RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
उधर ..बिस्वा..तेज़ी से ट्विस्ट होने लगता है.. ट्विस्ट होने से वहाँ हवा का बावांडर बन जाता है..ऑर बिस्वा उसमे आग लगा देता है..ऑर उस बवांडर को पिशाच की तरफ छोड़ देता है...
जो भी उस बवंडर मे आता राख हुए जा रहा था...
वीर..अभी वापिस मुड़ा ही था कि तभी पीछे से वीर के उपेर वॉर कर दिया..पिशाच ने अपने तीखे नाख़ून से वीर की पीठ को छलनी कर दिया था ..
वीर गुस्से मे पिशाच को पकड़ बीच मे से चीर देता है..
देखते ही देखते वीर के जखम भर जाते है...
बिस्वा वीर के पास पहुँचता है..
बिस्वा..भाई मुझे लगता है.. ये सब एक प्लॅंड अटॅक है ..इनकी तो फिर फ़ौज़ है यहाँ..ये हमे टिकने नही देंगे..
वीर..मुझे भी यही लगता है..आने दे इन्हे ..किसी को छोड़ुगा नही..
तभी उधर..लड़किया के पास पिशाच हमला कर देते है. पर शील्ड होने की वजह से कुछ कर नही पा रहे थे..
लड़किया पिशाच को देख चीखने लगती है..ओर पर तभी कुछ ऐसा होता है .कि....कोई सोच भी नही सकता
तभी ....
प्रीत ऑर संजू के जिन्न वहाँ प्रकट हो जाते हैं और वो दोनो सब लड़किया ऑर पाइलट को वहाँ से बेहोश कर गायब कर देते है.. और आशीष भी तुरंत वीर और बिस्वा को जाय्न कर लेता है.
और फिर वीर बिस्वा और आशीष एक साथ उन सारे पिशाचों पे कहर बनके टूट पड़ते हैं..
वीर..आग के गोले निकाल उनपर फेकने लगता है...
पर आग के गोलो से कुछ ख़ास फ़र्क नही पड़ता जिस से वीर गुस्से मे आ जाता है..ऑर अपनी चाँदी की शॉर्ट गन निकाल फाइयर करने लगता है....
गोली लगते ही पिशाचो को आग लगने लगती है ऑर वो राख बन जाते है..
तभी पीछे से एक पिशाच वीर पर हमला करता है जिस से वीर दूर जा गिरता है ऑर उसकी पीठ पर गाँव भी आ जाता है..
वीर गुस्से मे खड़ा हो अपने हाथ से एक एलेक्ट्रिक बीम उन सब पिशाचो पर छोड़ देता है....
एनर्जी बीम का फोर्स इतना तेज था कि वहाँ की धरती भी एक बार काँप जाती है.. और देखते ही देखते सारे पिशाच ख़तम हो जाते है...
ओर वीर भी थक जाता है .एनर्जी बीम की वजह से वीर की काफ़ी एनर्जी वेस्ट हो जाती है ..उसने ऐसा हमला पहली बार किया था जो उसपे भी भारी पड़ा था..
वीर...अपनेआप को संभालते हुए आशीष और बिस्वा को बोलता है .. एक काम करो यहाँ बड़ा सा टेंट बनाओ ..ऑर सारी लड़कियो को अपने अपने टेंट मे सुला दो ऑर उनके माइंड से ये सब कुछ मिटा देना. वित पाइलट के भी...ताकि उनको कुछ याद ना रहे ..
बिस्वा और आशीष भी तुरंत अपने मॅजिक से टेंट बना देते हैं और प्रीत संजू के जिन्न को याद करते हैं ..
दोनो के जिन्न वापस आजाते है और सारी लड़किया और पाइलट को अपने अपने टेंट मे सुला देते हैं और वहाँ से गायब हो जाते हैं ....
फिर बिस्वा और आशीष भी अपने जिन्न रूप से वापस इंसानी रूप मे आजाते हैं..
सारे लोग अभी भी बेहोशी की हालत मे ही थे ..
