RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
यहाँ सब लड़किया ये देख ..पूछने लगती है.
परी..क्या हुआ इन्हे..
आशीष फिर सबको सब बता देता है कि अभी थोड़ी देर पहले क्या हुआ उपर...
आशीष की बात सुन परी रोने लगती है....
तभी वहाँ वीर आता है ऑर परी को गले लगा लेता है
.
वीर ...परी बेटा कुछ नही हुआ उसे अभी थोड़ी देर मे उसे होश आ जाएगा....
वीर...गाइस .तूफान टल गया है. अगर कुछ शॉपिंग करनी है तो चलो..फिर हम यहाँ से सीधा जिन्न्लोक जाएगे...
थोड़ी देर मे बिस्वा को होश आ जाता है..
बिस्वा जब आँख खोल देखता है तो परी को अपने पास बैठा देखता है जिसकी आँखो मे आँसू थे.
ये देख बिस्वा परी को गले लगा लेता है....
नहिना ..चलो भाई चलो यहाँ रोमॅन्स शुरू हो गया है .
नहिना की बात सुन परी शर्मा जाती है..ऑर बिस्वा से किया हुआ हग छोड़ देती है .
वीर..कैसे हो बिस्वा .अब सब ठीक है ना
.
बिस्वा...हाँ भाई मैं बिल्कुल ठीक हूँ..एकदम फ्रेश.थॅंक्स मुझे ठीक करने के लिए...
सभी बिस्वा का हाल चाल पूछते है...
.
संजू. भाई हमने सोचा है हम जो भी शॉपिंग करेगे जिन्न लोक ही करेगे..
वीर ठीक है..जैसा तुम्हे ठीक लगे बॅट अब तो चलो इस रूम से इस कपल को अकेला छोड़ दो..
इतना बोल वीर सब को बाहर ले जाता है .ऑर पारी एक बार फिर शर्मा जाती है...
उधर
लगातार मिल रही नाकामयाबी से वैम्पायर का राजा गुस्से मे पागल हो जाता है ऑर तोड़ फोड़ करने लगता है..
राजा..व...मुझे किसी भी हाल मे वो मणि चाहिए..किसी भी हाल मे....
इधर..
प्रीत..जान कौन है ये जो हमला कर रहे है..
वीर...वो पिशाच है..ये भी एक तरह से वैम्पायर हे होते है.बस ये दिन मे भी बाहर आ सकते है..इनके पास बहुत पवर्स होती है...
संजू..तो इनका तुमसे क्या लेना देना...
वीर..इनको मणि चाहिए जिसकी पवर्स मेरे अंदर है....जो अब इन्हे कभी नही मिले गी..
अगर ये मणि इनके हाथ लग गई तो सारी दुनिया तबाह हो जाएगी...
नहिना..तो अब तुम क्या करोगे...
वीर...रक्षा मणि की रक्षा ऑर अपने लोगो की जिन्न लोक की रक्षा.
प्रिया..तो हम कब चलेंगे जिन्न लोक ..
वीर...आज शाम को चलेंगे...
फिर सभी शाम तक घूमते है ऑर रेडी होते है ..
वीर.. बिस्वा शाही सवारी आ गयी ..
बिस्वा...जी भाई आ गयी है .
वीर सब को साथ ले शाही
सवारी मे बैठ जाता है..
संजू ऑर प्रीत को छोड़ बाकी सभी लड़किया एग्ज़ाइटेड हुए जा रही थी...
वीर के आदेश से शाही सवारी उड़ने लगती है ऑर अपनी स्पीड पकड़ लेती है..
ऑर देखते ही देखते सवारी जिन्न लोक पहुँच जाती है...
वहाँ अपने राजा के स्वागत के लिए पहले ही तैयारी हो गयी थी.. .
जिन्न लोक की धरती पर पैर पड़ते ही
.वीर के कपड़े चेंज जो जाते है ऑर उसका सर पर मुकट आ जाता है..ये तब ही होगा जब वीर जिन्न लोक मे होगा...
