RE: Indian Sex Story बदसूरत
अविनाश ने सुहानी के जवाब का इंतजार किये बगैर उसका टॉप ऊपर करते हुए निकाल दिया...सुहानी ने शरमा के अपनी चुचिया अपने हाथो से छिपा ली....अविनाश आगे हुआ और सुहानी की आँखों में देखते हुए उसके हाथ हटाने लगा...
अविनाश:- अह्ह्ह्ह्ह सुहानी हटाओ ना अपने हाथ....उफ्फ्फ्फ्फ्फ
सुहानी:- नो पापा प्लीज़ अह्ह्ह्ह्ह
अविनाश ने थिंदा जोर दिया और सुहानी का हाथ हटा दिया....सुहानी की आँखे बंद हो गयी...अविनाश उसकी चुचियो को देख पागल सा हो गया.....सावले रंग की गोल मटोल चुचियो कोंदेख अविनाश से रहा नही गया उसने धीरे अपना हाथ उसकी चुचियो पर घुमाया...अपनी उंगिलयों से उसके बड़े काले निप्पल को को सहलाया और धीरे से उसे पकड़कर दबाया....
सुहानी:-स्स्साहह्ह्...
सुहानी के मुह से हलकी सी सिसकारी निकली....
अविनाश ने फिर धीरे से उसकी एक निप्पल को मुह में लिया और चूसने लगा....अपनी जुबान से उसके साथ खेलने लगा....और दूसरी चूची को दबाने लगा...सुहानी उसके बालू में से हाथ घुमाने लगी...कभी कभी बिच में उसका सर अपनी चुचियो पे दबा देती....अविनाश बारी बारी से उसकी चुचियो को चूसा और मसला....सुहानी को बहोत मजा आ रहा था....उसके मुह से स्स्स्स्स् अह्ह्ह्ह उम्म्म्म उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़ मर गयी आह्ह्ह्ह ऐसी आवाजे निकल रही थी.....
अविनाश ककाफि देर तक उसकी चुचियो का रसपान करता रहा.....फिर सुहानी को देखा...और फिर उसे किस करने लगा...
अविनाश:-सुहानी अह्ह्ह्ह स्स्स्स मजा आया?
सुहानी शरमा के आँखे बंद क्र ली...
अविनाश:- बोलो सुहानी....अच्छा लग रहा है ना?
सुहानी :-हा पापा.....बहोत अच्छा लग रहा है....
अविनाश:- मजा आ रहा है??
सुहानी:-स्सस्सस्सस हा बहोत उम्म्म्म्म
अविनाश:- मुझे भी उम्म्म्म्म्म...इतना मजा कभी नही आया...स्सस्सस्स *
अविनाश ने फिर से उसे किस किया...और फिर धीरे धीरे उसके गले पे चूमने लगा...फिर धीरे धीरे उसे चूमते हुए निचे जाने लगा...सुहानी जानती थी अविनाश अब क्या करने वाला है...उसकी जान तो जैसे हलक में अटक सी गयी थी...अविनाश सुहानी ककए सपाट पेट को चूम रहा था...उसकी नाभि में जुबान डाल के उसे चाटने लगा....सुहानी का हाल बेहाल हो रहा था...अविनाश से भी अब रहा नही जा रहा था...वो धीरे से उसको सलवार को निचे करके उसकी चूत के ऊपर वाले पेट को चूमने लगा....सुहानी *अविनाश को रोकने लगी....अविनाश ऊपर आया...
अविनाश:- क्या हुआ सुहानी??
सुहानी:- कुछ नही...
अविनाश:- फिर रोक क्यू रही हो??प्लीज़ मत रोको मुझे आज...
सुहानी:-क्यू पापा??
अविनाश:-जो सोचता था आज सच में करने का मौका मिला है...छु लेने दो मुझे आज तुम्हे जी भर के...चूम लेने दो तुम्हारे पुरे जिस्म को....स्स्स्स्स् *अह्ह्ह्ह तुम्हारी चुचियो का रस तो पि चूका हु...अब मैं तुम्हारी...सुहानी....मैं अब ...तुम्हारी इस चूत का रस चखना चाहता हु.....अविनाश ने उसकी चूत को सलवार के ऊपर से सहलाया....
सुहानी:-उफ्फ्फ्फ्फ्फ पापाssssssssssssss
अविनाश के मुह से चूत शब्द सुन के सुहानी पागल सी हो गयी....उसकी उत्तेजना सातवे आसमान पे चली गयी...
अविनाश:- हा सुहानी.... मैं तुम्हारी इस चूत को देखना चाहता हु....उसे चूमना चाहता हु...उसे चाटना चाहता हु....और फिर...और...
अविनाश एक झटके में ये सब बोल गया...लेकिन आगे बोलते वक़्त उसका गला सुक्ख गया....
सुहानी:-स्स्स्स्स् पापा....मत बोलो ये सब उफ्फ्फ्फ्फ्फ मैं पागल हो जाउंगी....
अविनाश:-सुन के इतना अच्छा लग रहा है जब करूँगा तो क्या करोगी??
