RE: Chudai Story अजब प्रेम की गजब कहानी
अजब प्रेम की गजब कहानी --10
गतान्क से आगे......
स्वीटी- मुस्कुराते हुए यार मुझे तेरा प्राब्लम समझ मे नही आता है, ना तो तू मुझे अपने भाई से चुदने देती है
ना ही खुद के भाई से चुदने देती है, अब चुदवाउन्गि तो मैं या तो अवी से या फिर मेरे भैया से अब तू ही फ़ैसला करके मुझे
बता दे कि मुझे किससे चुदना चाहिए
डिंपल- अपने मूह से थूक अपने गले मे घुतकते हुए, अपने सर को नीचे करके, स्वीटी वैसे अगर तू यह सब करना ही
चाहती है तो अपने भैया से ही कर ले, और फिर अपनी नज़रे स्वीटी से मिला कर, तेरे भैया तुझे तेरे घर मे ही चोद
देगे और कोई टेन्षन भी नही रहेगा
स्वीटी- मुस्कुराते हुए, मैं तो तुझे पहले ही कह रही थी कि मुझे मेरे भैया से चुदना चाहिए पर तू चलने नही
दे रही थी, तेरा आइडिया एक दम ठीक है मुझे अपने भैया से ही अपनी चूत मरवानी चाहिए
डिंपल- कुछ खुश होती हुई उसकी ओर देख कर मुस्कुराने लगती है और स्वीटी अपने मन मे सोचने लगती है, ज़रूर
डिंपल तो अपने भाई को मन ही मन चाहती है तभी तो उसे मुझसे दूर करने के लिए अपने सिद्धांतो की भी बलि देकर
मुझे मेरे ही भाई से चुदने की राय दे रही है,
डिंपल- पीछे की ओर देखते हुए पर स्वीटी ये लोग कहाँ रह गये मुझे तो बहुत टेन्षन हो रही है, तेरी भाभी के पास
मोबाइल होगा ना ज़रा उन्हे ट्राइ कर ना
स्वीटी- अपन मोबाइल निकालते हुए, अरे मेडम इसमे तो नेटवर्क ही नही आ रहा है,
डिंपल- चल ना स्वीटी हम भी वापस चलते है
स्वीटी- अरे यार पता चला हम लोग घर चले गये और वह दोनो हमे यहाँ ढूँढने आ गये एक काम कर कुछ देर और
इंतजार करते है नही तो फिर चलते है
अवी- शालिनी के घुटनो को हाथ लगा कर थोड़ा सा फैलाते हुए उसकी मस्तानी रसीली चूत को देखते हुए, भाभी सो गई क्या
शालिनी- अपनी आँखे खोलते हुए, अवी तुमने फिर से मुझे भाभी कहा
अवी- ओह सॉरी शालिनी
अवी मुस्कुरकर शालिनी के खूबसूरत चेहरे को देखने लगता है और
शालिनी- मुस्कुराते हुए ऐसे क्या देख रहे हो कही मुझे खा जाने का इरादा तो नही है, वैसे भी जब मर्दो को किसी अकेली
औरत का साथ मिलता है तो मैं अच्छी तरह जानती हू उनके दिमाग़ मे क्या चलता रहता है
अवी- अच्छा तो बताओ मेरे दिमाग़ मे इस समय क्या चल रहा है,
शालिनी- अरे अभी तो तुमसे दोस्ती हुई है और तुम चाहते हो कि मैं तुमसे अभी पूरी तरह ओपन हो जाउ
अवी- मुस्कुराते हुए, पर मेरे हिसाब से तो तुम बहुत ज़्यादा ओपन हो चुकी हो
शालिनी- खड़ी होते हुए, अभी तुमने देखा ही क्या है, जब कभी शालिनी तुम्हारे सामने ओपन होगी तो तुम्हे पता चलेगा
की शालिनी क्या चीज़ है, चलो अब हम लोग चलते है पता नही वह दोनो कहाँ पहुच गई होगी
अवी- उसके साथ चलते हुए, शालिनी एक बात कहु
शालिनी- क्या
अवी- तुम भी जीन्स पहन कर आती तो अच्छा रहता
शालिनी- क्यो तुम्हे मेरे भी चूतादो को घूर्ना था क्या
अवी- शालिनी बुरा मत मानना पर तुम स्वीटी से भी ज़्यादा सेक्सी लगती हो
शालिनी- मुस्कुराते हुए और डिंपल की तुलना मे
अवी- मुस्कुराता हुआ, उससे भी ज़्यादा
शालिनी- उसकी ओर देख कर अचानक उसका हाथ पकड़ कर चलो एक मिनिट वापस पेड़ के पीछे चलो
अवी- उसे आश्चर्या से देखता हुआ, क्या हुआ शालिनी वापस क्यो ले जा रही हो
शालिनी- उसे पेड़ के पीछे लेजा कर पेड़ से अचानक अवी को सताते हुए, सीधे-सीधे क्यो नही कहते कि तुम मुझे चोदना
चाहते हो
अवी- आश्चर्या से उसे देखता हुआ, ये क्या कह रही हो भाभी
शालिनी- अचानक उसका मूह पकड़ कर एक गहरा किस उसके होंठो पर कर देती है और फिर अचानक उसका लंड उसके पेंट के
उपर से पकड़ कर, अवी तुम मुझे बहुत अच्छे लगते हो प्लीज़ एक बार मुझे अपनी बाँहो मे भर कर मसल दो ना, तुम
नही जानते मैं कितनी सेक्सी हू, मुझे नरेन्द्र से अपनी चूत मरवा-मरवा कर बोरियत होने लगी है, अब मुझे तुम जैसे
चिकने लड़के का लंड लेने की इच्छा है, और उसकी आँखो मे देखते हुए बोलो चोदेगे मुझे
अवी- उसकी और आँखे फाड़ कर देखता हुआ,
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