RE: Nangi Sex Kahani अय्याशी का अंजाम
रानी के मुलायम हाथ के स्पर्श से लौड़ा ख़ुशी के मारे झूमने लगा और जेम्स की सिसकी निकल गई।
जेम्स- ओह्ह.. ससस्स आह्ह…. रानी.. क्या कर रही है.. गुदगुदी होती है जल्दी कर..
रानी- अरे क्या जल्दी करूँ.. यह इतना बड़ा और कड़क हो रहा है.. ऐसे अन्दर नहीं जाएगा.. तू इसको छोटा कर पहले.. इसके बाद यह अन्दर जाएगा..
जेम्स- अरे पागल है क्या… मैं कैसे छोटा करूँ.. यह अपनी मर्ज़ी का मालिक है.. अब इसको ठंडा करके ही छोटा किया जा सकता है.. समझी…
रानी को अब इतना तो पता चल ही गया था कि ठंडा होना किसे कहते है। मगर वो जेम्स के सामने भोली बन कर बोली- ये ठंडा कैसे होगा?
जेम्स- तू इसको ऐसे ही प्यार से सहलाती रह.. इसमें से दूध निकलेगा और यह ठंडा हो जाएगा।
रानी- चल झूठा ऐसा भी होता है क्या.. इसमें कहाँ से दूध आएगा?
जेम्स- तू बहुत भोली है रानी.. तुझे कुछ नहीं पता.. चल तू इसको सहलाती रह.. खुद देख लेना कि दूध आता है या नहीं..
रानी कुछ नहीं बोली और बस लौड़े को प्यार से हिलाने लगी.. उसका मन बहुत ललचा रहा था कि उसको मुँह में लेकर चूसे.. मगर वो जेम्स के सामने खुलना नहीं चाहती थी।
रानी- क्या जेम्स.. अभी तक तो आया ही नहीं..
जेम्स- अरे इतनी आसानी से नहीं आएगा.. तू करती रह.. ऐसा कर इसको थोड़ा गीला कर अपने थूक से.. उसके बाद देख कैसे मज़ा आता है।
रानी से भी अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था.. वो ज़्यादा बहस नहीं करना चाहती थी, उसको जल्द से जल्द लौड़ा चूसना था।
रानी- कैसे करूँ.. मेरा तो थूक भी आ ही नहीं रहा।
जेम्स- रानी बुरा ना माने.. तो एक बात कहूँ.. इसको मुँह में लेकर गन्ने की तरह चूस.. तुझे बहुत मज़ा आएगा और दूध भी जल्दी निकल जाएगा।
रानी- छी:.. यह कोई मुँह में लेने की चीज़ है क्या?
जेम्स- अरे रानी शहर में लड़की मुँह में लेकर ही मज़ा देती हैं.. तू एक बार लेकर तो देख..
रानी- अच्छा तो तूने शहर में किसी के मुँह में दिया है क्या?
जेम्स- अरे नहीं.. मैंने किसी को देखा था। अब तू ये सब बाद में पूछना पहले इसको चूस.. मेरी हालत खराब हो रही है।
रानी ने धीरे से तो सुपारे को मुँह में लिया और उस पर जीभ फिराई तो जेम्स जन्नत की सैर पर निकल गया।
जेम्स- इससस्स.. आह्ह.. रानी उफ्फ.. और ले अन्दर तक.. आह्ह.. मैंने सोचा भी नहीं था तेरे मुलायम होंठ मेरे लौड़े पर कभी होंगे आह्ह…
रानी तो नई-नई चुदक्कड़ बनी थी.. उसको लंड का चस्का लग चुका था। अब ऐसा तगड़ा लंड देख कर भला वो कहाँ अपने आपको रोक पाती। बस वो शुरू हो गई लौड़े को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। उसकी चूत भी रिसने लगी थी और उसका जिस्म भी आग की तरह तपने लगा था।
जेम्स ने अब आँख से हाथ हटा दिया था और वो रानी को देख कर और ज़्यादा उत्तेजित हो रहा था।
जेम्स- आह्ह.. उफ़फ्फ़.. चूस रानी.. आह्ह.. मज़ा आ रहा है.. ससस्स आह..
