RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
रात को 3 बजे मों की आँख खुलती है ऑर क्या देखती है वीर उससे चिपक कर सो रहा था ऑर उसका डंडा मोम की जाँघ मे चुभ रहा था....
इसका एहसास पाकर मों के जिस्म मे करंट दौड़ जाता है...
.मों फिरसे वीर को अपने सीने से लगाकर सो जाती है...
उधर जंगल मे ..
अंधेरे मे तांत्रिक हवन कुंड के पास बैठ कोई पूजा कर रहा था...ओर तभी वो अपने हाथ से खून निकाल उस हवन कुंड मे डाल देता है..
के तभी उस मे से एक बड़ा सा दानव प्रगट होता है...
तांत्रिक..आ मेरे गुलाम आज तुझे जिन्न्लोक मे तबाही मचानी है...अपनी सारी सेना को साथ ले जाओ कोई बचना नही चाहिए ..
दानव .जो हुकम मेरे आका..हाहहहहहहहहहहहाहा...
नेक्स्ट मॉर्निंग...सब उठ जाते है...वीर..की जब आँख खुलती है तो देखता है.उसका फेस मोम के दूध मे धंसा हुआ है ओर चिपक के सो रहा है..
वीर अपनी मोम के गाल पर किस कर गुड मॉर्निंग विश करता है...फ्रेश होने चला जाता है..खुद को मॅजिक से फ्रेश कर..बाहर आता है....
सभी हॉल मे बैठे वीर का ही इंतज़ार कर रहे थे...
रिया आ कर वीर की गोद मे बैठ जाती है..
वीर सब को मॉर्निंग विश करता है..
सभी वीर को भी मॉर्निंग विश करते है.
डॅड...बेटा तुम्हे आज अमरीका जाना है याद है ना .टिकेट्स करवा दूं..
वीर...मुझे याद है डॅड टिकेट की क्या ज़रूरत है आपको पता तो है..वहाँ पहुँचना मेरा तो बाइ हाथ का खेल है..
वीर...संजू अब कैसी हो तुम
संजू..ठीक वीर..फीलिंग सो फ्रेश..
डॅड...तो ठीक है..कौन जा रहा है तुम्हारे साथ..तभी..नहिना ऑर प्रिया..
नहिना प्रिया एक साथ.....हम जाएँगे..प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़..
वीर...ठीक है जाओ रेडी हो जाओ..
तभी वीर .हाथ आगे करता है ओर उसके हाथ मे 4 टिकेट्स आ जाती है..
डॅड..अरे टिकेट्स क्यू...
वीर..माइ लव मेरी कूटी.. विशु भी मेरे साथ जाएगी...
विशु भाग कर वीर के गले लग जाती है..
..
तभी वीर हाथ डाइनिंग टेबल की तरफ करता है ऑर वहाँ देखते देखते ब्रेकफास्ट की डिशस की लाइन लग जाती है... ये देख सब चोंक जाते है....
वीर...चलिए सब ब्रेकफास्ट करते है..
फिर सब ब्रेकफास्ट के लिए आ जाते है..
वीर...ऑर हाँ आशीष. तुम दोनो यहाँ की देखबाल करना...
आशीष..जी भाई चिंता ना करे...
वीर...न्ड आप सब से रिकवेष्ट है..मेरे बारे मे किसी को कुछ मत बताना...प्लज़्ज़्ज़्ज़ ..
सभी...डोंट वॅरी किसी को नही बताएगे..
फिर्सब मिल नाश्ता करते है..नाश्ते के बीच हे प्रीत आ जाती है जिसे देख सभी खुश हो जाते है.सारी लड़किया गले मिलती है..
मोम..आ मेरी बच्ची नाश्ता कर..प्रीत भी मोम के साथ बैठ नाश्ता करने लगती है...
सभी ब्रेकफास्ट फिनिश कर हॉल मे बैठ जाते है...
डॅड..बेटा मैं क्या कहता हूँ क्यूँ ना अब इस घर को बड़ा किया जाए अब फॅमिली बड़ी है तो घर भी बड़ा होना चाहिए...
वीर..चलिए..आपको कुछ दिखता हूँ..
सब वीर के पीछे पीछे चलने लगते है
थोड़ी दूर चलने के बाद वीर एक रूम मे ईंटेर करता है ओर वहाँ जाकर एक बटन प्रेस करता है.
प्रेस करते ही एक नीचे से टाइल साइड मे हट जाती है .ऑर वहाँ से सीडीया दिखने लगती है सब ये देख शॉक रह जाते है..
सब नीचे जाते है तो सब की आँखे फटी की फटी रह जाती है..
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