RE: Chudai Story अजब प्रेम की गजब कहानी
डिंपल- उसकी बात का कोई जवाब नही देती है
अवी- दीदी मेरा दिल फिर कर रहा है तुम्हे चूमने का और डिंपल को अपनी बाँहो मे भर कर उसके रसीले होंठो को चूमने लगता है, डिंपल भी उसके एहसास मे पिघलने लगती है, अवी उसे खींच कर अपने सीने से सटा लेता है और उसका लंड खड़ा हो जाता है, अवी उसे पागलो की तरह कभी होंठो पर कभी गालो पर चूमने लगता है और डिंपल भी अपना हाथ उसकी पीठ से लगा लेती है, अवी अपना एक हाथ अपनी दीदी की मोटी-मोटी गंद पर लेजा कर उसे अपनी और खींच कर कस कर अपने से चिपका लेता है और उसके चेहरे को देखने लगता है डिंपल अपनी आँखे बंद किए हुए उससे चिपकी रहती है और अवी उसके रसीले होंठो को बड़े प्यार से चूमता रहता है,
फिर अवी अचानक डिंपल को सीधा करते हुए उसके उपर लेट जाता है और उसके मोटे-मोटे कसे हुए दूध को अपने हाथो मे भर कर कस कर दबाता है और डिंपल उसे अपनी बाँहो मे कस कर चिपका लेती है, अवी उसके गले मे अपना मूह भर कर उसे पागलो की तरह चूमने लगता है, तभी बाहर से कोई दरवाजा खटखटाता है और डिंपल को जैसे एक दम से होश आता है और वह अवी को धकेल कर जल्दी से उठ जाती है और अवी को घूर कर देखते हुए अपने बाल ठीक करके दरवाजा खोल देती है और
स्वीटी- मुस्कुराते हुए अरे तू यहाँ सोई है, मैं तुझे कब से ढूँढ रही हू आज मेरे साथ नही सोएगी क्या
डिंपल- अवी को देखती हुई चल ना मैं तो तेरा ही वेट कर रही थी,
स्वीटी- नही अगर तू यही सोना चाहे तो कोई बात नही मैं अकेली ही सो जाउन्गि
डिंपल- अवी को देख कर मुस्कुराते हुए, नही-नही मैं भी तेरे साथ ही सोउंगी और फिर दोनो बाहर चली जाती है और अवी अपने मन मे स्वीटी कमिनि तुझे अभी ही मरना था, आज की रात भी खराब हो गई और फिर अवी अपने सर के उपर चादर डाल कर लेट जाता है,
स्वीटी- क्या कर रही थी तू अवी के साथ
डिंपल- उसे घूर कर देखती हू, कुछ नही कर रही थी
स्वीटी- मुस्कुराते हुए पर तेरे होंठ तो ऐसे लग रहे है जैसे कोई बहुत देर से तुझे चूम रहा हो
डिंपल- एक दम से अपने होंठ साफ करने लगती है
स्वीटी- अरे कुछ लगा थोड़ी है जो तू साफ कर रही है, पर तेरे होंठ लाल बहुत दिख रहे है जैसे कोई इन्हे कस कर
चूस रहा हो, कही अवी तेरे होंठ तो नही चूस रहा था
डिंपल- एक दम से सकपकाते हुए, क्या बात कर रही है यार तू
स्वीटी- मुस्कुराते हुए लगता है, मैने बहुत ग़लत टाइम पर तुझे डिस्टर्ब कर दिया, आइ आम सॉरी यार
डिंपल- अरे जैसा तू सोच रही है वैसा कुछ नही है
स्वीटी- अच्छा तू एक काम कर वापस अवी के पास चली जा मैं अकेली ही सो जाउन्गि
डिंपल- अरे तेरा दिमाग़ खराब हो गया है जब मैं ने कहा ना ऐसा कुछ नही है तो फिर क्यो परेशान हो रही है
स्वीटी- अच्छा एक बात कहु
डिंपल- क्या
स्वीटी- किसी को बताएगी तो नही
डिंपल- बोल ना नही बताउन्गि
स्वीटी- क्या मैं आज रात अवी के साथ सो जाउ
डिंपल- उसे घूर कर देखती हुई तेरा दिमाग़ खराब तो नही हो गया है
स्वीटी- नही यार मैं सीरियस्ली कह रही हू, तू एक काम कर तू यहाँ आराम से सो जा मैं एक दो घंटे अवी के साथ बिताने के बाद चुपचाप आ जाउन्गि, बोल क्या बोलती है
डिंपल- इधर उधर नज़रे मारती हुई, मुझे नही मालूम तेरी जो मर्ज़ी हो वह कर मुझे सोने दे और फिर डिंपल बेड पर लेट जाती है,
स्वीटी- अच्छा ठीक है मैं जा रही हू, तुझे तो कोई प्राब्लम नही है ना
डिंपल- मुझे क्या प्राब्लम हो सकती है
स्वीटी- पर तेरा चेहरा एक दम से मुरझा क्यो गया, क्या तेरा मन नही है कि मैं तेरे भाई के साथ सो जाउ
डिंपल- उठ कर बैठते हुए, क्या तू सच मुच जा रही है
स्वीटी- हाँ भाई मैं मज़ाक थोड़े ही कर रही हू
डिंपल- उसे घूर कर देखती हुई, तो तू वहाँ जाकर क्या करने वाली है
स्वीटी- मुस्कुराते हुए, मेरी रानी मुझे बहुत चुदास लगी है, और डिंपल के सामने अपने फूली हुई चूत को मसल्ते हुए आज बहुत कीड़ा काट रहा है इसमे, आज तेरा भाई ही मेरी प्यास बुझा सकता है
डिंपल- पर क्या यह ठीक होगा
स्वीटी- अरे किसी को पता ही नही चलेगा, चल अब तू आराम से सो जा मैं आती हू और स्वीटी रूम से बाहर निकल जाती है उसके जाने के बाद डिंपल का मूड खराब हो जाता है और अपना हाथ बेड पर मारती हुई अपने मन मे बड़बड़ाने लगती है कमिनि, कुतिया साली अपने भाई से जाकर क्यो नही चुदवा लेती जिसे देखो मेरे भाई के पीछे पड़ा है, कमिनि कही की, चुदासी रंडी हो गई है, कुतिया साली, अब मैं क्या करू अगर उसने सच मुच अवी से चुदवा लिया तो, नही मैं उसे ऐसा नही करने दूँगी, मैं अभी जाकर उसका सारा खेल खराब कर देती हू
क्रमशः........
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