RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
वापस वीर के घर ...
वीर छत पे खड़ा था कि तभी उसके पास आशीष आता है .
आशीष -भाई एक बात करनी थी..
वीर- हाँ बोलो भाई ..
आशीष...भाई वो वेम्पायर बॉस ने आपको मारने के लिए पिशाच भेजे है...मैं चाहता हूँ क्यूँ ना हम सब लड़किया की रक्षा के लिए उन्हे शील्ड से कवर कर्दे..
वीर - आशीष..मैं पहले ही सारी लड़कियों की सेफ्टी के लिए शील्ड बना रखी है ..तुम बस जिन्न लोक से एक टुकरी सेना को बुला लो..जो गायब रहकर हमेशा हमारे साथ रहेंगे ..
आशीष- जी भाई ऐसा ही होगा.... वैसे हमे कब निकलना है टूर के लिए ??
वीर- बस ब्रेकफास्ट करके निकलते हैं सब ..
फिर दोनो बात करके नीचे आजाते हैं..सब लड़किया रेडी हो चुकी थी..नहिना ऑर प्रिया दोनो बड़ी गहरी आँख से वीर को देख रही थी .
वीर....हाँ तो सब रेडी है जाने के लिए....?
सब एक साथ..एस वी आर रेडी...
फिर सब मिल कर नाश्ता करते है ऑर निकलते है..अपने टूर मनाली के लिए ..
सब एक गाड़ी मे ही बैठ गये थे .. और सब मस्ती करते हुए जा रहे थे...
नहिना..मुझे भूख लगी है..
प्रीत..भूख तो मुझे भी लगी है...
वीर.ठीक है आगे किसी अच्छे से ढाबे पर गाड़ी रोक लेंगे...
थोड़ी देर चलने के बाद एक ढाबा आजाता है..
वीर गाड़ी साइड मे पार्क करता है.. और सब बाहर आ जाते है...ढाबा रोड के साइड मे बना हुआ था ..ऑर उसके पीछे बहुत बड़ी खाई थी. बहुत ही सुंदर व्यू था..सब वहाँ पड़े चारपाई पर बैठ जाते है..
अपने ढाबे पर इतने अच्छे और ज़्यादा कस्टमर को देख मालिक खुद आता है ओर्डर लेने ...
सब अपना अपना ऑर्डर करते है..
संजू..कितनी देर मे पहुँचे गे मनाली..
वीर...बस 2 घंटे मे पहुँच जाएगे...
सब..लंच करते है..खाना बहुत अच्छा था, सबने मज़े से खाना खाया ..
उसके बाद वीर बिल पे करता है और सब चलने को तय्यार होते हैं कि तभी वहाँ 4-5 गुंडे टाइप क लड़के आजाते हैं..
ढाबा मालिक..साहब इनसे मत उलझना..बहुत बड़ा गुंडा है.. बहुत पहुँच वाला है ये ..
वीर...ओके जी शुक्रिया...वीर भी साथ मे लड़किया होने के कारण लड़ाई नही चाहता था इसलिए वो चुप चाप गाड़ी की तरफ जाने लगता है..
पर तभी वो इन लड़को के ग्रूप मे से एक लड़का परी की तरफ इशारा करते हुए ..
लड़का..ओह जानेमन..कहाँ चली..आ मेरी जाँघ पर बैठ...तुझे मालामाल कर दूँगा एक रात के लिए..
वो लड़का यहीं नही रुकता और उठ कर परी का हाथ पकड़ लेता है..
जैसे ही बिस्वा ने ये देखा बिस्वा गुस्से मे आ जाता है ..पर वीर उसे रुकने का इशारा करता है...
वीर....भाई साहब हम शरीफ लोग है प्लज़्ज़्ज़ हमे जाने दीजिए क्यूँ लड़की को तंग कर रहे है .
लड़का..ओये साइड हो जा कल सुबह आ कर लड़की को ले जाना आज की रात ये मेरी रा.....लड़का इतना ही बोला था कि तभी वीर गुस्से मे तेज़ी से उसके सर पर हाथ मारता है. और लड़के की गर्दन टूट जाती है ऑर अंदर से उसका सर खुल जाता है
ये इतनी जल्दी हुआ कि किसी को कुछ पता नही चला बस पता तब चला जब वो लड़का नीच जमीज़ पर गिर जाता है...
वीर परी को गाड़ी मे बैठा देता है.
तभी उनमे से एक लड़का वीर का कॉलर पकड़ लेता है..
लड़का.2...अबे ओये ये तूने क्या कर दिया अज्जु भाई को मार दिया..सोच भी नही सकता कि अब तेरे और तेरे साथियों के साथ क्या होगा ..
वीर का कॉलर पकड़े हुए देख कर बिस्वा चुप नही रहता ..
बिस्वा...भाई का कॉलर छोड़ ..बिस्वा उसे 2 बार ऑर बोलता है..जब वो नही मानता तब बिस्वा उसकी गर्दन पकड़ लेता है....उस से उस लड़के की हालत पतली हो जाती है और वो लड़का वीर का कॉलर छोड़ देता है..
जैसे ही कॉलर छूटा बिस्वा गला छोड़ उसके सीने पर ज़ोर से पंच मरता है जिस से वो लड़का दूर जा गिरता है....
तभी वहाँ 2 गाड़ियाँ आती है..सब के हाथ मे तलवार चाकू लाठी थी...उसी मे से एक आदमी भाग कर मरे हुए लड़के के पास आता है...जिसे देख वो रोने लगता है...
वीर आराम से गाड़ी के उपर बैठ जाता है..
तभी वो लड़का उठता है..
लड़का ब...किसने मारा मेरे भाई को किसने मारा ..तभी वहाँ एक लड़का आ कर उसे सब बता देता है..
लड़का ब.वीर की तरफ देख..ये तुममे अच्छा नही किया बहुत बुरी मौत मारूगा..बाद मे इन सभी लड़कियों को अपने बिस्तेर पर ...
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