जेम्स लंड चुसाई का पूरा मज़ा ले रहा था.. मगर रानी के दिमाग़ में कुछ और ही चल रहा था.. उसने मन में सोचा अगर जेम्स ठंडा हो जाएगा तो उसकी चूत की आग कैसे बुझेगी.. तो उसने लौड़े को मुँह से बाहर निकाल दिया और हाँफने लगी।
जेम्स- सस्स क्या हुआ रानी.. कर ना उफ्फ.. बस थोड़ी देर और कर दे..
रानी- नहीं जेम्स… मैं थक गई.. कोई और तरीका बताओ.. यह ऐसे ठंडा नहीं होगा.. लगता है हमें कुछ और ही करना होगा।
जेम्स- रानी देख.. तू नाराज़ मत होना.. मुझे पता है जो हाल मेरा है.. वही तेरा भी है। अब मेरे लौड़े को तेरी फुद्दी में घुसा कर ही ठंडा करना पड़ेगा। इससे तेरी फुद्दी भी ठंडी हो जाएगी।
रानी- नहीं नहीं जेम्स.. ये सही ना होगा.. और वैसे भी तेरा ये बहुत बड़ा है ये मेरी छोटी से फुद्दी में ना जा पाएगा।
रानी ने ‘ना’ भी कहा और इशारा भी दे दिया कि वो चुदवा तो ले.. मगर ये कैसे जाएगा।
जेम्स- अरे कुछ गलत नहीं है.. मैं तुमसे सच्चा प्रेम करता हूँ और ये आराम से जाएगा.. तू बस एक बार ‘हाँ’ कह दे.. मैं आराम से करूँगा।
रानी- ना बाबा ना.. बहुत दर्द होगा मुझे.. मेरी सहेली ने सब बताया हुआ है और तुझे तो कुछ आता भी नहीं.. कैसे कर पाएगा तू?
जेम्स- अरे पगली.. बस थोड़ा सा दर्द होगा और तुझे किसने कहा मुझे कुछ आता नहीं.. मैंने बहुत छोकरियाँ और भाभियों को अपने तगड़े लौड़े से चोदा है.. गाँव में बहुत लड़कियाँ मेरी दीवानी हैं।
रानी- अच्छा यह बात है.. वैसे मैंने सुना तो था तेरे बारे में.. मगर कभी यकीन ना किया.. वैसे तूने किसी कुँवारी लड़की को भी चोदा है.. या बस बड़ी औरतों को ही चोदा है?
रानी अब पूरी तरह उत्तेजित हो गई थी और खुल कर बातें करने लगी थी।
जेम्स- अरे क्या बात करती है तू.. एक नहीं मैंने अपने लंड से 3 कुँवारी लड़कियों की फुद्दी को खोला है.. और 5 भाभी भी निपटा चुका हूँ.. सबको मैंने अपने इस लवड़े से संतुष्ट कर दिया है।
रानी- ओहहो.. ये बात है.. ज़रा बताओगे.. वो 3 कुँवारियाँ कौन थीं?
जेम्स- अरे जान कर क्या करेगी तू?
रानी- नहीं.. मुझे बताओ.. तभी तो मुझे विश्वास होगा।
जेम्स- अच्छा ठीक है.. सुन पहली थी श्यामलाल जी की बेटी कमला.. उसको तो यहीं इसी कमरे में पहली बार चोदा था मैंने.. और दूसरी किसन बाबा की पोती आभा.. उसको उसी के खेत में चोदा था.. और तीसरी हरिया काका की बेटी निधि उसको भी मैंने यहीं लाकर चोदा था।
रानी- हे राम.. वो दो तो मेरी उमर की थीं.. मगर निधि तो मेरे से भी छोटी है.. उसको भी चोद दिया.. और उसने इतना बड़ा लंड लिया कैसे?
