RE: Chodan Kahani हवस का नंगा नाच
पापा की ओर मुस्कुराते हुए देखती है और कहती है " चलिए आज हम एक दूसरे को चूस चूस के , चाट चाट के अपने अंदर समा लेते हैं ....एक दूसरे को अपने अंदर महसूस करते हैं ..." और फिर अपने पूरे कपड़े उतार नंगी हो पापा के सामने खड़ी हो जाती है ...अपने नंगे बदन की नुमाइश करते हुए ..." कम ऑन पापा ....आप ने अभी तक कपड़े क्यूँ पहेन रखे हैं .... मुझे भी तो आप को चूसना है ना ....प्लीज़ हरी अप ....कपड़े उतारियो ना .."
हरदयाल आँखें फाडे बेटी की ओर देखता जा रहा है ..उसकी पूरी जवानी अपनी पूरी खूबसूरती और चाहता लिए उसके सामने खड़ी है ..उसकी बाहों में आने को तड़प रही है ..पापा के हवाले हो जाने को बेचैन ..उसे उसकी बातें कुछ समझ नही आती ..पर कपड़े फ़ौरन उतार देता है ..उसका लॉडा फंफनाता हुआ उछलता हुआ बाहर आ जाता है ..
साना फ़ौरन उसके लौडे को अपने हाथों में लेती है .उसे जाकड़ लेती है अपनी मुट्ठी से ..कितना कड़क , सख़्त और मोटा था यह प्यारा लॉडा .. पापा का लंड हाथ में लेते ही उसके पूरे बदन में सनसनी सी दौड़ जाती है ...वो लंड को हाथ में लिए लिए ही पापा को खींचते हुए पलंग की ओर चल पड़ती है ...पापा को लीटा देती है ...अपनी चूतड़ पापा के मुँह की ओर करती है , टाँगें पापा के चेहरे के दोनों ओर कर अपनी चूतड़ उनके मुँह पर ले आती है ... और खुद पापा के लंड की तरेफ मुँह करते हुए उस हसीन लंड को अपने होंठों से जाकड़ लेती है ....आ कितना मस्त स्मेल था पापा के लौडे का ....उसकी चूत भी पापा के नाक से लगी है ..उसकी चूतड़ की फाँक पापा के आँखों के सामने है ..उसकी चूत की सुगंध से पापा पागल हो उठ ते है ..अपने दोनो हाथों की हथेलियों से हरदयाल उसकी चूतड़ फैलाता है ...अया कितनी मस्त थी साना के गान्ड की सूराख...
गान्ड की सूराख के सीध में नीचे उसकी गुलाबी चूत ..जिस से पानी रीस रहा था ...उधर साना लौडे को जकड़े अपनी हथेली से उसकी चॅम्डी उपर उपर नीचे करती जाती है और होंठों से चूस्ती है ..होंठ इतने जोरों से लगाती है , उसके गाल अंदर की ओर हो जाते हैं..पापा सीहर उठ ते हैं और फिर वो भी अपनी जीभ पूरी तरेह बाहर निकल उसकी चूत की फाँकें उंगलियों से अलग करते हुए चाटने लगते हैं ...पापा की जीभ अपनी चूत पर महसूस करते ही साना उछल जाती है ...और उसकी पापा के लंड की चुसाइ और भी तेज़ हो जाती है ....पापा भी उसकी चूत पर टूट पड़ते हैं ..जीभ हटा कर अब पापा उसकी चूत अपने होंठों से जाकड़ लेते हैं और चूस्ते हैं ..मानो साना का पूरा चूत रस ..साना को पूरे का पूरा ही चूस डालेंगे ..दोनों कांप रहें सीहर रहें हैं ..एक दूसरे की चुसाइ से ....
मुँह से आवाज़ नही निकलती ..सिर्फ़ ह्म्म्म...चटखारे और चूसने की चुभलाने की आवाज़ आ रही है ..बदन कांप रहें हैं ., सीहर रहें हैं ..थरथरा हैं दोनो के ...
पापा छूट का रस अंदर लिए जा रहे हैं और साना लंड के रीस्ते हुए पतली सी पानी की धार ....कभी पापा के सुपाडे की होल पर जीभ फिराती है ..कभी सुपाडे को पूरे का पूरा चाट जाती है ....वो परेशान हैं ...तड़प रही है ..किसी भी तरेह पापा को पूरे का पूरा अपने अंदर चूस लेने को..और पापा भी चूत को बूरी तरेह चाट रहे हैं , चूस रहें हैं जीभ चूत में अंदर तक डाल रहें हैं ..अपनी बेटी को पूरी तरेह अपने में महसूस कर रहें हैं ..बेटी को खा जाने की कोशिश में..
और फिर दोनों के बदन बूरी तरेह कांप उठ ते हैं ..साना की चूतड़ उछल पड़ती है ..इसकी जंघें थरथरा उठ ती हैं ..पापा की आँखों के सामने उसकी चूत की दोनों फाँकें फदक रही हैं ...कांप रही हैं ..कभी सेकूडती हैं उसकी फाँक , कभी फैलती हैं और फिर साना की चूत से गाढ़ा सा रस फुट पड़ता है ...साना कांप रही है ..उसकी चूत पापा के मुँह पर आ जाती है और पापा का मुँह उसके रस से भर जाता है ..पापा मस्त हो कर रस को अमृत समझ पीते जा रहे हैं ..चूस्ते हुए अंदर लेते हैं पूरे का पूरा और खुद भी झटके खाते अपने लंड से पीचकारी छोड़ देते हैं..
साना का मुँह भी पापा के वीर्य से भर जाता है ... पापा झाड़ते जा रहें हैं और साना वीर्य की धार अपने गले के नीचे गटकते जाती है ..उसके गाल ..उसके होंठ..पापा के वीर्य से लत्पथ हैं ....अपनी उंगलियों से उसे पोंछती है और चाट जाती है ...पापा का लंड मुरझाया है...मुरझाए लंड को चूस चूस साना पूरी तरेह साफ कर देती है..एक एक कतरा भी नहीं छोड़ती ....पूरा उसके अंदर है....
बाप-बेटी एक दूसरे को , अपने शरीर के पानी के रूप को अपने अपने अंदर पूरी तरेह समा लेते है ...यह एक अजीब ही अहसास था ...
साना पापा के उपर निढाल हो कर पड़ जाती है..और पापा उसके नीचे हाथ पावं ढीले किए पड़े रहते हैं ...
दोनों की एक दूसरे की भूख शांत है अब ..चेहरे पर शूकून और मुस्कुराहट है... मानो उन्हें पूरा संसार मिल गया हो ..पूरी दुनिया का सूख चूत और लंड के रास्ते उन्होने समेट लिया अपने अंदर ... क्या अहसास था ...
|