RE: non veg story झूठी शादी और सच्ची हवस
मैं उंगली कभी चूत में ज्यादा अंदर नहीं करती थी। लेकिन उस रात मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि बयान नहीं कर सकती। मैं उस वक़्त किसी पॉर्न-स्टार के लंड को अपनी चूत में कल्पना कर रही थी, मेरे चूतड़ हल्के-हल्के हिल रहे थे और मैं उंगली को लंड की तरह अंदर बाहर कर रही थी। मेरा फ्लो उस वक़्त टूटा जब अली भाई ने बाजी के होंठ पे काटते हुए जोर-जोर से चोदना शुरू किया।
तो बाजी ने उन्हें रोकते हुए कहा-“अभी फिनिश नहीं करना। अभी तो मैं गरम हुई हूँ। ठंडा होने की कोई ज़रूरत नहीं…”
अली भाई बाजी की नाक होंठों में लेकर उन्हें छेड़ रहे थे, लंड बाजी के चूत में ही था लेकिन कोई मूव नहीं कर रहा था।
बाजी अपना हाथ चूत की तरफ ले गईं और लंड बाहर निकालकर बोलीं-“बहुत गीला हो रहा है…”
अली भाई जब बाजी के ऊपर से उठकर घुटनों के बल आए तो बाजी भी अपनी टांगें निकालकर अली भाई के सामने बैठ गईं। ये वो मोका था जब मैंने पहली बार अली भाई का लंड देखा। वो कितना गीला था ये तो समझ नहीं पाई लेकिन ठीक-ठाक बड़ा लंड था, जिसे बाजी अपने हाथ में पकड़कर सहला रही थीं, फिर उन्होंने नशे में होकर लंड मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया।
मैं समझ सकती थी कि बाजी को कितना मज़ा आ रहा होगा, क्योंकी मैंने भी जब से पॉर्न में लड़कियों को लंड चूसकर खुश होते देखा था, मेरा बहुत मन करता था कि मैं भी लंड चूसूं। मैं तो अपने तौर पर जेहन में नित नये तरीके सीखती थी लंड चूसने के और उस वक़्त तो बहुत ज्यादा दिल ललचाता था जब लंड डिस्चार्ज हो रहा होता और लड़की साथ-साथ चूस रही होती थी।
मैं हमेशा सोचती थी कि काश वो लड़की मैं होती। जो मज़ा लेने का मेरा शौक परवान चढ़ रहा था, उस वक़्त वोही मज़ा बाजी ले रही थीं और जिस तरह वो पूरा लंड मुँह में घुसाकर बाहर निकालतीं और फिर अंदर करतीं, मेरी चूत से पानी के फौवारे निकलते महसूस होते। मैं अपना लिहाफ़, टांगें और बेड शीट ठीक-ठाक गीली कर चुकी थी। लंड बाजी चूस रही थीं और पानी मेरे मुँह में आए जा रहा था। अच्छा हुआ कि बाजी ने मेरी मुश्किल आसान करने का सोचा और बेड पर पहले उल्टा लेटीं, लेकिन अली भाई ने उनको साइड पोज़ीशन में लिटा दिया और उनके पीछे लेटकर लंड उनके अंदर डाल दिया।
बाजी ने इस मर्तवा दो-तीन झटके मारे और आवाज़ें निकालीं लेकिन कुछ लम्हों बाद वो भी गान्ड को मूव करने लगीं और अली भाई भी उन्हें पीछे से चोदने लगे।
मैं यकीन से नहीं कह सकती कि उस वक़्त लंड बाजी की चूत में था या गान्ड में। मेरा अंदाज़ा है कि गान्ड में ही डाला होगा, क्योंकी बाजी की गान्ड भी बहुत सेक्सी है मेरी तरह और ये हो ही नहीं सकता कि मैं या बाजी किसी लड़के के सामने नंगी हों और वो हमारे साथ अनल सेक्स का ना सोचे। इसीलिये कम से कम मुझे तो हमेशा से अनल सेक्स का बहुत ज्यादा शौक रहा है। गर्मी से मेरी हालत खराब हो रही थी, लेकिन नंगी होने की वजह से अपने ऊपर से लिहाफ़ भी नहीं हटा सकती थी। बाजी सेक्स के चरम पर थीं और उन्हें अपनी आवाज़ पर कंट्रोल नहीं रहा।
शुरू में तो फुसफुसाहटों का राज था लेकिन अब बाजी उस हद तक आवाज़ें जरूर निकाल रही थीं कि रूम के अंदर अगर बंदा हो तो वो सुन सके। उनको वाय्स कंट्रोल की ठीक-ठाक प्रेक्टिस थी इसलिए उन्होंने वाल्यूम की वो लिमिट कभी क्रॉस नहीं की कि आवाज़ कमरे से बाहर जा सके। अली भाई ने बाजी को पीछे से कसकर पकड़ रखा था और उनके होंठ बाजी की पीछे गर्दन पर थे।
अचानक अली भाई ने बाजी को उल्टा किया और जोर से झटके लगाने लगे।
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