जेम्स- हा हा हा.. अरे पगली ये फुद्दी बनी ही ऐसी है कि कितना भी बड़ा लौड़ा अन्दर ले सकती है.. जैसे रबड़ को खींच कर कितना भी तान सकते हैं.. वैसे ये भी लौड़े के हिसाब से तन जाती है। अब तू ये सवाल बन्द कर.. जल्दी से अपने कपड़े निकाल.. मुझसे अब रहा नहीं जा रहा। तेरी चिकनी फुद्दी को देखने का मन हो रहा है.. उसको चाटने का दिल कर रहा है।
रानी- तेरी ऐसी हालत में तू कैसे चोद पाएगा.. तेरी जाँघ पर चोट लगी है ना?
जेम्स- अरे पगली ये तो मामूली चोट है जब सामने कुँवारी फुद्दी हो तो बड़े से बड़ा जख्म भी दर्द नहीं देता.. चल निकाल कपड़े..
उस वक़्त जेम्स दर्द को भूल कर खड़ा हो गया और अपनी पैन्ट के साथ कुर्ता भी निकाल दिया और रानी को पास बिठा कर उसके चूचे दबाने लगा.. उसकी गर्दन पर किस करने लगा।
रानी पहले से ही बहुत गर्म थी.. अब जेम्स की ये हरकत उसको और उत्तेजित कर रही थी।
रानी- आह्ह.. आराम से दबा ना उफ्फ.. दुःखता है.. क्या कर रहा है तू आह्ह..
जेम्स अब बेसब्र हो गया था.. उसने रानी के कपड़े निकालने शुरू कर दिए और जैसे-जैसे रानी नंगी हो रही थी जेम्स की उत्तेजना बढ़ रही थी.. उसका लौड़ा लोहे की तरह सख्त हो गया था।
जेम्स ने रानी को खटिया पर गिरा दिया और खुद उसके चूचे चूसने लगा अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा।
रानी- आह्ह.. नहीं आह्ह.. जेम्स.. ये सब बाद में कर लेना.. आह्ह.. पहले अन्दर घुसा दे आह्ह.. उफ्फ…
जेम्स- अरे मेरी रानी.. कुँवारी फुद्दी में इतनी आसानी से लौड़ा नहीं घुसेड़ा जाता उसको चाट कर चिकना करना पड़ता है।
इतना कहकर जेम्स रानी की चूत के पास गया और उसे देख कर उसकी आँखें फटी की फटी रह गईं.. क्योंकि कल की चुदाई से चूत पर अभी भी सूजन थी और जेम्स ने बहुत चूत देखी हुई थी.. तो वो आसानी से ये समझ गया कि रानी चुदी हुई है और वो भी एकदम ताज़ा चुदी हुई दिख रही थी.. लेकिन वो चुप रहा और प्यार से चूत को चाटने लगा।
रानी- आह्ह.. नहीं आह्ह.. जेम्स उफ्फ.. दुःखता है आह्ह.. ज़ोर-ज़ोर से आह्ह.. उई.. चाटो आह्ह..
जेम्स- मेरी रानी ये तड़प चाटने से पूरी नहीं होगी.. इसको तो दबा कर ठोकना होगा.. तभी तेरी तड़प पूरी होगी।
जेम्स ने अपना विशालकाय लंड चूत पर रख दिया और रगड़ने लगा।
रानी- आह्ह.. जेम्स.. देर ना कर.. आह्ह.. घुसा दे अब.. आह्ह.. बड़ी आग लगी है मेरी चूत में.. आह्ह.. मिटा दे इसको..
जेम्स- वाह.. रानी रानी फुद्दी से चूत पर आ गई.. उन शहरी बाबू के साथ रहकर बहुत कुछ सीख आई रे तू.. ये चूत भी मरवा आई तू.. मैं तो तुझे प्यार करता था.. इसलिए आज तक तुझे नहीं चोदा था.. मगर तू तो ख़त्म हो गई रे.. रानी..
इतना कहकर जेम्स ने लौड़े पर जोर लगाया और 2″ लौड़ा अन्दर घुसा दिया।
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