RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
तभी वहाँ 10 12 वैम्पायर आते है..
वीर...संजू आंड प्रीत तुम जाओ यहाँ से..
तभी संजू ऑर वीर के जिन्न दोनो लड़कियों को वहाँ से ले जाते है
वीर बिस्वा ऑर आशीष ..वैम्पायर के सामने जाते है..
वम्पाइर 1...तुम तो बच्चे हो तुम क्या कर लोगे...
वीर .वो तो वक्त ही बताएगा.
तभी वैम्पायर तेज़ी से वीर की तरफ बढ़ते है उनकी स्पीड बहुत तेज थी लेकिन जैसे ही वो वीर के पास आए
उतनी ही तेज़ी से उड़ते हुए दूर जा गिरते है..
हुया ये था कि जैसे वैम्पायर वीर पर हमला करने वाले थे के तभी वीर अपने हाथ से एनर्जी बीम उन सब पर मारता है जिस से वो सब दूर जा गिरते है..
वीर..आशीष खेल ख़तम किया जाए..
वीर .तेज़ी से उनकी ओर भागता है..
उधर बॅंपाइरर भी वीर पर हमला कर देते है..
लेकिन वीर ज़ोर से पंच उसके पेट पर मारता है पंच इतना तेज था कि वीर का हाथ वैम्पायर के अंदर चला जाता है.
.ऑर वीर तुरंत अपने हाथ से आग निकालने लगता है ..जिस से वैम्पायर राख बन जाता है
उधर..आशीष ऑर बिस्वाभी आग से सब वैम्पायर को राख कर देते है..
बिस्वा ऑर आशीष किसी भी वैम्पायर को पास भी नही आने देते उस से पहले हे वो दोनो उन्हे राख बना देते है
वीर अभी पीछे मुड़ा ही था के तभी एक वैम्पायर पीछे से वीर की तरफ बढ़ता है
लेकिन इसका पता वीर को लग जाता है...ऑर वीर तुरंत आपने हाथ मे शॉर्ट गन लाता है
ऑर जैसे ही वैम्पायर वीर के पास आता है .उसी टाइम वीर तेज़ी से शॉर्ट गन का ट्रिजर दबा देता है. ऑर उस वैम्पायर का सर धड़ से अलग हो जाता है...
बिस्वा...वाह भाई ये तो बहुत काम की चीज़ है
वीर..हाँ ..चलो यहाँ से..फिर वीर ऑर बिस्वा संजू ऑर प्रीत के पास पहुँच जाते है.
दोनो लड़किया दौड़ के वीर के गले लग जाती है .
संजू. आप ठीक तो हो ना..
प्रीत...आप को कुछ हुया तो नही..
वीर...मैं ठीक हूँ...मेरी परियो चलो..घर चलते है..
फिर सभी घर चले जाते है..घर पहुँचे के वीर बेल बजाता है..
दरवाजा नहिना खोलती है..
सब एक दूसरे से गले मिलते है..
वीर ऑर बाकी सब अंदर जाते है तो देखते है..घर मे फुल चहल पहल थी..
वही घर मे प्रीत के मोम डॅड ऑर भाई भी था..
वीर जा कर सभी से मिलता है..ऑर अपनी माँ के गले मिला ..
वीर..माँ ये सब क्या है..
माँ..तेरे लिए सर्प्राइज़ है..ओर वो ये है कि तेरी ऑर प्रीत की एंगेज्मेंट है कल..उसी की तैयारी चल रही है..
वीर तो माँ की बात सुन शॉक हो जाता है..
वीर...माँ इतनी जल्दी क्या..
माँ...जल्दी है..तुम तीनो की शादी..संजू की शादी भी तेरे से जल्द ही करनी है लेकिन इस जगह नही हम सब ये जगह छोड़ कर कही ऑर चले जाएगे...
वीर...ठीक है माँ जैसा आप ठीक समझे.....
उधर..प्रीत को भी पता चल जाता है.. ऑर वो बहुत खुश होती है...
मासी.जी..वीर बेटा ज़रा इधर आना .
वीर ..जी मासी जी..बोलिए..बेटा नहिना की फ्रेंड आने वाली है परी..एरपोर्ट पर उसे ले आएगा.
वीर.. ठीक है मैं बिस्वा को भेज देता हूँ..
वीर..बिस्वा इधर आ..नहिना तुम भी..
बिस्वा न्ड नहिना..जी भाई क्या हुया..
वीर..बिस्वा जा तू गाड़ी लेजा ऑर नहिना को साथ ले जा एरपोर्ट इसकी फ्रेंड आह रही है उसे ले आओ....
दोनो..जी भाई..
बिस्वा. चलिए दी
दोनो निकलते है .नहिना की दोस्त को लेने..
एरपोर्ट पहुँच ..बिस्वा ऑर नहिना उसकी दोस्त का वेट करते है.थोड़ी देर मे नहिना की दोस्त आ जाती है..
दोनो एक दूसरे के गले मिलते है..
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