RE: Chodan Kahani हवस का नंगा नाच
लाला जी आँखें फाडे अपनी बेटी के सर के पास खड़े उस की ओर ताक रहे थे...अपनी पूरी 5' 11" की लंबाई से झाँकते हुए ....उन्हें हैरानी तो हुई .. गुस्सा भी आया ...पर अपनी बेटी को अच्छी तरेह जानते थे ....और उन दोनों के बीच का रिश्ता भी बाप-बेटी का कम और करीबी दोस्त का ज़्यादा था ...उनकी उम्र भी कोई ज़्यादा नहीं 48 साल की ही थी और ख्यालात भी काफ़ी खुले और ज़माने के साथ थे ...उन्होने समझदारी से काम लेने का फ़ैसला किया....गुस्से से साना और भी भड़क उठती और बात बीगड़ने का ख़तरा था ...साना उनका गुस्सा बर्दाश्त नही कर सकती .... और साना के इस हद तक गिरने में लाला जी का भी कुछ कम हाथ नही था..उनकी छूट का ही यह नतीज़ा था ....उन्होने गुस्से को पी डाला ...
हरदयाल अपनी बेटी के बगल चूपचाप उसकी ओर ताकते हुए बैठ गये ... कुछ कहा नही ... अपने घूटनों पर अपने हाथ रखे अपना चेहरा हथेलियों से छुपाए हुए बैठे थे...
साना ने अपनी बदहाली देखी ...वो समझ गयी उसके प्यारे पापा को शायद बूरा लगा था .., अपने पापा से बहोत प्यार करती थी...सारी दुनिया में वोही तो उसके अपने थे....दोस्त थे उसके पर सच्ची दोस्ती किसी से नही थी ....सभी सिर्फ़ मौज़ मस्ती के ही दोस्त थे ....अपने दिल की बात सिर्फ़ पापा से ही कर सकती थी ....
साना वैसे ही लेटी थी , शॅंपेन का नशा अभी भी उस पर था ..फिर भी अपनी लड़खड़ाती ज़ुबान से उस ने कहा .." पापा ....आप खामोश क्यूँ है ..कुछ बोलो ना ....आज मेरे बर्थ डे पर अभी तक मुझे विश भी नहीं किया..आप बहोत गंदे हो ..बहोत गंदे हो ...."
हरदयाल अपनी बेटी की मासूमियत , उसके भोलेपन और उसकी इस हालत को देख फूट पड़े ..उनकी आँखों से आँसुओं की धार फूट पड़ी ....
उन्होने अपना सर उसकी तरेफ घुमाते हुए उसके नंगे बदन , उसके अपने दोस्तों से रौंदे हुए बदन को देखा और फिर अपना सर नीचे कर लिया...कुछ देर बाद सर उठाया ..और कहा
" बेटी ..तू अपने बाप को और कितना तडपाएगी..? और कितना दूख देगी ..क्या तुझे इस हालत में देख मैं तालियाँ बजाऊं ..खुश होउँ..? सारे शहर में ढिढोरा पिटवाउ ... लोगों की छोड़ो ..मुझे दूसरों से कुछ लेना देना नहीं ..पर मेरे दिल में , मेरे दिमाग़ में तेरी हालात पर जो हथौड़े चल रहे हैं ..उसकी चोट को मैं कैसे बर्दाश्त करूँ बेटी ..बोल ना साना .....बोल ना ....?" हरदयाल बच्चो की तरेह फूट फूट कर रो रहे थे ...
साना का नशा अपने बाप की हालत देख काफूर हो चूका था ....
वो अपने पापा से लिपट गयी ..उनका चेहरा अपने हथेलियों से थाम लिया ..उनके आँसू पोंछते हुए उन से कहा ..
" पापा ..आइ आम रियली वेरी सॉरी ..मैं समझ सकती हूँ आप पर क्या बीत रही होगी...पर पापा आप ने मुझे पहली बार तो नंगी नहीं देखा है ना... फिर आज क्या हो गया ..?" साना ने बड़े भोलेपन से जवाब दिया ...
लाला जी चौंक पड़े उस की इस बात पर ..यह सच था कि उनके और उनकी बेटी के बीच इनसेस्चूयियल रिश्ता था ..पर वो उनका जाती मामला था ...वो एक ऐसा रिश्ता था जो सिर्फ़ उन दोनों के बीच का था..सारी दुनिया में नुमाइश के लिए नहीं ...
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