RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
वीर..जंगल एरिया में पहुँचा ही था कि तभी वीर की गाड़ी पर फाइरिंग होने लगती है *
फ्रंट शीशा चूर चूर हो जाता है..
गोलिया वीर के सीने से टकरा नीचे गिरने लगती है..
वीर जैसे ही गाड़ी से बाहर निकलता है
तभी फिरसे फाइरिंग होने लगती है....
पर फिर वोही अंजाम गोलियाँ वीर के सीने से टकरा नीचे गिरने लगती है..
वीर गुस्से मे आ जाता है. ऑर तभी..
जो भी छुपे हुए गुंडे फाइयर कर रहे थे उन सबको बाहर निकाल लेता है...
सब हैरान थे कि वीर कैसे बच गया
बस - तुझे क्या लगता है..
तू बुलेट प्रूफ जॅकेट पहन के आएगा तो हम से बच जाएगा..
सब से पहले तुझे मारूगा......
ऑर फिर तेरी फॅमिली..
बस का इतना ही बोलना था कि तभी वीर बिजली की तेज़ी से उस के पास जाता है ऑर उसके दिल के पास पंच जड़ देता है..
जिस से बॉस का दिल धड़कना रुक जाता है ऑर वो अल्ला को प्यारा हो जाता है.....
फिर वीर टाइम ना वेस्ट करते हुए..
सबको ख़तम कर देता है ऑर सभी की बॉडीस को इकट्ठा कर आग लगा देता है ...
वीर अपनी गाड़ी के पास आता है ऑर चुटकी बजता है
जिस से वीर के कपड़े ऑर गाड़ी ठीक हो जाती है..
वीर ऑफीस पहुँच जाता है..
ऑफीस मे कुछ ख़ास नही था ऑर वो काम निपटा सीधा कॉलेज निकल जाता है ...
कॉलेज पहुँच वीर सीधा कॅंटीन मे जाता है यहाँ संजू ऑर प्रीत वहीं बैठ थी...
प्रीत वीर से गले मिलती है..
प्रीत - तुम ठीक तो होना..
मुझे पता है डॅड ने तुम्हे मारने की सुपारी दी है......
संजू - क्या क्या कहा तुमने....
वीर - हाँ ये सच है..
ऑर आज मेरे उपर रास्ते मे हमला भी हुआ था....
पर वो सबके सब अल्ला को प्यारे हो गये..
संजू तो नम आँखो से वीर को हग कर लेती है..
संजू - अगर तुम्हे कुछ हो गया तो मैं अपनी जान दे दूँगी.....
वीर - तुम्हे लगता है मुझे कोई भी मार सकता है....
घबराव नही जान मुझे कुछ नही होगा....
बिस्वा - संजू जी भाई सही कह रहे है आप घबराईए नही....
हम भी तो है वीर भाई के साथ...
फिर सभी मिल स्नॅक्स ऑर कॉफ़्फीे ऑर्डर करते है..
लंच फिनिश कर.
वीर - चलो सभी शॉपिंग करने चलते है..
कल बीच मे ही रह गयी थी..
फिर सभी निकलते है माल मे.
माल मे पहुँच सभी अपनी अपनी शॉपिंग करने लगते है..
प्रीत भी वीर के लिए कपड़े ख़रीदती है..
तभी वहाँ कुछ 5 आदमी आते है..
और आस पास छुपके खड़े हो जाते है. ....
वीर को इस बात का पता चल जाता है.
वीर - माइंड तो माइंड बिस्वा ऑर आशीष को सब बता देता है..
बिस्वा ऑर आशीष दोनो मिलकर उन गुण्डों को ख़तम कर देते है..किसी को कुछ पता नही चलता...
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संजू - वीर ये लॉकेट पहन लो इसके तीन पार्ट है....
एक तुम्हारे पास....
एक मेरे पास ऑर एक प्रीत के पास रहेगा...
प्रीत संजू की बात सुन संजू को हग कर लेती है..
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