RE: Chodan Kahani हवस का नंगा नाच
अपडेट 3:
अपने पापा की गोद में आते ही साना सीहर उठी ...अपने पापा के सीने पर अपना सर रख दिया और अपनी बाहें उनके गले से लगा उन से बूरी तरेह चीपक गयी ..अपना चेहरा उपर की ओर उठाया ..पापा अपनी बेटी की चाहत समझ गये ..उन्होने अपना सर नीचे किया और अपनी बेटी के गर्म , नर्म और रसीले होंठों पर अपने होंठ रख दिए और दोनों एक दूसरे के होंठ चूसने लगे ..मानो खा जाएँगे ..और इसी हालत में होंठ चूस्ते , जीभ चूस्ते बेड रूम की ओर बढ़ चले ....
यह सच था के साना और हरदयाल दोनों की जिंदगी में सेक्स की कोई कमी नहीं थी ...साना को दोस्तों की कमी नही थी ...और हरदयाल को लड़कियों की कमी नहीं थी..पर फिर भी जब दोनों एक दूसरे से मिलते , तो ऐसा लगता जैसे पहली बार किसी के साथ मिले हों...एक दूसरे पर भूखे शेर और शेरनी की तरेह टूट पड़ते ..पागलपन की हद तक एक दूसरे को प्यार करते ...
और आज तो सारी हदें पार हो चूकी थी... साना दो दो लंड अपनी चूत में ले चूकि थी..पर अभी भी वो तड़प रही थी ..उसकी चूत अभी भी अपने पापा के लंड की भूखी थी ... और हरदयाल भी पागल हो उठा था अपनी बेटी को इस हालत में नंगी देख ...
दोनों एक दूसरे को चूमते चाट ते बेड रूम में दाखील होते हैं ..हरदयाल अपनी बेटी को पलंग पर लिटा देता है..साना के चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट है ..उसकी आँखें अपने पापा को एक तक निहार रहे थे..पापा भी उसकी आँखों में देखते देखते अपने को भी नंगा किए जा रहे थे...दोनो इतने एग्ज़ाइटेड थे..उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी..हाँफ रहे थे ..
जैसे ही हरदयाल ने अपनी पॅंट और अंडरवेर उतारी ,,उनका लॉडा फन्फनाता हुआ उपर की ओर उछल पड़ा ....उनके कद की तरेह लौडे का कद भी लंबा और मोटा था ..साना की सब से पसंदीदा लंड ..सब से प्यारा लंड , हरदयाल के लंड पर उसकी नज़र पड़ते ही साना के गले से मज़े की चीख निकल गयी ..उसका पूरा बदन सीहर उठा...चूत से पानी की धार फूट पड़ी ...
उस ने भर्राई सी आवाज़ में कहा " पापा ....आइ लव यू ..आइ लव यू पापा ....आओ ना प्लीज़ मुझे अपनी बाहों में लो ना ..प्लीज़ ....कब से तड़प रही हूँ ...आओ ना पापा ....उफफफ्फ़ जल्दी करो ना ..मैं मर जाऊंगी ...आआआआआआआआआः.." और उसकी उंगलियाँ अपनी चूत सहला रही थी ...टाँगें फैली थी..
हरदयाल पलंग की ओर अपने 7" लंबे लौडे को अपनी मुट्ठी से सहलाता हुआ बढ़ा ..उसकी नज़र अपनी बेटी की चूत पर पड़ी ..उस पर उसकी रस और पहले की चुदाई का वीर्य चारो ओर लगा था ....बाल बिल्कुल नही थे ....चूत चमक रही थी ....चिपचीपी सी थी
चूचियाँ सीने पर साँसों के साथ उपर नीचे हो रही थी ....हरदयाल पागल हो उठा ...साना से बूरी तरेह चीपक गया उसकी चूचियाँ उसके सीने पर चिपकी थीं और उसके होंठ साना के होंठो से चिपके थे ...दोनों की टाँगें एक दूसरे की टाँगों को जाकड़ लिए थे .....दोनों बिल्कुल एक दूसरे में समाए थे ....एक दूसरे को सहला रहे थे ....चूम रहे थे , चाट रहे थे ....
