RE: Indian Sex Story बदसूरत
सुहानी सोहन का चेहरा देख रही थी...वो थोडा घबरा रहा था...
सुहानी:- देख मुझे सब सच सच बता...
सोहन:-वो दीदी...मैं..मैं...हा मैं लेके आया था आपको...
सुहानी:- और मेरे कपडे तूने ही उतारे थे ..है न??
सुहानी ने उसे बात पूरी नहीं करने दी और बिच में ही बोल पड़ी...
सोहन:- हा...लेकिन मेरी आँखे बंद थी...मैंने कुछ नहीं देखा और कुछ नहीं किया...सोहन एक ही साँस में। बिल दिया।
सुहानी उसका ये हाल देख के हंस पड़ी...सुहानी को हस्ता देख सोहन हैरान हो गया...
सुहानी:- अरे ..अरे...ठीक है...इतना क्यू घबरा रहा है...मैं तो बस पूछ रही थी...
सोहन:- नहीं वो..
सुहानी:- तुझे लगा मैं ग़ुस्सा करुँगी..
सोहन:- हा...
सुहानी:-अरे पागल अब मैं उस हालत में थी अब तू भी क्या कर सकता था..
सोहन:- हा ना...पूरी भीग गयी थी..आपको ऐसेही सोने देता तोबीमार पड़ जाती..इसलिए...
सुहानी:- ह्म्म्म थैंक यू...तुम बहोत क्यूट हो...सुहानी ने उसका गाल खींचते हुए कहा।
सोहन:- काहेका क्यूट...कल तो आपने मेरी हालत टाइट कर दी...
सुहानी:- टाइट कर दी...सुहानी मादक तरुके से पूछा....लेकिन तूने तो कुछ देखा ही नहीं फिर हालात टाइट कैसे हो गयी??
सोहन:- म..मेरा मतलब की..वो...
सुहानी फिर से हंस पड़ी...
सुहानी:-तू इतना क्यू फत्तू है?? ऐसेही मैं मैं करने लग जाता होगा लड़कियो के सामने...थोडा तो मर्द बनता जा...इसीलिए तेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है...
अब सुहानी ने सोहन की मर्दानगी को एक तरह से। ललकार दिया था और ये बात कोई भी बर्दास्त नही कर सकता...
सोहन:- चल..मैं कोई फट्ट नही हु..चाहू तो लड़कियो की लाइन लगा सकता हु...
सुहानी:- रहने दे...पता चल गया कल रात मुझे..
सोहन:- कैसे..
सुहानी:- तू एक नंबर का फट्ट है...
सोहन:- देखो दीदी बस करो...और आपको कल रात कैसे पता चला..आप तो होश में। भी नही थी..
सुहानी:- तूने ही तो कहा..की मैंने आँखे बंद कर ली थी मेरे कपडे उतारते वक़्त...
सोहन:- वो..वो..मैंने नहीं की थी...
सुहानी:- मतलब की तूने मेरे सारे कपडे उतारे और म7झे उस हालत में देखा भी..
सोहन:- न..नहीं..मतलब..की...वो..
सुहानी:- देखा फिर से फट गयी तेरी..हा हा हा..
सोहन:- मतलब देखा..जितना जरुरी था..
सुहानी:-मतलब कितना?? सबकुछ तो उतार दिया था...
सोहन:- दीदी क्या?? प्लीज़ आप ये सब बाते बंद करो...
सुहानी:-हा रे बदमाश...कल रात पता नहीं।क्या क्या देखा...क्या क्या किया और अब शरीफ बन रहा है...
सोहन:- मैंने कुछ नहीं देखा और कुव्ह नहीं किया...आप कुछ भी मत बोलो...
सुहानी:- हा पता है...उस दिन भी मेरे कमरे में था जब नहा के बाहर आई थी...
सोहन:- वो तो गलती से हो गया था...
सुहानी:- और कल जानबुज के किया ...है ना??
सोहन:- नहीं...देखो आप मुझपे ऐसे इल्जाम मत लगाव...
सुहानी:-अच्छा ठीक है..मैं तो मजाक कर रही थी...वैसे जो भी तूने किया उसके लिए फिरसे थैंक यू...और जो नहीं किया उसके लिए भी थैंक यू..
सोहन:- मतलब??
सुहानी:- कुछ नही...
सोहन:- बताओ न..क्या??
सुहानी:- अरे बुद्धू...मुझे उस हालत में देख के भी तूने खुद को कण्ट्रोल किया...दूसरा कोई होता तो पता नहीं क्या क्या कर लेता...
सोहन:- ऐसे कैसे कुछ भी कर लेता...जान ले लेता उसकी..
सुहानी:- ओह हो...क्या बात है...
सोहन:- हा फिर...
सुहानी:- अच्छा एक बात बता..तूने खुद को कण्ट्रोल कैसे किया??
सोहन:- *दीदी..बोला ना..मैंने कुछ नहीं देखा...तो कण्ट्रोल करने की बात ही नही
सुहानी:-अच्छा तो देख लेते तो कण्ट्रोल नही होता है न??
सोहन:-मैंने ऐसा कब कहा..और आप मेरी बहन हो...आ0के साथ कैसे...
सुहानी:- तो क्या हुआ?? बहन भाई भी तो आजकल सब करते है...
सोहन:- क्या??कुछ भी बोल रहे हो..
सुहानी:- हा...मेरे साथ एक लड़की काम करती है...मैंने उसे एक लड़के साथ देखा..जब उससे पूछा तो कहने लगी उसका भाई था...लेकिन उनकी हरकते किसी गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड जैसी थी...
सोहन:- तो आपका कहना है की वो दोनों बही बहन होते हुए वो सब कर रहे थे जो गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड करते है..
सुहानी:- हा..और वो भी पुब्लिकल्ली घर पर अकेले में पता नही क्या क्या करते होंगे...
सोहन:- ह्म्म्म लेकिन ये गलत है और मैं आपके साथ ऐसा कुछ नही किया..
सुहानी:-हा गलत है लेकिन कभी कभी हालात ऐसा हो जाते है तो बहक जाता है इंसान..
सोहन:- नहीं मैं नहीं बहका..और ना ही बहकूँगा...अब पढाई करे??
सुहानी ने बातो बातो में सोहन का आव्कवर्डनेस्स थोडा कम कर दिया था।
सुहानी:-मन में..ह्म्म्म तू बस देखते जा कैसे तुझे बहकाती हु...
सोहन:- मन में..अब कैसे बताओ आपको की मैं भी बहक गया था..लेकिन दीदी आज कैसी बाते कर रही है..लगता है ये चाहती थी की मैं कुछ करू..नही वो बस पूछ रही थी..नहीं यार देख न कैसे सेक्सी अंदाज से पूछ रही थी...पता नही क्या चल रहा है मन में..
सुहानी:- क्या सोच रहा है..बता क्या पढ़ना है...
सुहानी उसे पढ़ाने लगी...लेकिन दोनों का मन पढाई में नही था...सुहानी ने उसे समझा दिया और उसके सामने वाले सोफे पे बैठ गयी...वो पढाई करने लगा...सुहानी भी कोई किताब पढ़ रही थी...सोहन चोरी चोरी ससुहानि को देख रहा था...सुहानी ने ये बात नोटिस की...
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