वीर...बिस्वा यहाँ तो बहुत बरफ और ठंड है .. तुम लोग एक काम करो आसपास कही एक अच्छा सा होटेल बना दो ताकि सब उसमे आराम कर सके ..
बिस्वा...ठीक है भाई.. यहाँ थोड़ी दूर बाज़ार है वहाँ एक अच्छा ख़ासा होटेल बना देता हूँ ... सबको ऐसा लगेगा कि पहले से है था..
वीर ठीक है..जैसा तुम्हे ठीक लगे..
फिर वीर एक चुटकी बजाता है जिसके बाद सब लोग धीरे धीरे होश मे आने लगते हैं .. क्यूंकी सब मॅजिक्ली बेहोश थे तो वीर अपने मॅजिक से सबको होश मे ले आता है..
होश मे आने के बाद सब फ्रेश फील कर रहे थे ...
उनके छोटी मोटी छोटे भी ठीक हो चुकी थी ...
प्रीत..जान यहाँ तो ठंड बहुत है..
वीर - डोंट वरी जान , आसपास किसी होटेल मे चलके सब वही रुकेंगे .. अभी तुम लोग यही पे थोड़ा घूम फिर लो आगे मार्केट भी है...
फिर सभी अपनी अपनी टोली बना निकल पड़ते है वहाँ से...
पाइलट्स भी चले जाते है वापिस वीर ने उनके जाने का भी इंतज़ाम करा दिया था ...
बिस्वा परी के साथ सबसे थोड़ा अलग चला जाता है..
बिस्वा - जान एक किस दो ना..
पारी..आप ना बहुत शेतान होते जा रहे हो..मुझे शरम आती हैं .
बिस्वा..प्ल्ज़्ज़ जान दो ना किस.
बिस्वा इतना बोल अपने लिप्स आगे करता है.. ये देख परी की आँखें अपने आप बंद हो जाती है और आने वाले पल के बारे मे सोच कर उसके अंदर एक मस्ती सी छाने लगती है..
वही आशीष भी नेहा के साथ अलग चलने लगता है..
दोनो का नया नया प्यार था सो दोनो शर्मा भी रहे थे ..दोनो एक दूसरे का हाथ पकड़ कर चले जा रहे थे.
नेहा अपना सर आशीष के कंधे पे रख कर और उसका बाजू पकड़ कर चलने लगते है..
आशीष बिस्वा चाहे जिन भले ही हो बट दोनो प्यार ज़रूर करने लगे थे और दोनो इस फीलिंग को अपने अपने पार्ट्नर के साथ एंजाय भी कर रहे थे ...
सब लोग शाम तक घूमते है फिर एक साथ होटेल पहुँच जाते है और चेक इन करते है. और सब अपने अपने रूम मे जाके कुछ टाइम रेस्ट करने का सोचते हैं..
रात क 8पीएम पे सब बाहर आके इकट्ठा मिलते है..
वीर .हां तो दोस्तों हम कल सब मआउंटिंग पर चलेंगे...इसलिए सब अपने अपने गरम कपड़े तय्यार रखना और पहन के निकलना.. और जिसके पास नही है अभी तो अभी हम सन डिन्नर करने के बाद घूमने निकलते हैं और शॉपिंग भी कर लेते हैं कुछ ...
सब डिन्नर करने रेस्टोरेंट मे आजाते हैं जो होटेल मे ही था ...सब वहाँ जाके एक बिग फॅमिली टेबल बुक करते हैं और डिन्नर ऑर्डर करके खाने लगते हैं...
वीर.... वैसे परी और नेहा तुम दोनो अपने लव पार्ट्नर के साथ हॅपी तो हो ना आइ मीन ये दोनो तंग तो नही करते ना
परी और नेहा - नही नही भाई दोनो बहुत अच्छे हैं...
दोनो शर्मा भी जाती है जिसको देख कर बाकी लोग भी हँसने लगते हैं.
ऐसे ही हसी मज़ाक के साथ सन डिन्नर ख़त्म करते हैं और फिर सब घूमने मार्केट मे निकल जाते है...
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