RE: Nangi Sex Kahani अय्याशी का अंजाम
थोड़ी बातचीत के बाद वहाँ ड्रिंक का प्रोग्राम बन गया। लड़के बियर शराब और पता नहीं क्या क्या.. पीने लगे.. लड़कियाँ भी उनका साथ देने लगीं। कुछ ही लड़कियाँ ऐसी थीं.. जो बस जूस पी रही थीं.. मगर वहाँ का माहौल ऐसा था कि पानी में भी ड्रग्स मिली हुई थी.. तो जूस क्या चीज़ है।
कुछ देर ये प्रोग्राम चला सब पर नशा सवार होने लगा.. तो डान्स का प्रोग्राम बन गया।
सब अपने-अपने पार्ट्नर के साथ नाचने लगे। अब रश्मि के साथ उसके भाई तो नाच नहीं सकते थे.. तो रंगीला ने रश्मि को अपने साथ आने को कहा और वो उसके साथ जाने को मान गई।
रंगीला ने साजन को इशारा कर दिया कि वो रश्मि को लेकर जा रहा है.. थोड़ी देर बाद वो आ जाए और उसके मज़े ले ले।
रंगीला के साथ रश्मि खुल कर मज़ा लेने लगी.. उस पर भी ड्रग्स का नशा चढ़ने लगा था। वो रंगीला से चिपक कर नाच रही थी और रंगीला भी उसके जिस्म को छू कर मज़ा ले रहा था।
जय तो अय्याश था ही.. उसको एक नई लड़की मिल गई.. तो वो उसके साथ डान्स करने लगा और विजय एक तरफ़ बैठ कर बियर पीने लगा।
बस मौका देख कर साजन रंगीला के पास गया और रश्मि को उसकी बाँहों से अपनी बाँहों में ले लिया।
वो डान्स करते हुए रश्मि के मम्मों को दबाने लगा.. उसकी गाण्ड में अपना लौड़ा टच करके मज़ा लेने लगा।
रश्मि पर नशा छाया हुआ था.. वो बस ये सब एंजाय कर रही थी।
साजन- वाह.. रश्मि.. तूने तो कमाल कर दिया.. पहली बार पार्टी में आई हो.. और ऐसा सेक्सी ड्रेस पहन कर.. कि तूने तो सबके होश उड़ा दिए।
रश्मि- अमीरों के लिए क्या पहली और क्या दूसरी.. हमारे तो यही ठाठ हैं।
साजन ने रश्मि की चूत में उंगली डाल दी और उसको किस करने लगा।
रश्मि- हे.. यू कंट्रोल.. ये क्या कर रहे हो.. ये डान्स की जगह है।
साजन- यार तू है ही ऐसी कमाल की चीज कि मेरा लौड़ा तो मानता ही नहीं.. चल ना आज थोड़ा एंजाय करते हैं।
रश्मि- नो वे.. तुम मेरे भाई के दोस्त हो.. इसी लिए मेरे साथ यहाँ हो.. इसके आगे सोचना भी मत.. नहीं तो ऐसी हालत हो जाएगी जिसे तुम सोच भी नहीं सकते।
साजन- अच्छा इतना घमण्ड है तेरे को अपने भाई पर.. तू फार्म पर आ.. वहाँ देख मैं जीतूँगा और तेरी चुदाई करूँगा.. तब तेरा सारा गुरूर धरा का धरा न रह जाए तो कहना।
रश्मि- तू क्या जीतेगा.. मेरा भाई कोई ऐसा-वैसा नहीं है.. देखना उस दिन क्या होता है.. चल हट.. तेरे साथ अब मुझे डान्स नहीं करना।
रश्मि जाने लगी.. तो साजन ने उसको जबरदस्ती बाँहों में ले लिया और उसके मम्मों को ज़ोर से दबा दिया।
रश्मि भड़क गई और साजन को धक्का देकर वहाँ से सीधी जय के पास चली गई और उसको सब बात बता दी।
जय पर नशा छाया हुआ था.. वो गुस्से में साजन की तरफ़ गया और उसका गिरहबान पकड़ कर उसको हिला दिया।
जय- कुत्ते.. तेरी इतनी हिम्मत.. तू मेरी बहन को हाथ लगाएगा.. तुझे मैं जान से मार दूँगा।
साजन- अबे ये धमकी किसी और को देना.. तू शायद भूल गया मगर मैं नहीं.. बहुत जल्दी ये मेरे नीचे आने वाली है.. मैं तो बस इसको अभी चैक कर रहा था।
साजन की बात सुनकर वहाँ खड़े बहुत से लड़के-लड़कियाँ चौंक गए कि ये क्या मामला है.. जय खन्ना की बहन और इस साजन के नीचे आएगी।
जय- साजन अपनी ज़ुबान को लगाम दे.. ये क्या बकवास कर रहा है तू?
जय गुस्से में लाल हो गया था.. अगर रंगीला बीच में नहीं आता तो जय जरूर साजन को थप्पड़ मार देता।
रंगीला- अरे क्या कर रहे हो दोनों.. ये जगह लड़ने की नहीं.. एंजाय करने की है यार..
जय- इस साले दो कौड़ी के कुत्ते की हरकत जानते हो तुम.. इसने रश्मि को छुआ है.. और ये कैसी रश्मि के बारे में गंदी बात बोला?
