RE: Indian Sex Story अहसास जिंदगी का
राहुल- देखिये मुझे एक जरुरी बात करनी है और मैं कोई इश्क़ मुश्क की बात नही करना चाह रहा बात दूसरी है
लता- तेरे औकात है जो इश्क़ की बात भी करेगा
राहुल- ये तुम्हारे डैड के बारे में है क्या तुम अब भी बात नही करोगे
लता- मेरे डैड के बारे में क्या हुआ क्या बात है और मेरे डैड से तुम्हारा क्या लेना?
राहुल- मैं तुम्हारा 4 बजे इसी कैंटीन में इन्तेजार करूँगा और अपने इस दोस्त से कह दीजिये की इंसान की मजबुरी को बिना समझे किसी पे सीधे हाथ नही छोड़ना चहिये ये सीनियर होगा लेकिन किसी को सजा देने का हक़ नही है इसे।
राहुल अपने आशू पोछ के वहा से निकल जाता है । लता दंग रह जाती है। लता अपने दोस्त से कहती कि की तुझे उसे थप्पड़ मारने की क्या जरूरत थी यार। लता की एक और सहेली कहती है यार ये तेरे डैड को जानता है क्या। लता कहती है शायद उनका स्टूडेंट रहा हो । लता राहुल की माँ और अपने डैड के बारे में जानती थी अपने दोस्तो को सामने एम्बररेसेड होने से बचने के लिए बात घुमा देती है। कहती है मै सोचूंगी की मिलु न मिलु इससे।
राहुल बहुत डिस्टर्ब हो गया था इतनी बेज्जती कभी फील नही की थी अब बस वो चार बजने का वैट करने लगा।
शाम के 4 बज चुके है लता अभी आयी नही थी राहुल कैंटीन में बैठा हुआ था घड़ी की सुईया आगे न बढ़ रही हो जैसे बेचारे का टाइम ही नही कट रहा था। राहुल सोच रहा था अगर बाप के नाम से भी नही आयी तो सारे प्लान फैल है माँ को क्या मुह दिखाऊंगा सारे मजे की माँ बहन हो जायेगी। 4:15 हो गए लता का अता पता नही था।
तभी सामने से लता आती हुई नजर आती है राहुल मुस्कुराने लगता है लेकिन जैसे जैसे वो करीब आती है खुद को सीरियस बना लेता है।
लता- बोल क्या बात है क्यों बुलाया मुझे क्या बताना है डैड के बारे में
राहुल- मैं बहुत परेशान हु और इसकी वजह तुम्हारे डैड है तुम जानती हो न मेरे माँ और तुम्हारे डैड के बारे में।
लता- मेरे डैड के पर्सनल मामलों में दखल नही देती और तुम उनसे परेशान हो तो में क्या कर सकती हूं
राहुल- तुम क्या सोचती हो मेरे माँ के पर्सनल मामलों में मुझे कोई दिलचस्पी है मैं भी तुम्हारे तरह अपनी लाइफ से मतलब रखने वाले लोगो में से हु लेकिन पानी सिर के बहुत ऊपर जा चुका है अब मुझे डर लगने लगा है
लता- क्या मतलव है तुम्हारा मेरे डैड मेरे सर पे हाथ रख के कसम खाई थी कि वो रमा को छोड़ देंगे अब क्या दिक्कत है तुमको। पैसे की जरूरत है या ब्लैकमेल करने का इरादा है मुझे
राहुल- नही न पैसे की जरूरत न ही ब्लैकमेल कर्म करने का इरादा है तुम्हारे बाप को मैं बिलकुल पसंद नही करता हु और उनके अलग होने से मुझसे ज्यादा खुश कोई नही था पर मेरे मा डिप्रेशन में चली गयी है ना होस्पिटल जाती है न कुछ करती है केवल मरने की बाते करती है कल ही मेने उन्हें सुसाइड करने से रोका है मैं उन्हें कितना संभालू ।
लता- हा तो मर जाये उसने हमारे घर को नरक बना दिया उसने मेरे माँ के आंसू देखे नही है मेरा बाप उसके लिऐ हम सबको छोड़ने को राजी था
राहुल- मेरे माँ सुसाइड नोट लिख के मरने जा रही थी जिसमे तुम्हारे बाप का नाम भी लिखा था अगर मैं उसे न रोकता तो तुम्हारा बाप फस जाता उसकी बहुत से पिक्स और तस्वीरें है माँ के पास।
लता- क्या सच मे
राहुल- हा आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए तुम्हाारे बाप को सजा हो जाती अगर में उन्हें न रोकता तो
लता- ओह्ह मैं क्या कहूं तुमने उन्हें रोक के बहुत अच्छा किया तुम अपनी माँ को समझाते क्यों नही हो
राहुल- मैं समझा समझा के हार गया हूं वो मानती नही है मैं उनसे बहुत प्यार करता हु उनको खोना नही चाहता तुम्हारे पास तो माँ बाप दोनों है मेरे पास सिर्फ मेरे मा है
कहते हुए राहुल रोने लग जाता है लता को समझ मे नही आता है कि वो क्या करे वो राहुल के कंधे में हाथ रख के कहती है
लता- सुनो खुद को संभालो मैं भी अपने माँ के करीब हु मैं तुम्हारा दर्द समझती हु मैं क्या कर सकती हूं ये बताओ।
