। मैं तुम्हारी राँड बनके रहुँगी। तुम कहोगे तो तुम्हारे दोस्तों से भी चुदवाऊँगी लेकिन मेरी गाँड को बख़्श दो..। प्लीज़ मेरी चूत को ही चोदो। मुझे तुम्हारा लंड बहुत पसँद आया है, मेरी चूत में जाके उसका भोंसड़ा बना दे..। प्लीज़ मुझे अपने लंड से चोदो..। मेरी चूत को चोदो...!
मुझे पता नहीं एक औरत कैसे यह सब कह सकती है किसी अजनबी मर्द को कि वो अपने लंड से उसकी चूत का भोंसड़ा बन दे। पता नहीं मेरे मुँह से ये अल्फाज़ कैसे निकल आये..। क्या यह मेरा डर था या फिर मेरी चूत ही अपील कर रही थी।
बढ़िया मेरी राँड। मैं यही सुनना चाहता था! और उसने एक ही झटके में अपने काले मोटे लंड को मेरी फुदकती हुई चूत में घुसा दिया। उसके ज़ोरदार झटके ने मेरी सारी हवा निकाल दी थी। ऐसा लगा कि उसका लंड सीधा मेरे गर्भाशय को छू रहा हो। वो अब ज़ोर-ज़ोर से मेरी चूत के अंदर-बाहर हो रहा था। उसके लंड ने मेरी चूत को एकदम चौड़ा कर दिया था और मेरी चूत उसके इर्द-गिर्द मियान के जैसे चिपक गयी। उसकी जोरदार चुदाई ने मेरी चूत को फलक पे पहुँचा दिया था। पुच्च.।पुच.।पुच्च... जैसी आवाज़ें आ रही थीं जब उसका लंड मेरी चूत से अंदर-बाहर हो रहा था।
आहहहह आहहहह आहहह शालू मैं अब तेरी चूत को अपने लंड के गाढ़े रस से भरने वाला हूँ! वो गुर्राया।
प्लीईईईईईईज़ ऐसा मत करनाआआआआ मैं तुम्हारा सारा रस पी लूँगी प्लीज़ मेरी चूत में अपना रस मत डालना
मैं प्रेगनेंट होना नहीं चाहती हूँ!
उसका लंड अब बिजली कि तरह मेरे अंदर-बाहर हो रहा था और जोर-जोर से अवाज़े निकालता था। मेरी चूत अपने चूत-रस से एक दम गीली हो गयी थी और क्लिट तो मानो सूज के लाल-लाल हो गयी थी। मेरा चूत-रस चू कर मेरी जाँघों पे बह रहा था और बारिश के पानी में मिल रहा था। अब उसने मुझे मेरे बालों से खींच के कार के हुड से नीचे उतारा और अपने सामने खड़ा कर दिया। मैं अपने आप ही उसके कुल्हों को अपनी और खींच रही थी और उसे झटके दे रही थी।
आहहहह..।आहहह और तेज..।और तेज शालू..।और तेज चोद मुझे..।और तेज!
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