RE: Chodan Kahani हवस का नंगा नाच
अपडेट 16:
"मोम ..." सॅम ने चूप्पी तोड़ते हुए कहा
" हां बेटा ..बोल ना .." साना उसके सर पर हाथ फेरती हुई कहती है..
" क्या सभी मोम इतनी अच्छी होती हैं ..." सॅम अपनी मोम की तरफ बड़े प्यार से देखते हुए कहता है...
" मैं क्या जानू बेटा ..मैं तो आज तक एक बहोत ही बूरी मोम थी ...आज ही तो मुझे अपने मोम होने का अहसास तू ने दिलाया ..मेरे बेटे ..मैं क्या बताऊं ...? क्या मैं तुझे अच्छी लगी ..?" साना ने उसके चेहरे को अपनी हथेलियों से थामते हुए चूम लिया ...
" हां मोम आप सही में बहोत अच्छी हो.बहोत अच्छी ..आज मैने भी तो अपनी मोम को पहली बार महसूस किया ... मेरी भी मोम है मैने आज ही तो महसूस किया ...उफफफफफफ्फ़ ..यह कितना खूबसूरत अहसास है मोम ..दुनिया का शायद सब से खूबसूरत अहसास ... मोम ..मेरा दिल करता है बस आप के साथ ऐसे ही अपनी पूरी जिंदगी बीता दूं..आप के सीने से लगे लगे ..आप के सीने की गर्मी और नरम नरम गोलाईयो से लगे लगे ..मोम मैं इन्हें चूसूं ..??"
" हां बेटा चूस ना ...ले चूस ..जितना जी चाहे , जब तक जी चाहे चूस ले इन्हे ..." साना अपने चूची अपनी हथेलियों से थाम्ती हुई , दबाती हुई सॅम के मुँह के अंदर डाल देती है ..." मैं भी तो अपने बेटे को अपना पूरे का पूरा प्यार देना चाहती हूँ ना ..आज तक मेरी ममता भी तो कितनी प्यासी है बेटे..कितनी भूखी है मेरे राजा बेटे..चूस ले ..मेरी ममता की प्यास बुझा दे बेटे ..मेरी झोली भर दे बेटे ...हां चूस ....आआआः ..हां बेटे बस चूसता जा..."
सॅम अपनी मा की एक चूची जोरों से चाट ता है और दूसरी अपने हाथों से दबाता जाता है .....उफफफफफफ्फ़..यह कैसा अहसास था ...वो पागलों की तरेह , एक भूखे इंसान की तरेह अपनी मा की चूचियों पर टूट पड़ता है ....
साना अपने बेटे की अपने लिए ललक , प्यास और भूख उसका अपनी चुचियों के चूसने और दबाने से महसूस हो रही थी .मानो एक भूखा बच्चा उसकी चूचियों को निच्चोड़ निच्चोड़ कर ..चूस चूस कर खाली कर देगा ....वो एक अजीब ही अहसास से पागल हो उठी थी , उसकी मा की ममता जाग उठी थी..अपने बेटे की ललक पूरी करने पर जी जान से जुटी थी ..अपनी चूची उसके मुँह में अपनी हथेली से दबाती हुई और अंदर , और अंदर करती जाती .." हां बेटे चूस और चूस .....ले अब दूसरी वाली भी चूस ना ..इसे भी खाली कर दे ..मेरा पूरा बदन चूस ले बेटा...मुझे खा जा मेरे राजा बेटे ,,खा जा....सब कुछ मेरा तुम्हारा ही तो है ...आअहह....हाआँ .....उफफफफफफफ्फ़...देने में कितना मज़ा है ..मुझे आज महसूस हुआ बेटे ..ले ले ...मेरा पूरा बदन अपने में समा ले बेटा ......आआआः .....मेला बेटा ..मेला राजा बेटा ..कितना भूखा है ....हाआँ अपनी सारी भूख मिटा ले ..."
साना मज़े , मस्ती और प्यार से शराबोर थी......मस्ती के आलम में उस ने अपने आप को अपने बेटे के हवाले कर दिया था ..सॅम बूरी तरेह अपनी मा की भारी भारी , मुलायम चूचियों की घूंड़ी पर अपने होंठ लगाए चूसे जा रहा था ,,चॅप..चप..पुच पच ..चटखारे लेता हुआ ....
फिर वो अपना चेहरा उपर करता है..अपनी मा को जाकड़ लेता है..उसके सीने से चीपक जाता है और उसके होंठ पर अपने होंठ रख देता है ..उसकी चूत पर अपना फिर से कड़क और खड़ा हुआ लॉडा दबाता है ....उसके होंठ लगातार चूस्ता जाता है...चाट ता जाता है ...." उफ्फ मोम मैं क्या करूँ..तुम्हें पूरा अपने अंदर कैसे ले लूँ मोम बोलो ना मैं क्या करूँ ....." और उसकी मुँह में अपनी जीभ डाल देता है ..अपनी मा के मुँह का रस , उसकी थूक , उसका लार मोम के मुँह के अंदर जीभ से चाट ता है ..चूस्ता है ..मोम भी अपना सारा रस अपनी जीभ में लाते हुए उसके मुँह में डालती जाती है..सॅम उसे अपने गले से नीचे उतारता जाता है.....अपनी मोम को चूस्ता है , चाट ता है .....
