RE: Chudai Story अजब प्रेम की गजब कहानी
अवी- मुस्कुराते हुए उसका हाथ पकड़ कर, अपनी खूबसूरत दीदी को देख रहा हू
डिंपल- अपना हाथ छुड़ाते हुए, तुझे और कोई काम है मुझे देखने के अलावा
अवी- दीदी एक बात बोलू
डिंपल- कौन सी बात
अवी- उसके गालो को अपने हाथो से छूकर, तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो
डिंपल- मुस्कुरकर मुझे लगता है तू एक दो दिन से पागल हो गया है
अवी- डिंपल के सामने ही उसके भरे हुए बदन पर नज़र मारते हुए उसकी बाँहो मे अपनी उंगली उपर से लेकर नीचे की ओर
चला कर, जिसकी इतनी खूबसूरत दीदी हो वह पागल नही तो क्या होगा
डिंपल-मुस्कुरा कर उठते हुए, मैं जा रही हू तू बैठ यहा
अवी-अपनी दीदी का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खिचता है और वह एक दम से उसकी गोद मे गिरते हुए बैठ जाती है और फिर जल्दी
से उठने की कोशिश करती है और अवी उसका हाथ पकड़ कर, दीदी कहाँ जा रही हो
डिंपल- अपनी आँखे दिखा कर खड़ी हो जाती है और अवी तू पागल हो गया है यह क्या कर रहा है
अवी -उसका हाथ पकड़ कर दीदी मैं तुम्हारी पप्पी लेना चाहता हू
डिंपल- अपना हाथ छुड़ा कर, छोड़ मुझे और मुस्कुराते हुए जाने लगती है और पलट कर अवी तू सचमुच पागल हो गया
है
अवी- बैठे-बैठे मुस्कुराता हुआ, दीदी प्लीज़ एक पप्पी दे दो ना
डिंपल- मुस्कुराते हुए पलट कर बड़ा आया पप्पी लेने वाला और अपने बेडरूम मे घुस जाती है
अवी उसे देख कर मुस्कुराता रहता है और फिर थोड़ी देर बाद ही डिंपल वापस बाहर आती है और अवी को देख कर मुस्कुराते
हुए किचन मे चली जाती है और फिर वापस आकर अवी के सामने बैठ कर एक बुक उठा कर पढ़ने लगती है, अवी उसको
देख कर मुस्कुराता है और डिंपल भी उसे देख कर मुस्कुराने लगती है, अवी कुछ देर तक डिंपल के खूबसूरत चेहरे को
देखता रहता है फिर कुछ सोच कर दीदी चलो मार्केट चले
डिंपल- मगर क्यो
अवी- तुम भूल गई पापा ने कहा था कि मोबाइल खरीद लेना
डिंपल- हाँ कहा तो था पर
अवी- उसका हाथ पकड़ कर उठाते हुए जल्दी उठो ना
डिंपल- अब ज़रा रुक जा तेरे सर पर तो एक दम से भूत सवार हो जाता है, मुझे अपने कपड़े तो चेंज करने दे
अवी- अच्छा ठीक है चलो जल्दी कर लो
डिंपल- उठ कर अपने रूम की ओर जाती है और अवी उसके पीछे-पीछे रूम मे पहुच जाता है, डिंपल अपने आप से ज़ोर से
बतियाते हुए क्या पहनु, क्या पहनु
अवी- दीदी जीन्स और टीशर्ट पहन लो
डिंपल- मुस्कुरा कर चल तू कहता है तो पहन लेती हू और फिर डिंपल अपना जीन्स और टीशर्ट निकाल कर अवी को देखती हुई तू
यहाँ खड़ा-खड़ा मेरा मूह क्या देख रहा है मुझे कपड़े पहनना है
अवी- तो पहनो ना जल्दी से
डिंपल- उसे घुरती हुई तू बाहर जाएगा तब ना पहनूँगी
अवी- उसकी बात को सुन कर उसके जिस्म को अपनी निगाहो से उपर से नीचे तक देखता हुआ उसकी आँखो मे देखता है और डिंपल
उसकी नज़रो को देखने लगती है और अवी अपनी दीदी की आँखो मे देखता हुआ धीरे-धीरे उसकी ओर जाने लगता है दोनो के
चेहरे पर सीरीयस भाव थे लेकिन दोनो की नज़रे बिना पालक झपकाए एक दूसरे की आँखो मे देख रही थी, अवी जैसे-जैसे
डिंपल के करीब जा रहा था डिंपल कुछ बेचैन होती जा रही थी और अवी जब उसके एक दम से करीब पहुच जाता है तो
डिंपल की साँसे कुछ तेज हो जाती है,
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