RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
अरुण ने गैराज मे कार बंद की. बाहर की लाइट बंद थी लेकिन अंदर से रोशनी आ रही थी. वो अंदर गया तो टीवी ऑन थी और सुप्रिया और स्नेहा एक साथ बैठे देख रहे थे. स्नेहा सुप्रिया की गोद मे सिर रखे हुए थी.
वो गया और उनके साथ बैठ गया.
"हे स्वीतू," सुप्रिया ने धीरे से कहा. स्नेहा उसकी गोद मे सिर रखे सो रही थी. "हाउ वाज़ युवर डेट?"
"वेल, अब वो पहले वाली एश तो नही रही." अरुण ने कहा
"वो कैसे?"
"उसके साथ ******* मे काफ़ी कुछ हुआ, और उसके मम्मी पापा का डाइवोर्स हो गया. वहाँ स्कूल मे वो फैल हो गयी तो वापस यहाँ आ गयी है."
"बेचारी. एनी आइडिया क्यूँ फैल हो गयी?"
"बाय्फ्रेंड प्रॉब्लम्स," अरुण ने पूरी बात बताना ठीक नही समझा. "मैं तो चला सोने, गुड नाइट."
"अरे एक सेकेंड," सुप्रिया आराम से उठाते हुए बोली. "मैं सोच रही थी, हम लोग कल चल सकते हैं तुम्हारे लिए नयी कार देखने."
अरुण मुस्कुरा दिया. "ओके."
वो उपर जाने लगा लेकिन फिर मूड गया. "दी को रूम तक पहुचाने मे हेल्प चाहिए?" उसने स्नेहा को देखकर कहा तो सुप्रिया ने मना कर दिया.
"गुड नाइट, दी."
"गुड नाइट, स्वीतू."
जैसे जैसे वो अपने कमरे की ओर बढ़ता गया टीवी की आवाज़ कम होती चली गयी. अपने कमरे के बाहर पहूचकर उसे कुछ याद आया तो वो आरोही के कमरे की ओर बढ़ गया. वो अंदर गया तो आरोही बस शॉर्ट्स ओर स्पोर्ट्स ब्रा मे थी. कंप्यूटर पर कुछ कर रही थी. अरुण के आने पर वो मुस्कुरा कर उसे देखने लगी. "हाउ वाज़ दा डेट?"
"फाइन." अरुण ने बेड पर बैठकर जवाब दिया.
कुछ देर तक दोनो एक दूसरे को देखते रहे.
"पुछोगे कि नही?" आरोही ने कहा.
अरुण ने हंसते हुए एक आह भरी. यही बात उसे आरोही के इतना करीब करती थी. वो हमेशा उसकी हर बात समझ जाती थी.
"मैं सोनिया के साथ....सो नही पाउन्गा." अरुण ने अपनी बात कही. तो आरोही उसे देखने लगी और उसे थोड़ी उम्मीद भी जागने लगी.
"मतलब, यार पता नही लेकिन उसके साथ मुझे थोड़ा अजीब लग रहा है...और ये नाइटमेर्स भी बढ़ गये हैं. आइ थिंक आइ नीड सम अलोन टाइम, लेकिन अब उसे ये बात नही बता पा रहा हूँ.." अरुण ने अपने हाथ जोड़ते हुए कहा.
"हुह?" आरोही बोली. अजीब लग रहा है तब तो बढ़िया है लेकिन उसे फोर्स भी तो नही किया जा सकता.
"सो आइ वाज़ वंडरिंग, इफ़ यू कुड हेल्प इन सम वे. क्या कहूँ उससे कि उसे बुरा भी ना लगे. आइ नो शी नीड सम्वन टू स्लीप लेकिन आइ कॅंट बी दट पर्सन राइट नाउ.." अरुण अपना सिर अपने हाथ मे करते हुए बोला.
