RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
घर पहुचते ही आरोही ने गर्ल्स मीटिंग बुला ली और उन सबको एश के बारे मे पूरी बात बता दी. वो लोग सोच रही थी कि अरुण को उसके बारे मे याददाश्त वापस आने के बाद ही बताएँगे. लेकिन अब तो चीज़े कॉंप्लिकेट हो रही थी.
अरुण अपने रूम से चेंज करके आया तो उन सबको आवाज़ देकर बॅकयार्ड मे जाने लगा.
"एश आ रही है," उसने कहा.
"ओके," सुप्रिया अपनी आवाज़ को नॉर्मल रख के बोली.
सोनिया ने अपना सिर धड़ से टेबल पर रख दिया. "अब हमें कभी भाई वापस नही मिलने वाले."
स्नेहा ने उसके कंधे पर हाथ रख दिया. "किसने सोचा था.." स्नेहा वही अपनी रहस्यमई अंदाज़ मे बोली.
"क्या सोचा?" सुप्रिया उसकी तरफ देखते हुए जवाब के इंतेज़ार मे बोली.
स्नेहा मुस्कुरा कर सोनिया की ओर देखने लगी. "एक साल पहेले किसी को अंदाज़ा भी नही था कि सोनिया अरुण के अटेन्षन के लिए इतना परेशान होगी. पुरानी सोनिया तो पैसे देकर उससे पीछा छुटाना चाहती थी."
सोनिया दुखी स्माइल के साथ उनकी ओर देखने लगी. "शायद मुझे उस पुरानी सोनिया को ही वापस लाना होगा और अरुण की खैर खबर लेनी पड़ेगी."
सभी हंस पड़े. हँसी ख़तम होने के बाद सुप्रिया बोल पड़ी.
"सो अब हमें क्या करना है? एश का कोई भाई भी नही है जिसे हम उसके साथ सेट कर दे. और उससे ज़्यादा प्यूर लड़की मैने तो कभी नही देखी, मुझे तो डाउट है कि वो अभी तक वर्जिन ही है." सभी कुछ देर के लिए सोचने लगे.
"क्यू ना हम अरुण को सब कुछ बता दे. आज सुबह ही वो मुझे बता रहा था कि कल उसने एक डर्टी सपना देखा. मेबी सोनिया के बारे क्यूकी वो पास मे सो रही थी," वो सोनिया के बाल से खेलते हुए बोली.
सोनिया आशा भरी नज़रो से उसकी ओर देखने लगी. "सच्ची?"
आरोही उससे चिपक गयी. "मेबी. तो शायद अब वो तय्यार हो सब कुछ सुनने के लिए," उसने कहा लेकिन उसे खुद इस बात पर यकीन नही था. उसका कहने का ढंग ही ये बता रहा था.
"लेकिन सुबह तो वो बड़ा परेशान लग रहा था इस सपने की वजह से," स्नेहा बोली.
आरोही ने हां मे सिर हिला दिया. "च.."
"नही, हम लोग ऐसे नही बता सकते. अगर भाई सिर्फ़ सपने के कारण इतना अपसेट हैं तो सोचो जब पता चलेगा कि वो हम सबके साथ सेक्स करते हैं तो क्या होगा?" सोनिया बोली.
"वैसे एश के साथ भी पिछले साल काफ़ी कुछ हुआ है, तो मुझे नही लगता वो अभी किसी सीरीयस रिलेशन्षिप के लिए तय्यार है." आरोही अपनी बात रखते हुए बोली.
इससे बाकी तीनो को थोड़ी तसल्ली हुई.
"वी कॅन ऑल्वेज़ टॉर्चर हिम, थौघ," स्नेहा आँख मारते हुए बोली. "आज वैसे भी थोड़ी ज़्यादा गर्मी है तो क्यू ना हम लोग बाहर बिकिनी मे चले और लोशन लगाते हैं एक दूसरे के."
सुप्रिया हँसने लगी और सिर हिलाने लगी. "अन्बिलीवबल."
लगभग एक घंटे बाद डोरबेल बजी तो सोनिया ने मुस्कुराते हुए गेट खोला. "हाई, हाउ आर यू?"
"आइ'म ओके," एश ने उसे गले लगाने के बाद सुप्रिया को भी गले लगाया.
"हे एश," सुप्रिया मुस्कुराते हुए बोली. "अरुण बॅकयार्ड मे है, शायद तुम्हारे लिए कसरत कर रहा होगा,"
एश हंस दी.
