RE: Chodan Kahani हवस का नंगा नाच
अपडेट 10:
दोनों सूस्त से पड़े थे .. फिर साना ने आँखें खोलीं ..पापा का मुरझाया और चीपचीपा लंड अभी भी उसके होंठों से लगा था ...उस ने उसे चूम लिया और फिर से चाट कर पूरी तरह सॉफ कर दिया , उसकी इस हरकत से पापा की सूस्ती जाती रही , और फिर से उनमें भी फूर्ती आ गयी ,,उन्होने ने भी साना की चिपचिपी चूत चाट ली और सॉफ कर दी..
." ह्म्म ..पापा अभी और चाटना है या बस करें ..?" साना ने पापा से पूछा ..
" साना ..तेरी चूत की सुगंध और टेस्ट बड़ी मस्त है रे ...कभी चाटने से मन नही भरता ..पर अब देर हो रही है ..रात खाने के बाद मीठे खाने की जगेह तेरी चूत के मीठे और सोंधे सी रस का मज़ा लूँगा ..."हरदयाल ने अपनी जीभ साना की चूत से हटा ली ...
" जैसी आप की मर्ज़ी पापा..यह तो आप की है जब चाहे , जैसे चाहे चाट लीजिए ना ..मैं कब मना करती हूँ ...."
यह कहते हुए पापा के उपर से उठ कर उनके बगल लेट गयी , पापा के सीने पर हाथ फिराते हुए कहा .." पापा ...अब देर मत करो ..अपने प्लान पर काम शूरू कर दो ना ..."
"हां बेटी मैं भी इसी बात पर सोच रहा हूँ.. इस काम को किस तरेह अंज़ाम दिया जाए ..तुम भी कुछ सोचो ना ... " पापा ने बेटी के गाल सहलाते हुए कहा..
" अरे नही पापा इस काम में तो आप ही अपना दिमाग़ खपायें ..मैं कहाँ सोचने लगी ..मैं तो बस बेसब्री से इस इंतेज़ार में हूँ कि कब आपका बच्चा मेरे पेट में आए और मैं मा बन जाऊं ..ऊऊह पापा ..मैं तो इस कल्पना से ही सीहर उठ ती हूँ..."
" पर बेटी इस काम में तुझे बहोत अहतियात से काम लेना होगा ..किसी को कानो -कान खबर नही होनी चाहिए ...म्र्स. डी 'सूज़ा को भी नही ..बाद में भले ही बता दी जाए ..पर अभी जब तक मैं नही कहूँ किसी से भी इस बारे बात मत करना .. " पापा बड़ी सख्ती से साना से कहते है ..
" हां मैं समझती हूँ बाबा ...सब समझती हूँ .. आप इस बारे निश्चिंत रहें .. पर मुझे क्या करना है इस बारे तो आप बताएँगे ना ..मुझे पूरी तरेह मालूम होना चाहिए के मेरा क्या रोल रहेगा ..."
" हां साना ...यू आर वेरी राइट ..देख मेरा प्लान ध्यान से सून ... मैं अपनी कंपनी में जितने स्मार्ट और होनहार बॅच्लर्स हैं उनमें से किसी एक को अपना पी.ए. अपायंट करूँगा ...वो काम के सिलसिले में यहाँ घर भी आया करेगा मुझ से काम की बारे बात करने ....इसी दौरान वो तुझ से भी मिलेगा ...तुम से उसकी दोस्ती होगी और फिर तुम दोनों का प्यार का नाटक होगा जो तुम दोनों की शादी में ख़त्म होगा ..और फिर तुम दोनों का एक साल बाद तलाक़ ..इस से किसी को कोई शक़ नही होगा के यह कोई सोची समझी प्लान है ..क्यूंकी यह सब एक बहोत ही नॅचुरल तरीक़े से होगा ... " हरदयाल उसे समझाते हुए कहता है..
" ह्म्म्म्म.पापा यू आर सो ब्रिलियेंट ....मान गयी ..इतना बड़ा बिज़्नेस आप यूँ ही नही
चलाते..." और पापा के गाल चूम लेती है ..
" हा हा हा !! यह तो है बेटी..अच्छा तुम्हारा रोल यह रहेगा कि तुम उस से प्यार का सिर्फ़ नाटक करोगी ...प्यार नही ...ऐसा नही कि तुम एक जवान और स्मार्ट लड़के से हक़ीक़त में प्यार करने लागो...वरना सारा खेल चौपट ...." पापा ने हंसते हुए कहा ..
" ह्म्म्म्म..यह रिस्क तो बड़ा जबरदस्त है मेरे राजा पापा......पर क्या करें रिस्क तो लेना ही पड़ेगा ... "
" हां साना रिस्क तो लेना ही पड़ेगा ..मुझे अपने प्यार पर भरोसा है मेरी रानी बेटी ...अपने से भी ज़्यादा ... सब ठीक होगा ..बस तुम ठीक रहो ...और एक बात बेटी ...तुम्हें अब अपनी दोस्ती कुछ कम करनी होगी ...आइ होप यू अंडरस्टॅंड ...और शराब वग़ैरह तो बिल्कुल बंद ..वरना उसका बूरा असर हमारे बच्चे पर हो सकता है ..अभी से ही छोड़ना शूरू करोगी तभी उस समय तक पूरी तरेह छूट जाएगी...यह भी एक बड़ा रोल है तुम्हारे लिए .मेरी बिटिया रानी .."
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