"देखो, ये बात ठीक है कि तुम्हे अलोन टाइम की ज़रूरत है लेकिन उसके लिए तुम्हे बात खुद ही करनी पड़ेगी. बीते साल मे तुम और सोनिया काफ़ी करीब आए हो तो आइ थिंक यही बेटर होगा कि ये बात तुम ही बताओ. बाकी उसके साथ सोने की बात, तो वो मेरे साथ सो सकती है." आरोही उसका हाथ सहलाते हुए बोली.
"यू श्योर?"
"यप."
अरुण मुस्कुराते हुए उसके गाल पे किस करने को आगे बढ़ा तो आरोही को लगा कि बस एक बार वो अपने होठ उसके होंठो पर रख दे. बड़ी मुश्किल से खुद की गर्दन को सीधा रखा उसने. उसके बाद अरुण अपने कमरे की ओर चल दिया.
अंदर गया तो सोनिया जाग ही रही थी और दरवाजे की ओर ही देख रही थी. अरुण ने मुस्कुराते हुए हाथ हिला दिया और उसके पास आके बैठ गया. उसे समझ नही आ रहा था कि बात कैसे शुरू करे तो अपने मोबाइल को हाथ मे ही घुमाने लगा. उसने एक बार उसकी ओर देखा तो तुरंत ही उसके मन मे एक तस्वीर उभर आई जिसमे सोनिया ने एक सेक्सी सी नेग्लिजी पहनी थी और उसके हाथ मे कॅमरा है जिसे वो उसकी ओर बढ़ा रही थी. वो तुरंत ही अपना सिर हिलाने लगा.
"क्या हुआ?" सोनिया ने पूछा.
"नही नही कुछ नही...लिसन गुड़िया, आइ वान्ट टू अस्क सम्तिंग."
सोनिया उसे प्यार से देखने लगी. "भाई, व्हाटेवेर यू वान्ट जस्ट टेल मी."
अरुण ने थूक निगला और उसकी आँखो मे ही देखते हुए कहा. "ऐसा नही है मुझे तुम्हारे साथ टाइम स्पेंड करना अच्छा नही लग रहा बट आइ नीड सम अलोन टाइम अट नाइट.
मुझे ये नाइटमेर्स आ रहे हैं..आंड आइ नीड टू सॉर्ट आउट सम्तिंग्ज़ ऑन माइ ओन...आइ लव यू..आंड आइ नो कि तुम्हे ज़रूरत है किसी के साथ की लेकिन अभी मैं उस कंडीशन मे नही हूँ...तो मैने आरू से पूछा है..उसे कोई दिक्कत नही है तुम्हारे साथ सोने से. आइ होप यू अंडरस्टॅंड."
सोनिया के चेहरे का रंग फीका पड़ गया लेकिन वो बस हां मे सिर हिलाती रही. फिर एक स्माइल फोर्स्फुली अपने चेहरे पर ले आई.
"क्या भाई, इतनी सी बात के लिए इतना लंबा चौड़ा डिस्क्रिप्षन. आप सीधे कह देते ना कि मेरे साथ सोने मे अभी अनकंफर्टबल हो आंड यू नीड टाइम. आप टेन्षन मत लो, मुझे बुरा नही लगेगा. ओके, बाइ, स्वीट ड्रीम्स और वो डरावने बाले नही. ओके." उसने जल्दी से अरुण के गाल चूमे और तुरंत ही कमरे से निकल गयी.
अरुण पीछे बैठा उसे देखता रहा. फिर कुछ देर बाद कपड़े बदलकर सोने लगा.
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सोनिया उसके रूम से निकलकर दौड़ते हुए गयी और आरोही की गोद मे सिर रख के सिसकी लेने लगी. आरोही ने कुछ नही कहा बस उसका सिर सहलाती रही. दोनो को पता था कि क्या हुआ. कुछ देर बाद जब उसकी सिसकियाँ कम हो गयी तो आरोही ने उसके सिर को चूमा और उसके साथ ही सो गयी.
