RE: Chodan Kahani हवस का नंगा नाच
" बेटी तू कितनी भोली है ... कितनी नासमझ है अभी भी ....यह रिश्ते क्या दुनिया को दिखाने के होते हैं..? क्या हमारे तुम्हारे बीच के रिश्ते में सिर्फ़ हवस और शरीर की भूख है..प्यार नहीं..? क्या सारी दुनिया के सामने हम दोनों नंगे हो जायें ...क्या यही हवस है ? क्या सेक्स पब्लिक में नुमाइश की चीज़ है ..? तुम्हें मैने अपने दोस्तों से सेक्स करने से कभी रोका है ...? किसी भी मज़े के लिए तुझे मना किया है ?? ..पर इस का यह तो मतलब नहीं है ना बेटी के तू सरे-आम नंगी हो कर हमारी इज़्ज़त नीलाम कर दो ..? सेक्स अपनी जगेह है बेटी ..सेक्स कोई बूरी चीज़ नही पर उसका इस तरेह भोन्देपन से नुमाइश क्या अच्छी बात है ..?
हां बेटी हम ने तुझे कितनी बार नंगी किया है ..कितनी बार तेरे साथ सेक्स किया है और जब तक तू चाहेगी आगे भी करूँगा ..पर क्या तू यह चाहती है कि हम अपना इतना प्यारा समय ..इतने अपनेपन से भरपूर लम्हे , उन .. सब से कीमती पलों को सरे - आम नीलाम कर दूं ..?बेज़ार में तुम्हें नंगी कर सब के सामने चोद दूँ ..बोलो बोलो ..बोलो ना साना ...."
इतना कहते हुए हरदयाल चूप हो गये , पर आवेश के मारे हाँफ रहे थे ....भावनाओं
( सेंटिमेंट , ज़ज़्बात ) का तूफान था उनके अंदर ... साना सकते में थी.. उस से कुछ बोलते नही बन रहा था......
थोड़ी देर तक दोनों एक दूसरे को देखते रहे ... दोनों की आँखों में एक दूसरे के लिए प्यार , लगाव और अपनापन साफ झलक रहा था..पर हरदयाल की आँखों में दूख और साना की आँखों में पछतावे की भी झलक थी ....
साना आगे बढ़ी ..अपने बाप के सीने से लिपट गयी और फफक फफक के रोते हुए कहा...." उफफफ्फ़..पापा ..आप इस कदर मुझ से प्यार करते हो..? हमारे रिश्ते की इतनी कद्र है आप को..... मैने आज तक इतनी गहराई से इसे नहीं देखा ....मैने आज समझा पापा ..रिश्तों की गहराई और उन्हें अपने में महफूज़ रखने की कीमत क्या है ....पापा मैं समझ सकती हूँ मेरे आज के रवैइय्ये से आप को कितनी चोट पहूंची है ....उफफफफफ्फ़....आज आप के एक एक लफ़्ज़ों ने मेरे दिल की गहराई में चोट मारी है...मैं अपने रिश्तों की अहमियत आज जान गयी ..आप यकीन करो मेरी जान से भी प्यारे पापा इस रिश्ते की धड़कन मेरे दिल की धड़कानों से भी ज़्यादे प्यारी हैं मुझे .....मैं मर जाऊंगी ..मेरे दिल की धड़कन रुक जाएगी..पर हमारे रिश्ते हमेशा धड़कते रहेंगे ..धक धक धक ...." और फिर साना अपने घूटनों पर बैठते हुए अपने हाथ जोड़ती हुई कहती है .." पापा बस सिर्फ़ एक बार ..बस एक बार मुझे माफ़ कर दो....सिर्फ़ एक बार ....दूबारा ऐसी ग़लती नही होगी .... आपकी माफी मेरे लिए बर्थ डे के तोहफे से भी बढ़ के होगी ...."
हरदयाल अपनी बेटी को उठाता है . गले से लगाता है ..अभी भी उसकी आँखों में आँसू हैं ..पर खुशी और प्यार से सराबोर हैं उसके आँसू...साना के माथे को चूमता हुआ कहता है " बेटी.... माफी कैसी ..तुम्हें समझ आ गयी बस यही मेरे लिए बड़ी बात है ... चलो अब ज़रा मुस्कुरा दो मेरी बेटी..मैं तरस गया आज तुम्हारी मुस्कुराहट के लिए ... कम ऑन साना ...गिव मी युवर स्पार्कलिंग स्माइल ... आइ लव देम .."
साना अपने होंठों पर शरारत भरी मुस्कुराहट लाती है और फिर हरदयाल के सीने पर प्यार से मुक्के लगाते हुए बोल उठ ती है
" ह्म्म्म..पापा आप सिर्फ़ मेरी मुस्कुराहट से प्यार करते हो..?"
" हा हा हा !! " हरदयाल उसकी बात सून ठहाका लगाते हुए कहता है " थ्ट्स लाइक माइ स्वीट बेबी ..यू नो वेल साना .... इट्स यू हू ओन्स युवर स्माइल... आइ लव दा ओनर ऑफ युवर स्माइल्स मोर दॅन एनितिंग एल्स इन माइ लाइफ ... अपनी जान से भी ज़्यादा ...."
और फिर दोनों के होंठ जुड़ जाते हैं ..दोनों एक दूसरे से पागलों की तरेह लिपट जाते हैं और एक दूसरे को खा जाने की हद तक चूमने लगते हैं....
साना एक दम से अलग हो जाती है पापा से ....उसके चेहरे पे फिर से शरारती मुस्कान आ जाता है ..हरदयाल कुछ कन्फ्यूज़्ड हो जाता है और पूछता है.." क्या हुआ साना ..??"
" पापा ...आगे का काम इस पब्लिक हॉल में नहीं..अपने प्राइवेट बेड रूम में ..." साना के चेहरे पर शरारती मुस्कान अभी भी कायम थी ..
हरदयाल फिर से ठहाका लगाता है ..साना को अपनी बाहों में लेटा हुआ अपनी गोद में उठा लेता है और बेड रूम की ओर यह कहता हुआ चल पड़ता है ..." ह्म्म्म्म ..... थ्ट्स लाइक माइ बेबी , माइ ट्रू बेबी ..माइ ट्रू लव ... लेट अस सेलेब्रेट युवर बर्थ डे ! "
UPDATE 2
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