RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
सुबह की ठंडी हवा ने बाहर तीनो को जगाया. तीनो उठकर अपना अपना समान उठाने लगे. फिर फ्रेश होकर सब लोग समान कार मे रखने लगे.
जब सब कुछ रख लिया उसके बाद सभी घर की ओर चल दिए.
कार मे एश बार बार आरोही और अरुण को देख रही थी. आरोही ने जब ये देखा तो पूछ ही बैठी.
"क्या?"
"मैं बस सोच रही हूँ?" एश बोली.
"किस बारे मे?" आरोही ने पूछा.
"यही कि तुम दोनो कब से साथ मे सेक्स कर रहे हो?"
आरोही की आँखें चौड़ी होती चली गयी और उसने तुरंत ही अरुण की ओर देखा.
"आइ न्यू इट!" एश हंसते हुए बोली. "अब बताओ ये सब कैसे हुआ?"
काफ़ी देर की खामोशी के बाद आरोही ने अपना गला सॉफ किया. "वेल..."
आरोही जब तक बोलती रही तब तक एश शांति से उसकी बात सुनती रही. बात करते करते वो लोग घर पहुचे, घर से अंदर और अंदर एश और आरोही उसके रूम मे चले गये और दोनो ने अरुण के मूह पर ही दरवाजा बंद कर दिया.
"हद हो गयी," अरुण बोला.
"तू मत जा उनकी बात सुनने बिगड़ जाएगा..हाहाहा." आवाज़ ने हँसते हुए कहा
"नाइस पंच."
तभी दरवाजा खुला और आरोही का सिर बाहर आया. "गिव अस अवाइल. आइ'ल्ल मेक हर अंडरस्टॅंड."
अरुण ने कंधे उचका दिए और नीचे आके कार मे से समान निकालने लगा. तब तक पीछे से बाकी तीनो भी आ गयी और उसकी मदद करने लगी.
"ओये मुझे कुछ पूछना है?" आवाज़ ने कहा.
"ओके.." अरुण ने सोचा.
"मैं बस सोच रहा था कि तूने ये बात सबसे छुपाई क्यूँ कि तेरी याददाश्त वापस आ गयी है?"
"वेट आ सेकेंड, तुम्हारा आइडिया था."
"हां, लेकिन अब मैने इसके बारे मे काफ़ी सोचा. मतलब ये अच्छी बात है कि स्नेहा को भी चोदना शुरू कर दिया लेकिन मुझे लगता है कि अब तुझे जल्दी से सोनिया को भी चोदना शुरू कर देना चाहिए. कहीं बाद मे बात बिगड़ ना जाए उपर से वो है भी थोड़ी अकड़ू."
अरुण अंदर कुछ रखके वापस आया ही था कि सोनिया सामने से आई और उसे स्माइल दिखाते हुए अंदर चली गयी. अरुण भी उसे देख मुस्कुरा दिया.
"पॉइंट तो है, लेकिन फिर भी मैं अभी स्नेहा दी पर ध्यान देना चाहता हूँ. उनका भी हक़ बनता है. और टेन्षन किस बात की, सोनिया को भी उसके हिस्से का टाइम मिलेगा."
"मुझे किसी बात की टेन्षन नही है. मैं तो बस.."
अरुण जब अंदर आया तो सुप्रिया किचन मे थी और स्नेहा का कही नामोनिशान नही था. आरोही और एश, आरोही के ही रूम मे थे और सोनिया सोफे पर बैठ टीवी देख रही थी. अरुण ने उसके सिर को चूमा और उपर अपने कमरे मे सोने चला गया.
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आरोही ने दरवाजा लॉक किया और जाके एश के साथ बेड पर बैठ गयी.
"ओके, तो ये सब बस अपने आप ही हो गया?" एश ने पूछा.
आरोही ने सिर हिला कर हां कह दिया. "मतलब, कुछ कॉंप्लिकेटेड पार्ट्स भी हैं जैसे अभी तक अरुण ने सोनिया को नही बताया है कि उसकी याददाश्त वापस आ गयी है. उसका रीज़न है कि वो सबके साथ ईक्वल टाइम स्पेंड करना चाहता है."