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अरुण सोने की कोशिश करते हुए सोचने लगा कि क्या उसने सही किया. कम से कम वो अपनी फीलिंग्स से ऑनेस्ट तो था. उसके मन मे सोनिया के साथ होते वक़्त ना जाने कैसे गंदे गंदे ख़याल आ रहे थे. इसीलिए उसे लगा कि कहीं कुछ ग़लत ना हो जाए उससे नींद मे. वो किसी को भी खास कर अपनी बहनों को उसकी वजह से तक़लीफ़ मे नही देखना चाहता था. और आख़िर हैं क्या ये तस्वीरें. क्या उसका दिमाग़ इतना गंदा हो गया है कि उसी की बहनों की ऐसी हरकते उसके मन मे आती हैं. माना कि ये चीज़े उसे उततेज़ीत करती हैं लेकिन फिर भी..
यही सब सोचते सोचते उसे नींद आने लगी और वो आँखें बंद करके नींद की गहराइयों मे चला गया.
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सूरज की किर्ने सुबह की हवा की चीरते हुए आरोही के कमरे मे दाखिल हुई. आरोही ने धीरे धीरे आँखें खोली तो उसकी आँखो के सामने गुलाबी होठ दिखे.
"सोनिया," उसने सोचा. सोनिया उससे कस्के चिपटी हुई थी, उसके होठ उसके होंठो से एक ही इंच की दूरी पर थे, दोनो के दूध एक दूसरे के बदन से चिपके हुए थे, दोनो की साँसें एक साथ उपर नीचे हो रही थी. सोनिया के होठ हल्के से खुले थे और उनकी गर्म साँसें आरोही के मूह से टकरा रही थी. उसने एक बार गहरी साँस ली तो अंदर एक भीनी मीठी खुसबू समेटने लगी. उधर उसके हिलने से सोनिया के सरीर मे भी हलचल हुई और वो उससे और चिपकते हुए अपने होठ आगे लाने लगी. आरोही ने भी मना नही किया और दोनो के होठ एक दूसरे के नज़दीक आते चले गये और कुछ ही पॅलो मे वो दूरी ख़तम हुई तो एक पल के लिए सब रुक गया. दो सेकेंड तक तो दोनो के होठ एक दूसरे के होंठो मे फसे रहे लेकिन तुरंत ही दोनो एक दूसरे को कस के चूमने लगे. सोनिया का हाथ आरोही के सिर के पीछे चला गया और वो कस के उसके सिर को खुद पर दबाने लगी. आरोही ने भी उसके गाल पर हाथ रख लिया और कस्के उसकी जीभ को चूसने लगी.
थोड़ी देर बाद जब दोनो साँस लेने के लिए अलग हुए तो दोनो के चेहरे पर हल्की स्माइल थी. "गुड मॉर्निंग," आरोही उसे छेड़ते हुए बोली. तो सोनिया ने नज़रे नीची कर दी, फिर दोबारा उसकी ओर देखने लगी. उसे आरोही की आँखे अरुण की याद दिलाने लगी. आरोही भी एक टक उसे देखे जा रही थी. अचानक आरोही ने दोबारा अपने होठ आगे बढ़ाए और उसके होंठो पर दबाती चली गयी. सोनिया के हाथ इस बार घूमते हुए उसके दूध पर पहुच गये और हल्के से दबा दिया. आरोही की आह निकल गयी. उसने होंठो को छोड़ कर उसकी गर्दन को चूम लिया. लेकिन फिर रुक गयी.
सोनिया उसे चौंक कर देखने लगी.
"आर यू ओके?" आरोही ने उसके गाल को सहलाते हुए पूछा.
सोनिया ने हां मे सिर हिला दिया और उसके सीने मे अपना सिर रख दिया. "आइ जस्ट मिस हिम." उसने कहा.
"मी टू," आरोही बोली और उसका सिर सहलाने लगी.
"दी," कुछ देर बाद सोनिया बोली.
"हां?"
"मुझे फिरसे किस करो ना,"
तो आरोही ने उसके सिर के पीछे हाथ रखा और उसके होंठो से अपने होठ जोड़ दिए.
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