RE: Chudai Story अजब प्रेम की गजब कहानी
अवी- उसको देखता हुआ, उसके हाथ को अपने हाथ मे लेकर सहलाता हुआ, आइ आम सॉरी दीदी, मुझे माफ़ कर दो
डिंपल- उसे देख कर चाइ पिएगा कि नही
अवी- क्यो नही पीऊंगा, तुम मेरे लिए जहर भी लाती तो मैं पी लेता और अवी चाइ उठा कर पीने लगता है और डिंपल उसको देख
कर मुस्कुरा देती है,
दिन बीतते जाते है और अवी का प्यार अपनी दीदी के लिए बढ़ता ही जाता है वह बहुत कोशिश करता है कि डिंपल को अपने दिल की
हर बात साफ-साफ कह दे लेकिन ना जाने क्या सोच कर वह हर बार चुप रह जाता है, उधर डिंपल अच्छी तरह जानती है कि अवी
उसे कुछ अलग नज़र से देखता है पर वह यह नही जानती थी कि अवी उसे किस हद तक चाहता है, और ना वह यह जानती थी कि
उसे भी अवी की आदत सी हो गई है और वह भी अवी की अनुपस्थिति मे उसे मिस करती है,
एक दिन जब अवी की एग्ज़ॅम शुरू होने वाली थी और वह बेड पर पढ़ाई कर रहा था उस वक्त उसके घर मे स्वीटी और डिंपल
बाहर बैठ कर बाते कर रही थी और फिर उसे स्वीटी की ज़ोर से हस्ने की आवाज़ आती है तो वह उत्सुकतावश सोचता है कि
आख़िर दोनो मे क्या बाते हो रही है जो इतना हस रही है और वह दरवाजे के पास जाकर उनकी बाते सुनने की कोशिश करने
लगता है
डिंपल- अरे यार थोड़ा धीरे बोल अवी अंदर ही है
स्वीटी- अरे उसे भी सुन लेने दे कि कैसे मेरे भैया मेरी भाभी को पूरी नंगी करके उसके साथ सॉल्सा कर रहे थे और
मैं मज़े लेकर उन्हे देख रही थी, वाकई डिंपल जब भैया का मोटा लंड भाभी की फूली हुई चूत से टकराता था तो भाभी
एक दम से भैया की गोद मे दोनो पेर उनके आस पास करके बिल्कुल उनके लंड पर चढ़ जाती थी और वह नज़ारा देख कर मेरी
चूत पूरी गीली हो गई थी, सच कितना मोटा लंड है मेरे भैया का काश एक बार मुझे भी उनका लंड पकड़ने का मोका मिला
जाता तो मज़ा आ जाता
डिंपल- उसको मारते हुए चुप कर कमिनि तू बहुत गंदी है तुझे शरम नही आती अपने भैया के बारे मे ऐसा सोचते
हुए,
स्वीटी- अरे तुझे एक बात बताऊ भैया भी कम नही है कुछ दिनो से तो ऐसा लगता है जैसे वह मुझे भी चोदने की फिराक
मे रहने लगे है,
डिंपल- वो कैसे
क्रमशः........
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