वीर पर फूलो की बरसात होने लगती है..जैसे जैसे वीर आगे बढ़ता सब जिन्न ऑर पारियाँ सर झुका अपने घुटनो के बल नीचे बैठ जाते है..
वीर महल पहुँच अपने राज गद्दी पर बैठ जाता है
..
तभी वहाँ राज गुरु आते है सब राजगुरु को प्रणाम करते है.....
राज गुरु...महाराज. आज आप यहाँ कोई ख़ास वजह.
वीर...नही गुरुजी.कोई ख़ास वजह तो नही बस मैं अपनी फॅमिली को जिन्न लोक दिखाने लाया था. ऑर एक ऑर काम है जो मैं आप सब से बाद मे बात करूगा....
गुरुजी.मुझे पता है तुम्हे क्या बात करनी.है. मैं तुमसे सहमत हूँ लेकिन एक बात याद रखना एक दुश्मन जाएगा तो एक ऑर आएगा...
इतना बोल गुरुजी महाराज से अलविदा ले चले जाते है.
वीर...सेविका...
तभी वहाँ 2 परी जैसी सेविका आती है..
सेविका..जी महाराज आपने बुलाया...
वीर...मेरे परिवार को इनके शाही रूम्स दिखाए जाए ताकि ये सब आराम कर सके..
सेविका सब उनके शाही रूम मे ले जाती है ...
सब शाही रूम मे जा कर बहुत खुश होते है. क्यू की सब ने पहले ऐसा रूम नही देखा था.....
प्रीत....वाह.क्या रूम है..दिल करता है सारी जिंदगी यहीं रहूं..बहुत शांति है..यहाँ...
वीर....हाँ तुम दोनो आराम करो मैं गुरुजी से मिल कर आया..
वीर चल पड़ता है गुरु जी के पास .
राज गुरु जी....आओ महाराज..बताइए..
वीर..गुरुजी सेनापति जी को भी बुला लीजिए..ऐसे ही थोड़ी देर मे सेना पति भी आ जाता है ऑर आशीष न्ड बिस्वा भी..
वीर ...बात ये है कि वैम्पायर वालो का अटेक बहुत बढ़ गया है.....मैं चाहता हूँ इनके वैम्पायर लोक पर हमला कर दिया जाए
आपका क्या ख्याल है..
गिरजी..महाराज मैने पहले ही कहा था..एक दुश्मन जाएगा तो उसके बाद एक ऑर आएगा.
.ये तो विधि का खेल है..आपका हमारा बादशाह बन ना पहले से ही तय था..आगे आगे जो होगा वो तो विधि का विधान ही पूरा करेगा..
वीर..जी महाराज समझ गया....सेना पति जी एक ऐसी सेना तैयार करो हो सारी की सारी चाँदी की हो....ऑर आपकी पता है आगे क्या करना है.
वीर वहाँ से निकल अपने रूम मे आ जाता है .
उस शाही रूम मे सब बैठे थे..
वीर रूम मे एंटर करने से पहले नॉर्मल रूप मे आ जाता है...
वीर .हाँ तो मेरी बहनो..प्रीत को छोड़ कर हाहहहः..तो कैसा लगा जिन्न लोक आप सब को..
परी..बहुत अच्छा है ऐसा लग रहा है जैसे सपना देख रही हूँ
नहिना..हाँ भाई बहुत खूब सूरत है..काश हमारे पास भी इन परियो जैसी शक्ति होती....
नहिना का इतना बोलना था कि वीर कुछ सोचने लगता है...
वीर..चलो सब घूमने चलते है..
प्रिया..चलो बहुत मज़ा आएगा..
फिर सब बाहर निकल पड़ते है..
सभी निकलते है जिन्न लोक घूमने ..सब बड़ी मस्ती से घूम रहे थे..
ऐसे ही आफ्टरनून तक घूमते रहते है..
बाद मे जिन्न्लोक मे बने रेस्टोरेंट मे जाते है..
|