साना इस चुसाइ से सीहर रही है .उसकी चूत से रस की धार निकलती जा रही है...वो कांप रही है .." हाआँ बेटा ,....हां बस ऐसे ही जितना चाटना है मुझे चाट ..मुझे चूस ले खा ले बेटा ..अपनी भूख मीटा ले .....आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ...उउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह...मेरा बेटा ..मेरा राजा बेटा ..इतने दिनों तक भूखा था ......"
सॅम अपनी जीभ मुँह से निकालता है ..उसे अपने होंठों पर फिराता है और अपनी मा के वहाँ लगे थूक और लार चाट ता है ..उसके गाल चाट ता है ..उसके गले को चाट ता है..उसके सीने को चाट ता है..फिर पेट पर जीभ फिराता है....साना कराह रही है ....सिसक रही है ..कांप रही है उसके हर बार जीभ फिराने से ...
फिर वो नीचे आ जाता है ..नाभी के अंदर जीभ घुसेड़ता है ,,और वहाँ जीभ घूमाता है..साना का पेट उछल पड़ता है ...." आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ......हां बेटा हां ...चाट ...जो जी में आए कर ..मेरे बदन से खेल ...खूब खेल ..पूरी कसर निकाल ले बेटा ....मुझे चूस चूस, चाट चाट के मार डाल ....हां बेटा ..हां...."
अब सॅम से रहा नही जाता , वो अपना मुँह सीधा मोम की चूत के उपर रखता है ..उसकी गीली और रस और वीर्य से शराबोर चूत पर टूट पड़ता है..अपनी मोम की चूत को अपनी उंगलियों से फैलाता हुआ अपनी जीभ घुसेड़ता है वहाँ ..पूरी फाँक की लंबाई को चाट ता जाता है ..चाट ता जाता है....उफफफफफ्फ़..क्या महसूस था ....कितना मुलायम था वहाँ ..मोम का सारा प्यार तो वहीं था .. मोम की चूत में ... उसके चाट ते ही साना के चूतड़ उछल पड़ते है ....उसकी जाँघ थरथरा उठ ती है ,...उसके सारे बदन में कंपकंपी होती जाती है ..साना मानो हवा में लहरा रही थी , तैर रही थी ... और फिर सॅम उसकी चूत की पंखुड़ियों को होंठों से जकड़ता हुआ पूरी तरेह चूस डालता है ..उसका सारा रस अपने अंदर लेता जाता है ...
साना का पूरा बदन कांप उठ ता है ..उसकी चूतड़ , उसका बदन उछल पड़ता है ..उपर उठ ता जाता है ..उसके वश में कुछ भी नही रह जाता ...कुछ भी नही ..साना ऐसे कांप रही थी मानो ठंड से कांप रही हो ....थरथरा रही हो ..उस से रहा नही जाता ....उसकी चूत के होंठ फडक रहे थे ....अपने आप..सॅम की चुसाइ से .. ..और फड़कते फड़कते रस की धार फूट रही थी ....फिर उसकी चूतड़ उपर नीचे , उपर नीचे उछाल मारते है....अपने आप ..यह सब बस होते जा रहा था ..साना बिल्कुल बेहोश सी थी ..और उसका बदन ऐंठ जाता है ..उसकी चूत गाढ़े रस की फूहार छोड़ती जाती है ...उसका पूरा बदन ढीला हो जाता है..और सम सब कुछ चूस्ता जा रहा है ..चूस्ता जा रहा है जब तक कि मोम की चूत बिल्कुल खाली नही हो जाती और मोम उसके जाकड़ में ढीली नही हो जाती..
मोम अब निढाल सी पड़ी है , हाँफ रही है ...
सम अपना कड़क लॉडा उसकी चूत से लगाए उसके उपर लेट जाता है..उसे जाकड़ लेता है ....उसे चूमता है ...उसे चाट ता है ..उसका मन आज भरता ही नही..वो बिल्कुल पागल है अपनी मोम के लिए .....
" मोम ..मैं क्या करूँ ..बोलो ना मोम ..मुझे क्या हो गया है..उफफफफफफ्फ़ ..मोम ..मोम,बोलो ना" अपना लॉडा हाथ में ले लेता है ..उसे अपनी मोम को दीखाता है ..." देखो ना मोम कितना ज़्यादा कड़क है ..मोम मुझे यहाँ दर्द हो रहा है ..मोम दूख़्ता है ..मैं क्या करूँ मोम बोलो ना ..."
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