"तो फिर मुझे क्यूँ साथ मे ले गये तुम लोग?"
आरोही ने अपना गला सॉफ किया. "लिसन एश, अरुण केर्स अबाउट यू. हम लोग भी. उसे पता है कि इस एक साल भी तुमने काफ़ी कुछ देखा है और वो तुम्हे किसी भी वजह से तक़लीफ़ नही पहुचना चाहता था. तो उसे समझ नही आ रहा था कि तुम्हे कैसे बताए."
"कि वो पहले से ही कमिटेड है?" एश ने कहा.
आरोही ने हां मे सिर हिला दिया. "पहले हम लोग तुम्हे और रोहित को सेट करवाने वाले थे. माना कि थोड़ी ईडियट साउंड होता है लेकिन पहले भी एक लड़की के उपर कम कर चुका है."
"आरोही, अरुण और मैं सबसे पहले दोस्त हैं. और मैं अभी नयी रिलेशन्षिप स्टार्ट करने के लिए रेडी भी नही हूँ. हां, अरुण की बात अलग थी. तुम लोगो के मेरे बारे मे परेशान होने की ज़रूरत नही है. आंड आइ'म ग्लॅड कि तुम लोगो ने मेरे बारे मे सोचा.
"यॅ अब जब मैं उस प्लान के बारे मे सोच रही हूँ तो मुझे भी बेवकूफी भरा लग रहा है. आइ'एम सॉरी," आरोही ने एश के हाथ को पकड़कर कहा.
"इट्स ओके."
आरोही अगले कुछ पल अपना अगला सवाल कैसे पूछे ये सोचती रही.
"तो तुम्हे पता कैसे चला?" उसने पूछा.
एश मुस्कुरा दी. "कोई भी अगर एक दिन तुम लोगो के साथ टाइम स्पेंड कर ले तो समझ जाएगा मेरे हिसाब से. या फिर हो सकता है कि मैं तुम लोगो को काफ़ी टाइम से जानती हूँ तो मैने बिना रंगे हाथ पकड़े ये बात नोटीस कर ली. जब 2 लोग जो सच मे एक दूसरे से प्यार करते हैं तो वो एक दूसरे के साथ अलग ही बिहेव करते हैं. और मैने तुम लोगो के साथ काफ़ी टाइम स्पेंड किया है पहले. मैं देखकर ही समझ गयी थी कि तुम लोगो के बीच कुछ तो चेंज हुआ है. और सही भी था क्यूकी तुम लोगो की फीलिंग्स एक भाई बहेन से बढ़कर हो गयी है. कोई भी इंसान जो अरुण को जानता होगा देखकर बता सकता है कि वो तुमसे और तुम्हारी सिस्टर्स से कितना प्यार करता है. इट्स आक्च्युयली प्रेटी ब्यूटिफुल हाउ ही केर्स अबाउट यू ऑल."
आरोही की आँखो मे पहली बार बिना वजह के आँसू आ गये. "ही'स रियली आ ग्रेट बाय्फ्रेंड टू हॅव" उसने मुस्कुरा कर आँसू पोछते हुए कहा.
"आइ नो," एश ने भी मुस्कुरा कर कहा. "और मैं अभी इतनी भी बुरी नही बनी कि इतनी प्यारी रिलेशन्षिप तोड़ दूं."
आरोही उसे गले लगाने लगी. "आइ'म सो ग्लॅड यू अंडरस्टॅंड, वो जो पहली लड़की रिया उसे तो समझना ही मुश्किल पड़ गया था."
उसके कुछ देर तक वो दोनो ऐसे ही बातें करती रही फिर एश जाने के लिए खड़ी हुई. "थॅंक यू फॉर एक्सप्लेनिंग ऑल दिस टू मी," उसने कहा.
"थॅंक्स फॉर अंडरस्टॅंडिंग," आरोही ने जवाब दिया.
दोनो नीचे चली गयी उसके बाद.