अरुण की फर्स्ट डेट की पिक्चर सुप्रिया के दिमाग़ मे चलने लगी. सुप्रिया ही दोनो को थियेटर छोड़ के आई थी.
स्नेहा तब तक अपने रूम से बाहर निकली तो सुप्रिया का हाथ खुद ही उसके मूह पर चला गया. स्नेहा ने ब्लू बिकिनी पहनी थी जो बड़ी मुस्किल से उसको दूधो को छुपा पा रही थी. और सुप्रिया मन ही मन उसे थॅंक्स कहने लगी कि उसने कम से कम नीचे शॉर्ट्स तो पहने थे.
एश भी उसे देखकर चौक गयी और उससे गले मिलने लगी.
"वाउ, दी, आप पक्का बहुत बदल गयी हो!"
स्नेहा मुस्कुरा दी. "टाइम बेबी, टाइम. मेरा पास इसी से मिलता जुलता दूसरा सेट भी है, ट्राइ करोगी?"
एश उसके बिकिनी टॉप को देखने लगी. "नही, मेरी हिम्मत नही है, थॅंक यू थौघ."
स्नेहा हंसते हुए बॅकयार्ड मे जाने लगी.
"अरुण, एश आई है!" स्नेहा चिल्ला के बोली.
अरुण पीछे पलटा तो गिरते गिरते बचा. उसकी आँखें बाहर आने लगी स्नेहा को इस रूप मे देख कर.
स्नेहा ने ये देखा तो हल्के से हंस दी. अरुण बिना शर्ट के था तो जल्दी से शर्ट को पहेन कर एश की तरफ चलने लगा.
"हे," वो उससे गले मिलते हुए बोला.
एश जैसे उसकी बाहों मे पिघलती चली गयी. और अरुण मे माइंड मे यादें वापस आने लगी. जब उन दोनो ने डेटिंग स्टार्ट की थी तब उसे पता था कि ये प्यार नही है लेकिन ऐसा भी नही था कि अरुण उसकी केयर नही करता था. काफ़ी खामोशी के बाद जब उसकी बहनों के बैठने की आवाज़ आई तो दोनो अलग हुए और पूल की तरफ चलने लगे.
अरुण तो बस अपनी चारो बहनो को देखना ही रह गया. सोनिया ने ट्यूब उठाकर आरोही को दिया तो वो स्नेहा के पास गयी और क्रीम को उसके पैरो पर लगाते हुए उपर की ओर बढ़ने लगी.
अरुण ने अपना ध्यान मुस्किल से एश की ओर किया और दोनो जाके चेर्स पर बैठ गये. अरुण अंदर ही अंदर खुद को कोसने लगा वहाँ बैठने के लिए जहाँ से वो चारो को सॉफ सॉफ देख पा रहा था. तभी उसके मन मे एक तस्वीर आई जिसमे वो खिड़की से उन सभी को ऐसे ही देख रहा था. लेकिन आरोही की हरकत ने उसे वहाँ से वापस लाकर उसका ध्यान अपनी ओर खिच लिया. आरोही की उंगलियों स्नेहा की अंदरूनी जाँघो को मसल रही थी.
सुप्रिया ने ट्यूब लेकर सोनिया की बॉडी पर लोशन लगाना शुरू कर दिया.
"तो क्या चल रहा है आजकल लाइफ मे?" एश ने पूछा, उसे पीछे की हरकते नही दिख रही थी क्यूकी वो उधर की ओर पीठ करके बैठी थी.
"कुछ ख़ास नही," अरुण ने कहा और पीछे देखा तो आरोही की उंगलियाँ स्नेहा की पैंटी के बिल्कुल नज़दीक ही थी.
"वैसे कर क्या रहे हो कॉलेज मे?"
"ओह, बिज़्नेस स्टडीस. उसके बाद का अभी कुछ पता नही."
आरोही की उंगलियाँ स्नेहा के गुप्तांगो के बिल्कुल नज़दीक पहुचि और अरुण ने चैन की साँस तब ली जब वो दोबारा वापस हट गयी.
लेकिन उसका चैन कुछ ही पल का था क्यूकी तुरंत ही आरोही ने थोड़ा और लोशन हाथ मे लिया और सीधे उसके चुतड़ों पर लगाना शुरू कर दिया.
|