RE: Indian Sex Story बदसूरत
सुहानी ब्लाउज स्टिच कर चुकी थी।
सुहानी:-चलो मैं ट्राय करती हु ठीक से हुआ या नहीं...
सोहन:- हा कर लो...और आराम से करना...नहीं तो फिर से फट ना जाय...
सुहानी:-हा आराम से ही करुँगी....और फटेगा क्यू?
सोहन:- मुझे लगता है की ये थोडा टाइट होगा तुम्हे...
सोहन सुहानी की चुचियो को देखते हुए बोला...
सुहानी:- हा मुझे भी लग रहा है...देखती हु पहन के...
सोहन:- एक काम करो...पूरी साडी पहन के दिखाओ..मैं भी तो देखु इतना क्या पसंद आ गयी तुम्हे..
सुहानी:- ठीक है...अभी आती हु...
सोहन:- यही कर लो चेंज...
सुहानी:- तेरे सामने?? बदमाश कही के...
सोहन:- अरे उसमे क्या है?? अब दो बार तो देख ही चूका हु...एक बार और सही...
सुहानी:- थप्पड़ पपड़ेगा...वो सब गलती से हुआ था...
सोहन:-तो अभी फिर से गलती कर दो...
सुहानी:- क्यू दो बार से जी नही भरा तेरा...
सोहन:-ठीक से एक बार भी नही देखा...सब गड़बड़ गड़बड़ में...
सुहानी:-अच्छा? तो ठीक से नही देखा तो अब देखना चाहता है? शरम नही आती अपनी बहन को ऐसे द्वखने की बात उसके सामने ही कर रहा है...
सोहन:- तो क्या हुआ...ओह्ह्ह समझ गया...तुम्हे डर लग रहा है...तुम फट्टू हो..और मुझे बोलती थी...
सुहानी:- मैं नही हु...तू ही है...
सोहन:- समझ गया...जाओ तुम्हारे बस का नही है..
सुहानी:-क्या नहीं है...और मैं नही हु फट्टू...तू ही है...
सोहन:- मैं नही हु...मैं तो अभी तुम्हारे सामने नंगा हो जाऊ...
सोहन जोश में आ गया था...सुहानी भी जोश में थी...
सुहानी:- चुप कर बदमाश कही के...मैं डरती नहीं हु...बस तेरा ख्याल आता है..
सोहन:- क्यू मुझे या होने वाला है..
सुहानी:- कही मुझे देख के तेरी हवा टाइट ना हो जाय...
सोहन:- अच्छा बहाना है ...और मेरी कोई हवा टाइट नही होती...
सुहानी:- कोई बहाना नही..सच है..
सुहानी ये बोल के अंदर चली गयी...
सुहानी:- ह्म्म्म्म बड़ी हिम्मत आ गयी है इसमें तो...चलो आज इसकी इच्छा पूरी कर ही देती हु....ये सोच के सुहानी के लबो पे एक कमीनी हँसी दौड़ गयी।
सुहानी ने साडी पहनी और बाहर गयी।
सुहानी:- कैसी लग रही है??
सोहन ने उसे देखा...
सोहन:- बहोत अच्छी लग रही है...
सुहानी उस साडी में बहोत सेक्सी लग रही थी। सोहन उसे उवर से निचे तक देख रहा था।
सुहानी:- ऐसे क्या देख रहा है??
सोहन:- कुछ नहीं...
सुहानी:-बोल बोल..क्या सोच रहा है?
सोहन:- सोचना क्या है...ये देख रहा था की तुम्हारी फिगर साडी में बहोत अच्छी लगती है...साडी ही पहना करो हमेशा...
सुहानी:- अच्छा ये बात है...
सोहन:- हा...और मेरे हिसाब से तो तुम्हारी फिगर बिना कपड़ो के जादा अच्छी लगती है...
.
सुहानी:- अच्छा?? तुम्हे मेरी फिगर बिना कपड़ो के जादा अच्छी लगती है??
सुहानी ने बहोत ही मादक अंदाज में बोला।
सोहन ने उसकी आँखों में देखा...
सोहन:-हा...
सुहानी:-सच कह रहा ?? मेरी कभी किसीने ऐसी तारीफ नहीं की.
सोहन:- नाराज क्यू हो रही हो?? मैं सच कह रहा हु...आपकी फिगर सच में लाजवाब है।
सुहानी:- थैंक यू...अच्छा ये बता कल इसे ऑफिस पहन के जाऊ?
सोहन:- ऑफिस में अलावुड है क्या??
सुहानी:- नहीं...लेकिन एकाद बार चल जाता है..
सोहन:-रहने दो..मत जाओ..
सुहानी:- क्यू??
सोहन:-तुम्हे ऐसे देख कोई बेचारा घायल ना हो जाय...
सुहानी:- हा हा हा...कुछ भी जोके करता है...मुझे कोई नहीं देखता ओफ्फुस में...
सोहन:- सबकी आँखे ख़राब है...
सुहानी:- अच्छा?? ऐसा क्या देख लिया तेरी आँखों ने जो उनको नहीं दीखता..???
सोहन:-सब कुछ तो एकदम मस्त है...
सुहानी:- चल बहोत हो गयी मेरी तारीफ़...पढाई करो..
सोहन:- हा लेकिन एक बार ये साडी में कैटवाक करके दिखाओ ना..
सुहानी:- मुझे नहीं आती...
सोहन:- क्या दीदी...मॉडल को नहीं देखा क्या कभी फैशन शो में?
सुहानी:- ठीक है ट्राय करती हु..
सुहानी थोडा पीछे हुई और कैटवाक करती हुई सोहन के पास आई...एयर फिर घूम के वापस जाने लगी...सोहन उसकी मटकती गांड को देख रहा था...पहले ही सुहानी नार्मल भी चलती थी तो उसकी मांसल गांड बहोत मटकती थी अब तो वो कैटवाक कर रही थी...उस टाइट बाँधी हुई साडी उसकी गांड और भी जादा कहर ढा रही थी।
सुहानी ने दो तिन बार उसे कैटवाक करके दिखाया...
और फिर सुहानी उसके आगे आके खड़ी हो गयी।
|