RE: Porn Story चुदासी चूत की रंगीन मिजाजी
अब जफ़र अंकल ने चूमना धीमा कर दिया था, होठ को धीरे से हटाकर मेरे गालों को चाटने लगे, फिर कान और गर्दन !जब वो कान के पीछे और गर्दन को चारो तरफ से चूमते चाटते थे, तो उनकी गर्म साँसे मुझे पागल कर देते थे !थोड़ी देर बाद वो चूचियो तक पहुंच गए ! कभी बायीं चूची तो कभी दायीं चूची मुंह में लेते और हल्का सा दांत मेरे निप्पल पर लगा देते, मेरी सीत्कार निकल जाती थी ! मेरी चूत का तनाव बढ़ता जा रहा था, लगता था अभी बिस्फोट हो जायेगा ! चूत से पानी लगातार निकल रहा था, जो मेरी जांघों से होकर बिस्तर गीला कर रहा था ! मेरे गोर चिट्टे बदन पर अब लाल लाल निशान बनने लगे थे ! आज पहली बार मुझे पता लग रहा था कि मेरे बदन मुझे इतना सुख दे सकते है ! !
जफ़र अंकल अब बिस्तर पर बैठ गए थे, अपने दोनों पैर मोड़ कर ! मेरे दोनों पैर उन्होंने अपने दोनों तरफ फैला दिए और मेरी कमर के नीचे दो तकिये लगा दिए ! अब उनके मुंह के सामने मेरी चूत थी ! मैंने इससे ज्यादा शर्मिंदगी कभी महसूस नहीं किया था !
जफ़र अंकल नें कमर के नीचे हाथ डाल कर मेरे निचले हिस्से को ऊपर उठा लिया और जफ़र अंकल ने मेरी गुदा के छेद से नाभी तक जीभ फिरानी शुरू कर दी ! मैं एक खिलोने कि तरह उनके हाथ में थी ! कितनी ताक़त थी उनके हाथों में और उतनी ही नाजुक उनका स्पर्श था मेरे अंगो के लिए ! उनके चाटने से मेरी हालत पागलों वाली हो गयी थी ! चूर फड़फड़ा रहे थे ! हर स्पर्श से बदन सिहरन से भर जाता ! पूरा कमरा चाटने कि आवाज़ से संगीतमय हो गया था ! अब उन्होंने मेरे चूत को अपना निशाना बनाया ! जीभ अंदर बाहर करने लगे !एक हाथ कि ऊँगली भी मेरे चूत के आस पास ही फिसल रही थी ! अचानक पता नहीं उसने कौन सी जगह छू दी, मुझे एक करंट सा अनुभव हुआ और मेरे चूत ने जोर से पानी का फौवारा मारा ! मुझे लगा, जैसे मैंने झटके में जोर से पेशाब कर दिया हो ! जफ़र अंकल का पूरा चेहरा भीग गया होगा, सोच कर ही मैं शर्म से मरी जा रही थी ! मैंने बहुत मुश्किल से अपने को सम्हालने कि कोशिश की, पर न तो शरीर काम कर रहा था, न ही मन! आज मुझे समझ में आ गया था कि, अच्छी चुदाई के आगे, हम लडकिया किसी की परवाह नहीं कर पाती है ! मैंने हल्का सा आँख खोलने कि कोशिश की ! दीवार पर टंगी घड़ी अभी भी ढाई मिनट का टाइम बचा हुआ बता रही थी ! मैं अब निराश होने लगी थी ! पता नहीं जफ़र अंकल अब क्या करने वाले है ! वैसे अगर वो इस वक़्त अपना लण्ड भी मेरी चूत के अंदर डाल देते, तो मैं शायद मना भी नहीं कर पाती !
लेकिन जफ़र अंकल की ये बात मुझे बहुत अच्छी लगी, कि उन्होंने अपना लण्ड अभी तक इन सब से अलग रखा था ! जफ़र अंकल अब मेरे बराबर करवट लेकर लेट गए थे ! एक हाथ को मेरे सर के पीछे से ले जाकर मेरी बायीं चूची को मुट्ठी में लेकर दबाने और सहलाने लगे ! दूसरा हाथ मेरी चूत पर हाथ फ़िर रहा था !फिर अचानक एक ऊँगली मेरी चूत में घुसाने की कोशिश की ! मेरी चीख निकली पर तब तक उन्होंने जीभ मेरे मुंह में घुसेड़कर कर मेरे मुंह को बंद कर दिया ! फिर से एक साथ जफ़र अंकल के हाथ, मुंह, ऊँगली सब अलग अलग काम कर रहे थे !मैं हैरान थी कि, इतना परफेक्शन कितनी प्रैक्टिस के बाद आया होगा, वो भी एक बिना शादी किये हुए 45 साल के ऊपर के इंसान को ! मैं चुप चाप लेटी थी, फिर भी थक के चूर थी, और वो पुरे जोश के साथ लगे हुए थे !
जफ़र अंकल ने अपनी कारवाही जारी रखी, कभी ये चूची तो कभी वो चूची ! कभी ऊँगली कि स्पीड बढ़ा देते और कभी घटा देते ! कभी उस अनजाने स्पॉट को दबा देते ! उन्होंने जीभ से मेरे मुंह के अंदर का कोना कोना चूस लिया था !
मुझे पता भी न चला कि मैं मस्ती में सीत्कार मार रही थी, जफ़र अंकल के जीभ को चूस रही थी और एक हाथ से जफ़र अंकल कि पीठ को सहला रही थी !सब कुछ अपने आप चल रहा था, मुझे कुछ पता नहीं था कि मेरे साथ क्या हो रहा है, कौन सी शर्त थी और हार जीत पर क्या होना था !फिर अचानक चूत में एक जोर का भूचाल आया और सब कुछ शांत सा हो गया ! जफ़र अंकल ने हलके से जीभ बाहर निकली, और मेरे कान में बोले, प्रीति बेटा, तुम शर्त हार गयी हो ! मैं जैसे बेहोशी से जागी ! मुंह से मुश्किल से निकला कैसे ?
जफ़र अंकल बोले, बेटे मैंने तुम्हारे अंदर सिर्फ ऊँगली रखी है ! मुझे झटका सा लगा, ध्यान दिया तो महसूस हुआ कि जफ़र अंकल कि ऊँगली मेरी चूत में स्थिर है और मैं नीचे से उसे अंदर बाहर कर रही हूँ ! फिर ध्यान में आया कि मैं जफ़र अंकल कि पीठ भी सहला रही हूँ ! मैं जैसे नींद से जागी, निराशा भरी नज़रों से जफ़र अंकल को देखा और हारे हुए जुआरी कि तरह सर झुका लिया, अभी भी ३० सेकंड बचे थे ! अब मैं समझ गयी कि जफ़र अंकल ने मुझे छल से जीत लिया था ! मेरे लिए अपनी बात से वापस होना नामुमकिन था ! मुझे बहुत जोर कि पेशाब आ रही थी ! बाथरूम जाना था, पर हिल नहीं पायी! जफ़र अंकल ने मेरी नाइटी बिस्तर से उठाकर, टेबल पर रख दिया और अपना कुर्ता उतार दिया !
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