साजन- अरे हट साला.. किसे कुत्ता बोलता है.. तू साला अपनी ज़ुबान से फिर रहा है.. हमारी शर्त भूल गया तू.. फार्म पर अगर तू हार गया तो रश्मि को मेरे साथ सोना होगा।
जय को साजन से इस बात की उम्मीद नहीं थी कि वो सबके सामने ये बात बोल देगा.. उसकी तो हालत पतली हो गई.. मगर उसको कहाँ यह पता था कि ये सब रंगीला का किया धरा है।
रंगीला- ओये साजन.. चुप कर ये हमारे आपस की बात है.. साला लगता है तुझे ज़्यादा चढ़ गई है.. चल तू मेरे साथ बाहर चल.. थोड़ा घूम कर आएँगे तो ठीक लगेगा।
साजन- अरे मैं क्यों जाऊँ.. इस साले को लेकर जा.. जिसकी ज़ुबान की कोई वैल्यू ही नहीं है.. साला झूठा कहीं का।
जय- अबे चुप मादरचोद.. साले भड़वे.. किसकी ज़ुबान की वैल्यू नहीं है? हाँ कुत्ते.. अब अगर तू एक बाप की औलाद है ना.. तो कल हम फार्म पर जाएँगे.. अगर तू और तेरी बहन वहाँ नहीं आए ना.. तो समझ लेना तू हराम की औलाद है.. किसी का गंदा खून है तेरी रगों में.. जा यह जय खन्ना की ज़ुबान है.. कल शाम को हम वहीं मिलेंगे.. साला हरामी कहीं का!
साजन- अबे तू क्या समझता है.. ऐसे अचानक तू आने का बोलेगा.. तो मैं डर जाऊँगा.. मैं एवरी टाइम रेडी हूँ.. तू कोई बहाना सोच ले.. मुझे पता है तू नहीं आएगा.. हा हा हा हा..
साजन की हँसी सुनकर जय के तनबदन में आग सी लग गई। वो दोबारा उसकी तरफ़ झपटा.. मगर रंगीला ने उसको पकड़ लिया और बाहर की तरफ़ उसको ले गया।
दोस्तो, आप सोच रहे होंगे.. इतना हँगामा हो गया.. विजय बीच में नहीं आया और रश्मि भी कुछ नहीं बोली.. ये क्या चक्कर है.. तो आपको बता दूँ ये दोनों कैसे चुप हैं।
रश्मि ने जब यह बात जय को बताई तो जय गुस्से में लाल हो गया और रश्मि जानती थी कि जय तो बस ऐसे ही गुस्सा दिखाएगा.. मगर विजय को यह बात पता लगी तो वो साजन के साथ कुछ भी कर सकता है.. इसी लिए उसने समझदारी से काम लिया और सीधी विजय के पास गई और चक्कर आने का बहाना बना कर उसको बाहर ले गई.. तभी तो जय साजन से अकेला लड़ रहा था।
चलो अब वापस कहानी पर आ जाओ.. रंगीला ने जय को पकड़ा और बाहर ले गया।
रंगीला- यार तू क्या कर रहा है.. ऐसे सब के सामने लफड़ा करना ठीक है क्या?
जय- तूने देखा नहीं.. उस कुत्ते ने क्या कहा रश्मि के बारे में? और वो फार्म वाली बात भी सबको बता दी।
रंगीला- हाँ तो ठीक है ना.. ऐसे उसको मार कर क्या होगा.. तूने अब कल का बोल ही दिया है तो कल उसकी बहन को चोद कर उसको मुँह तोड़ जवाब दे देना.. तब उसको असली थप्पड़ लगेगा।
ये दोनों बातें कर रहे थे.. तभी विजय और रश्मि भी पास आ गए।
विजय- क्या हुआ जय.. तू इतने गुस्से में क्यों है?
रंगीला ने दोनों को पूरी बात बता दी तो विजय भी गुस्सा हो गया.. मगर रश्मि ने उसको रोक लिया।
रश्मि- भाई आप रूको.. ऐसे सब के सामने तमाशा करना ठीक नहीं होगा.. आप प्लीज़ शान्त हो जाओ।
विजय- ओके ओके.. मेरा हाथ छोड़ो.. और भाई अपने ये क्या कर दिया.. कल का प्रोग्राम रख लिया.. इतनी जल्दी?
जय- तो क्या हुआ.. मैं रेडी हूँ.. रश्मि रेडी है.. अब 2 दिन बाद जाएँ या कल.. क्या फ़र्क पड़ता है.. लेकिन वो कुत्ता रेडी नहीं है.. अब अगर कल वो नहीं आ पाया.. तो देखना मैं बाद में उसकी क्या हालत करता हूँ।
रंगीला- हाँ यार ये तुमने ठीक कहा.. अब चलो अन्दर और उस कुत्ते से दूर ही रहना.. कल हम उसको फार्म पर देख लेंगे।
उसके बाद वो अन्दर चले गए और पार्टी को एंजाय करने लगे।
साजन अब एकदम शान्त हो गया था.. उसके चेहरे पर एक ज़हरीली मुस्कान छाई हुई थी, वो जो चाहता था वो उसने पा लिया था।
काफ़ी देर तक पार्टी चलती रही.. उसके बाद सब मदहोश होकर एक-दूसरे को किस करने लगे। सेक्सी हरकतें करने लगे.. कुछ लड़के तो अपनी गर्ल फ्रेण्ड को लेकर गेस्ट हाउस के कमरों में चले गए उनका चुदाई का प्रोग्राम शुरू हो गया।
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