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दरवाजे पर तेज आवाज़ ने अरुण को नींद से जगाया. उसने घड़ी की ओर देखा तो वो 3 घंटे से सो रहा था.
दरवाजा खुला और आरोही अंदर झाँक रही थी. "हे," उसने दरवाजा बंद करते हुए बोला.
अरुण उठकर अंगड़ाई लेने लगा. "हे,"
आरोही आकर उसके पास बैठ गयी. "तो मैने एश से बात की,"
अरुण खड़ा होने लगा. "क्या कहा उसने?"
आरोही अपने भाई के सीने और चुतड़ों को घूर्ने लगी. "अच्छी बात ये है कि उसने तुम्हे हम मे से किसी के साथ सेक्स करते टाइम नही देखा, बस उसने ये नोटीस कर लिया."
"अच्छा हम लोग इतने ऑब्वियस हैं?"
आरोही ने कंधे उचका दिए. "उसने बताया कि पहले के बदले अब हम लोग काफ़ी अलग बिहेव करते हैं एक दूसरे के साथ."
अरुण सिर हिलाने लगा. "आइ गेस इस चीज़ पर काम करना पड़ेगा,"
आरोही उठकर उसकी पीठ पर हाथ घूमने लगी.
"उसने ये भी कहा कि हमे उसके लिए नया बाय्फ्रेंड ढूढ़ने की ज़रूरत नही है. उसने कहा कि वो समझ सकती है कि तुम सिर्फ़ हम लोगो के बाय्फ्रेंड हो. उपर से उसने कहा कि वो अभी किसी रिलेशन्षिप के लिए तय्यार नही है." वो उसकी पीठ पर हल्के हल्के दबाव बनाती जा रही थी.
अरुण उसकी मसाज से मस्त होने लगा.
"उन्ह..दट'स गुड," उसने कहा.
आरोही दूसरे हाथ से उसकी पीठ दबाने लगी.
"आइ'म ग्लॅड शी अंडरस्टॅंड्स," उसने काफ़ी देर बाद कहा. "मैं उसकी फीलिंग्स को हर्ट नही करना चाहता था."
"शी नोस बेबी," आरोही ने उसकी पीठ को चूमकर अपना सिर उसके कंधे पर रख दिया और पीछे से उसे हग करने लगी.
अरुण कुछ सेकेंड्स बाद पलटा और अपनी जुड़वा बहेन के होंठो को चूमने लगा. कुछ देर तक उसके रसीले होंठो को चूमने के बाद वो अलग हुआ और उसकी आँखो मे झाँकने लगा. "आइ लव यू, आरू,"
आरोही के दिल मे तितलियाँ उड़ने लगी. "आइ लव यू टू, अरुण," उसने किस करते हुए जवाब दिया. फिर वो किस तोड़कर नीचे झुकने लगी. "ब्लोवजोब चाहिए?" उसने नॉटी स्माइल के साथ कहा.
अरुण दाँत दिखाते हुए हां मे सिर हिलाने लगा.
आरोही ने अपने हाथ उपर करके उसके बॉक्सर्स को नीचे कर दिया और उसके लंड के सुपाडे पर जीभ फिराने लगी. जीभ टच होते ही लंड कूदकर खड़ा होने लगा.
तभी दरवाजा खुला और दोनो एक दम से हड़बड़ा गये, अरुण जल्दी से अपना लंड बॉक्सर के अंदर डालने लगा और आरोही खड़ी होने लगी.
सुप्रिया का सिर अंदर आया और दोनो को घबराते देखा हँसने लगी. "आज तो रंगे हाथ पकड़े गये तुम दोनो," उसने अंदर घुसकर पीछे से दरवाजा लॉक करते हुए कहा.
वो अंदर आई और अरुण को अपनी धड़कन संभालते हुए देखने लगी. "आप ने तो जान ही निकाल दी थी,"
सुप्रिया हंसते हुए आगे बढ़ी और उसको किस करके नीचे झुकने लगी. "मेरा इरादा डिस्टर्ब करने का नही था," वो भी नशीली आँखो से उसे देखने लगी.
