RE: Chudai Story अजब प्रेम की गजब कहानी
स्वीटी- ले डिंपल जाम खा क्या पके हुए है
अवी- शालिनी और स्वीटी के कसे हुए दूध को देखता हुआ, पके जाम खाने का मज़ा ही कुछ और है, क्यो भाभी
शालिनी- मुस्कुरकर लगता है अवी तुमने बहुत पके-पके जामो का मज़ा लिया है
अवी- हाँ लिया तो है पर और भी लेना चाहता हू, लाओ मुझे भी दो
स्वीटी- अरे अवी डिंपल वाला लो वह बड़ा ही ताज़ा लग रहा है
अवी- डिंपल को देख कर लाओ दीदी अपना वाला मुझे दे दो
डिंपल- मुझे नही देना तू स्वीटी वाला ले ले
शालिनी- अरे डिंपल दे भी दो आख़िर तुम्हारा भाई है बेचारा
अवी- अरे भाभी दीदी को तो अपने भाई का ख्याल ही नही है
तीनो इसी तरह बात करते हुए हस्ते रहते है और फिर कुछ देर बाद घर की ओर चल देते है, घर पहुच कर कुछ देर आराम करने के बाद सभी लोग खाना खाने के बाद
स्वीटी-अरे डिंपल मैं ज़रा पड़ोस वाली चाची के यहाँ से आती हू
डिंपल- ठीक है मैं सोने जा रही हू और फिर स्वीटी बाहर चली जाती है, शालिनी को नरेंद्र अपने रूम मे ले जाता है और अवी और डिंपल बैठे रहते है
अवी- चलो दीदी तुम मेरे साथ सोना
डिंपल- मुझे नही सोना तेरे साथ
अवी- क्यो क्या हुआ, क्या मुझसे डर लग रहा है
डिंपल- मैं क्यो डरने लगी तुझसे
अवी- तो फिर चलो और अवी उसका हाथ पकड़ कर उठाने लग जाता है
डिंपल- अपना हाथ छुड़ाते हुए, अवी छ्चोड़ मुझे मैं तेरे साथ नही सोउंगी
अवी- तुम चलती हो या नही और फिर अवी उसे जबरन अपने साथ खींच कर ले जाता है और अंदर जाकर दरवाजा बंद कर लेता है, डिंपल उसे घूर कर देखती हुई अपनी अंगुली दिखा कर देख अवी तूने आज कोई ऐसी वैसी हरकत की तो मैं तुझसे कभी बात नही करूँगी
अवी- पहले तुम बेड पर चल कर बैठो तो और फिर अवी डिंपल को बेड पर बैठा देता है और
अवी- उसका हाथ पकड़ कर सहलाते हुए, उसे देख कर दीदी बस एक बार मुझसे कस कर चिपक जाओ
डिंपल- उसे घूर कर देखती हुई तू पागल हो गया है
अवी- प्लीज़ दीदी एक बार अपनी मर्ज़ी से मेरी बाँहो मे आजओ
डिंपल- अपना हाथ छुड़ा कर दूसरी और घूम कर लेटते हुए अवी मुझे चुपचाप सो जाने दे
अवी- उसके साइड मे लेट जाता है और उसकी गदराई जाँघो पर हाथ फेरता हुआ उसकी गर्दन से पास मूह लगाकर उसे धीरे-धीरे चूमने लगता है और डिंपल की साँसे तेज-तेज चलने लगती है,
अवी- दीदी
डिंपल- क्या है
अवी- मेरी तरफ घूम जाओ ना
डिंपल- क्यो
अवी- मुझे तुम्हे देखना है
डिंपल- मुझे नही घूमना
अवी- प्लीज़ देखो मैं तुम्हे कुछ नही कर रहा हू, क्या मेरी इतनी सी बात नही मनोगी
डिंपल- उसकी ओर घूम कर उसे देखती है
अवी- कितने दिन से तुम्हे मुस्कुराता हुआ नही देखा एक बार मुस्कुरा दो ना
डिंपल- धीरे से मुस्कुराते हुए बस खुश
अवी- उसके उपर अपना हाथ रख कर उसे थोड़ा सा अपनी ओर दबाता है और डिंपल गहरी साँसे लेने लगती है
अवी- अच्छा दीदी एक बात पुच्छू
डिंपल- क्या
अवी- जब मैं तुम्हे छूता हू तो तुम्हे अच्छा लगता है ना
डिंपल- मुस्कुरकर नही
अवी- मुस्कुराते हुए दीदी एक बार तुम्हे चूम लू
डिंपल- अवी मार खाएगा तू मेरे हाथो से
अवी- अच्छा मार लेना पर एक बार चूम लेने दो ना और फिर अवी एक दम से उसके रसीले होंठो को चूम लेता है और डिंपल का चेहरा लाल हो जाता है और वह मंद-मंद मुस्कुराते हुए उसे देखती रहती है
अवी- दीदी एक बात कहु
डिंपल- उसे देखती है
अवी- दीदी जब तुम मेरे सामने होती हो ना तो मेरा दिल करता है मैं तुम्हे लगातार चूमते ही रहू, सच तुम मुझे बहुत प्यारी लगती हो,
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