राहुल- तुम एक बार मेरे माँ को समझाओ की जो हुआ अच्छे के लिए हुआ है तुम्हारे परिवार की दुहाई दो कभी कभी एक अच्छाई इंसान के दर्द को कम कर देती है ।
लता- देखो तुम जो कह रहे हो ये में नही कर सकती में तुम्हारे माँ से नफरत करती हूं उसकी वजह से जो त्याग मैने किये है तुम सोच भी नही सकते।
राहुल- तुम खुद सोचो न मैं भी तो दिल पे पत्थर रख के तुमसे विनती कर रहा हु अगर तुमने अपने बाप के लिए त्याग किये है तो एक त्याग और सही कम से कम वो भी जेल जाने से बच सकेंगे और हम लोग अपनी लाइफ में लौट सकेंगे।
लता- तुम नही जानते मैं किन राहो से गुजरी हु पर अगर मुझे अपने डैड को बचाना है तो में ये भी करूँगी।
राहुल- क्या तुम मेरे घर आने में कंफेर्टेबल हो
लता- नही में कंफेर्टेबल नही हु लेकिन आऊंगी क्यों कि बाहर में दिखना नही चाहती तुम लोगो के साथ। मुझे तुमलोगो पे भरोसा भी नही है लेकिन में रिस्क लुंगी अपने डेड के लिए।
राहुल- हमारे लिए ऐसा करने के लिए थैंक्स तुम कल शाम को 5 बजे आ जाना।
राहुल शाम को अपने घर पहुँचता है लता को कन्विंस करना उसे जैसे बड़ी जीत जैसा था। राहुल डोर बेल बजाता है रमा दरवाजा खोलती है रमा ने मेकअप किया हुआ है और बहुत सेक्सी से टाइट सूट पहन रखा है राहुल उसे देखते ही खुश हो गया।
राहुल- वाह क्या खुशबू आ रही है तुम्हारे बदन से मा, बड़ी खूबसूरत लग रही हो मेरे जानू
रमा- तेरे प्यार की खुश्बू है मेरे लाल मेरे खूबसूरती भी तेरे मेरा बदन भी तेरा , अब अंदर आ जा नही तो पड़ोसी कहेंगे मा बेटे में क्या रोमांस चल रहा है
राहुल- ओके मोम्मी डिअर
राहुल घर के अंदर आ के अपनी माँ को जोरदार किश करता है।
रमा- ये किस खुशि में मेरे लाल लगता है मेरे लाल ने जीत हासिल करि है
राहुल- हा मा लता कल घर आ रही है मेने उसे तुम्हे समझने को बोला है कहा है कि तुम सुसाइड न करो इसलिए तुम्हे समझाए।
रमा- अरे वाह इतनी गहरी बात कहा से सोच ली तूने मेने तो ये बताया नही था
राहुल- सब तेरे प्यार का कमाल है सुन तेरे लिए कुछ लाया हूं तेरा गिफ्ट
रमा-क्या लाया है रे तू
राहुल- तेरे लिए ब्रा पैंटी लाया हूं अब उतार ये कपड़े और ये पहन मेरे सामने
रमा- तेरे सामने पहनूँगी तो तुह मुझे पहनने कहा देगा नंगी देखते ही मुझे चोदने लगेगा मेरा कुत्ता।
राहुल- नही तू मेरे सामने पहन और अभी मुझे एक ब्लोवजोब देदे मेरे दिए हुए ब्रा पैंटी पहन के
रमा- अरे आते ही अपना पानी पिला देगा तो रात भर क्या करेगा
राहुल- सेक्स रात को डिनर के बाद करेंगे अभी मुझे तेरे मुह को चोद कर पानी निकलना है।
रमा- चल तेरे सामने ही नंगी होकर तेरे ब्रा और पैंटी पहनटी हु।
राहुल- रुको मैं म्यूजिक लगाता हु तुम थिरक थिरक के कपड़े उतारना
रमा- गुड आईडिया डिअर
राहुल म्यूसिक बजाता है और अपनी पैंट और कच्छे को उतार के सोफे पे बैठ जाता है। रमा थिरकते हुए अपने सूट को उतारती है पहले कुर्ती फिर पजामी राहुल का लिंग खड़ा हो जाता है अपनी माँ की कूल्हों को देख कर ।
राहुल- मा जरा पास तो आ
रमा- पास तो आऊंगी मेरे जान अब बता पहले क्या उतारू ब्रा या पैंटी
राहुल- पहले अपने चुचे आज़ाद कर मा उसको थोड़ा सा दबा
रमा अपनी ब्रा उतार के अपनी चुचियो को दबाते हुए राहुल को काटने का इशारा कर के उकसाती है
रमा- अब पैंटी उतार दु मेरे जान
राहुल- तेरे मस्त टाइट चुचे देख कर लण्ड देख कितना तन गया है जल्दी से पैंटी उतार और आ जा मेरे पास
रमा पैंटी धीरे धीरे अपनी जांघो से नीचे उतार देती है
राहुल- रमा मेरे जान जरा मेरे जांघ में बैठ जा न
रमा- रमा नही मुझे माँ ही बोल मादरचोद बोल मा मेरे जांघ पर बैठ मेरे लन्ड से अपनी गीली चुत रगड़
राहुल- आजा मेरे प्यारी माँ मेरे लन्ड को अपनी चुत से रगड़
रमा राहुल की जांघो में बैठ जाती है और उसके लन्ड को रगड़ती है
राहुल- चल जरा अपनी चुत को मेरे मुह के पास ले सोफे पे चढ़ के
रमा-कुत्ता अपनी माँ की चुत को चाटे बिना नही मानेगा क्या ले चाट खड़ी हो गयी सोफे पे तेरे मुह के पास अपनी चुत ले के
राहुल- हम्म मममममममम यम यम
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