सुहानी:- स्स्स्स नो...नही प्लीज़....हटिये मुझे सोने दीजिये...
अविनाश:-अपनी चूत इस गीली चूत की आग ठंडी किये बिना सो पाओगी??
सुहानी:-अह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स हाथ हटाइये उफ्फ्फ्फ्फ़ और ये सब मत बोलिये....
अविनाश:-क्या नही बोलू...चूत ??
सुहानी:-स्स्स्स बंद कीजिये प्लीज़...
अविनाश:-लेकिन मैं तो खोल चूका हु...
अविनाश ने बातो बातो में सुहानी के सलवार का नाडा खोल चूका था...और अपना हाथ उसके अंदर डाल के चूत पे रख दिया था....
सुहानी:-स्स्स्स्स्स्स्स पापा मत कीजिये अह्ह्ह्ह्ह्ह
सुहानी ने अविनाश का हाथ पकड़ लिया....
अविनाश:-स्स्स्स्स्स्स्स सुहानी कितनी गरम है स्सस्सस्स और कितनी गीली हो रही है उम्म्म्म्म्म
सुहानी:-अह्ह्ह्ह्ह प्लीज़ हाथ निकालिये स्सस्सस्सस मत कीजिये....
अविनाश:- तुम बोल रही हो मत करो...लेकिन तुम्हारी चूत तो कह रही है और करो....
सुहानी:-ऐसा कुछ नही कह रही है....
अविनाश:- कह रही है...वो कह रही है मुझे छुओ...मुझे चाटो...चूसो....और...
सुहानी:-और....
सुहानी बेकाबू हो रही थी....
अविनाश:-और....और वो कह रही है की मुझे चोदो....अपना लंड डाल के मुझे खूब चोदो.....
सुहानी:-स्सस्सस्सस्सस्सस्सस नही....उफ्फ्फ्फ्फ्फ*
अविनाश:-स्स्स्स्स् हा सुहानी उसे मेरा लंड चाहिए स्स्स्स्स्स्स्स उम्म्म्म्म
सुहानी:- चुप बैठिये ......और हटिये...मुझे बाथरूम जाना है...
अविनाश उसे छोड़ना नही चाहता था क्यू की वो बहोत उत्तेजित थी.....लेकिन उसे सुहानी को छोड़ना पड़ा...
सुहानी उठी उसने अपना टॉप पहना और सलवार का नाड़ा बाँध लिया...
सुहानी बाथरूम चली गयी...
अविनाश बिस्तर पे अपना लंड मसलते हुए पड़ा रहा....
थोड़ी देर बाद सुहानी बाथरूम से बाहर आयी...उसने लाइट ऑन किया...
अविनाश :- क्या हुआ सुहानी???
सुहानी:- आपको अँधेरे में सिर्फ मेरा जिस्म दिखाई दे रहा था....सोचा लाइट ऑन करके एक बार अपना चेहरा दिखा दू...
सुहानी की आवाज में ग़ुस्सा साफ साफ़ झलक रहा था...अविनाश को समझ नही आ रहा था की अचानक सुहानी को क्या हो गया...वो बस उसे देखे जा रहा था...जो लड़की कुछ देर पहले उसकी बाहो में थी...उसे वो सब ख़ुशी ख़ुशी करने दे रही थी और अब अचानक।उसे क्या हो गया...
सुहानी:- क्या देख रहे हो पापा?? चलिए उठिए और अपने कमरे में जाइए...
अविनाश:- क्या हुआ सुहानी??ऐसे क्यू बोल रही हो...??
सुहानी:- आपको क्या लगता है?? ये सब आप जो कर रहे थे वो आप कर रहे थे...नही...ये सब मैं आपसे करवा रही थी....जिस लड़की को आपने कभी नजर भर देखा तक नहीं...क्या कारण था?? क्यू की वो बद्सुरत थी...लेकिन जब उसका जवान जिस्म देखा तो वो आपको अच्छी लगने लगी...आपके मन में जो प्यार उमड़ रहा है ना...वो प्यार नही हवस है...
अविनाश:- ऐसा मत बोलो सुहानी...अविनाश खड़ा हुआ और सुहानी को पकड़ना चाहा...
सुहानी:- दूर रहिये मुझसे....और चले जाइए...
अविनाश:- मेरी बात तो सुनो...
सुहानी:- कुछ नही सुनना मुझे...ये सब मैंने आपको सबक सिखाने के लिए किया...और अब एक पल भी यहाँ रुके तो मम्मी को फ़ोन करके बताउंगी की आप मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिस ककर रहे हो....
अविनाश को कुछ समझ नही आ रहा था...वो चुप चाप उस कमरे से निकल गया...
सुहानी घुस्से से काँप रही थी...वो धड़ाम से बेड पे गिर पड़ी...और फिर फुट फुट कर रोने लगी....
क्या हो गया था सुहानी को?? अविनाश के साथ इतना आगे बढ़ने के बाद वो एकदम से पीछे क्यू हट गयी थी...
और फिर अब वो इसतरह क्यू रो रही थी??
बहोतसे सवाल थे...लेकिन जवाब सिर्फ सुहानी जानती थी....
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