"हां ..हां ..पापा खा जाओ ना..मुझे..चूस लो ना मुझे ..उफफफफफ्फ़ .....उईईई..."
साना सिसकारियाँ ले रही थी.....चीख रही थी ...और हरदयाल भी पागलों की तरह उसे कभी चूमता..कभी चूची मुँह में भर लेता ..कभी उसकी घुंडीयों पर जीब फिराता ..और साना अपनी चूची उसके मुँह में हथेलियों से जकड़ते हुए और भी अंदर कर देती ....दोनों बूरी तरेह मचल रहे थे ..एक दूसरे को अपने में समा लेने को बेताब थे ...
तभी अचानक हरदयाल नीचे आता है साना की टाँगों के बीच ..उसकी फूली -फूली , गीली और फडकति चूत अपनी मुट्ठी में भर लेता है और निचोड़ता है..मानो उसका रस पूरे का पूरा निचोड़ लेगा ..साना उछल पड़ती है " आआआआआआआआह ....पपाा/..उउउउउउउउ"
उसकी चूत की फाँकें इतनी चुदाई के बाद भी काफ़ी टाइट थी...कसी थी..गुलाबी रंग ..पंखुड़ीयाँ फदक रही थी , मुट्ठी में लेने से हरदयाल की हथेली पूरी तरेह गीली हो गयी उसकी चूत रस से ...उसने अपनी हथेली अपने मुँह की तरफ किया और अपनी बेटी की आँखों में देखता हुआ जीभ निकाली और हथेली को चाट लिया ....
साना हैरान थी ...उसकी चूत में पहले की चुदाई का भी वीर्य था ....अभी हॉल में उसी बात पर पापा उसे सीख दे रहे थे..और अभी चाट रहे हैं...
हरदयाल उसकी हैरानी की वजेह समझ गया और कहा
" मेरी प्यारी बेटी ...मेरी जान ..मेरी लाडली....बेटी जब प्यार करते हैं ना तो सब कुछ भूल जाओ ..बस सिर्फ़ एक दूसरे को याद रखो...प्यार में कुछ भी गंदा नहीं ..तेरी हर चीज़ मुझे प्यारी है बेटी ..हर चीज़ ...." और फिर उस ने अपना मुँह उसकी चूत पर लगाया , उसकी चूत अपने होंठों से जाकड़ लिया और चूसने लगा ...मानो उसके अंदर का सारा रस , सब कुछ अपने अंदर लेना चाह रहा हो..
साना फिर से उछल पड़ी ..उसके चूतड़ उछल पड़े ..उसकी चूत हरदयाल के मुँह में धँस गयी ...हरदयाल के चेहरे पर साना की चूत का रस लगा था ....वो चूस रहा था ..चाट रहा था अपनी बेटी की चूत ....उसके नमकीन टेस्ट और भीनी भीनी मदमाती खूशबू अपने अंदर जज़्ब करता जा रहा था और इसका असर उसके लौडे पर सॉफ झलक रहा था ..बिल्कुल टाइट और कड़क हो उठा था ....
साना से रहा नही गया , वो एक झटके के साथ उठी अपना हाथ बढ़ाया और अपने पापा का स्टील की तरेह कड़े लौडे को अपने हथेली से जकड़ते हुए दबा दिया ....साना अब तक काफ़ी गर्म हो चूकी थी..सीहर रही थी ..और जब उस ने इतना कड़क . मोटा और लंबा लॉडा अपनी हथेली में भरते हुए महसूस किया ...उसका बदन सीहर उठा ..कांप उठा और उसकी चूत ने फड़फड़ाते हुए पानी छोड़ दिया ....आज अपने जन्म दिन पर उसे जन्म देनेवाले लौडे का अपने हथेली पर महसूस सहन नही हो पाया , और वो बहोत एग्ज़ाइटेड हो गयी ..यह उसका आज का पहला ऑर्गॅज़म था ....
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