आरोही भी हंसते हुए अपनी बड़ी बहेन के साथ नीचे बैठ गयी और उसके बॉक्सर्स को दोबारा नीचे करके खड़े लंड को निहारने लगी.
"आहा, टू इन वन..." आवाज़ ने मस्ती मे कहा
दोनो उसे देखने लगी और उसकी आँखो मे देखते हुए ही आरोही ने उसके सुपाडे को मूह मे रख लिया और सुप्रिया उसके खुट्टो को चाटने लगी. उसका हाथ लंड को सहलाने लगा और आगे के हिस्से पर आरोही का मूह आगे पीछे हो रहा था. अरुण दोनो के इस क्रिया कलाप से मस्त होने लगा.
आरोही ने मुस्कुरा कर सुप्रिया को देखा फिर अरुण की ओर देखकर दूसरा खुट्ता भी अपने मूह मे डाल लिया. जब सुप्रिया ने उसका लंड अपने मूह मे रखा और उसकी जीभ उसके लंड पर थूक लगाने लगी तो अरुण सिसक पड़ा. दोनो एक एक बार बारी बारी से लंड को चूस रही थी.
"ऐसे मैं ज़्यादा देर नही रुक पाउन्गा," अरुण ने आँखें बंद करते शुए कहा.
सुप्रिया हंस पड़ी. "यही तो प्लान है, डफर. खाना तय्यार ही है अगर थोड़ी और देर करी तो सोनिया बुलाने आ ही जाएगी."
अरुण ने एक हाथ आरोही के सिर पर रखा और उसे अपने लंड पर दबाने लगी. उसके हटते ही सुप्रिया ने लंड को मूह मे रख लिया. अरुण ने उसके सिर पर भी हाथ रख दिया और तेज़ी से उसके मूह मे लंड को पेल दिया. सुप्रिया ने उसे और अंदर ले जाने की कोशिश की.
"मेरे पास एक आइडिया है?" सुप्रिया ने आरोही को मौका देते हुए कहा. "हम दोनो के चेहरे पर एक साथ झड़ो.." उसने लंड को आरोही के मूह से निकालकर कहा.
अरुण कुछ कहने की स्थिति मे नही थी उसने बस हां मे सिर हिला दिया.
दोनो बहने साथ मे उसके लंड को चूमने चाटने लगी. दोनो के होठ मिलकर उसके लंड को चूसने मे लगे हुए थे. और दोनो नशीली आँखो से उसकी आँखो मे देख रही थी.
"फक" अरुण के मूह से निकला जैसे ही सुप्रिया ने उसके लंड को तेज़ी से आगे पीछे करना शुरू किया.
"दी, मेरा निकला.." अरुण ने बड़ी मुश्किल से कहा.
दोनो अपने गाल जोड़े जोड़े सामने हो गयी और उसके लंड से निकलती धार को अपने मूह पर लेने लगी. पहला शॉट आरोही की जीभ पर गिरा दूसरा दोनो के गाल पर एक साथ और तीसरा उन दोनो के बालों और माथे पर. दोनो बारी बारी से लंड के एक दूसरे के चेहरे पर निशाना बनाने मे लगी हुई थी. आरोही की एक आँख पर वीर्य टपक रहा था, सुप्रिया के गाल से होता हुआ होंठो पर आ रहा था. अरुण की आँखें मस्ती मे बंद होने लगी जब उसने दोनो को इस हालत मे देखा. सुप्रिया और आरोही दोनो उसके लंड को अच्छे से सॉफ कर रही थी.
फिर आरोही ने सुप्रिया का चेहरा पकड़ा और अपने होठ उसके होंठो से जोड़ दिए. दोनो की वीर्य से भरी जीभें एक दूसरे के मूह मे रस घोलने लगी. सुप्रिया ने किस तोड़ा अपनी जीभ से आरोही के चेहरे पर जितना वीर्य लगा था सब चाट लिया. आरोही ने भी हंसते हुए वही किया.
जब दोनो एक दूसरे को सॉफ कर चुकी तो खड़ी होने लगी.
"तेरी दोनो बहनें महान हैं,"
"यप."
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