RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
आरोही ने आगे बढ़कर उसे गले लगा लिया. "आइ'म ग्लॅड यू'आर ओकया," उसने उसके गाल को चूमते हुए कहा फिर सोनिया ने भी उसके गाल को किस किया और आरोही के पीछे पीछे जाने लगे.
"तुम कहाँ जा रही हो?" उसने पूछा.
सोनिया बड़ी आँखो से उसे देखने लगी.
"मुझे लगा तुमने कहा था कि हम लोग साथ सोते हैं?"
सोनिया मुस्कुराते हुए आगे आ गयी. "आर यू श्योर?"
अरुण ने हां मे सिर हिला दिया. "तुम लोगो की बातों से तो यही लगता है कि वी आर मच क्लोज़र नाउ. आंड आइ'म प्रेटी श्योर कि ये नई वाली सोनिया पक्का रात मे मेरी जान लेने की कोशिश नही करेगी."
"मेबी." सोनिया आँख मार कर बोली.
"और उपर से मुझे किसी को बार बार नीचे भी तो भेजना पड़ेगा मेरी सेवा के लिए." अरुण ने आँख मार कर कहा.
सोनिया ने हल्के से उसके हाथ पर मारा तो वो फिर कराह उठा तो सोनिया हंसते हुए बाहर जाने लगी. "मैं चेंज करके आती हूँ."
"ओके." अरुण पास मे पड़ी नॉवेल उठाते हुए बोला.
सोनिया कुछ ही देर मे वापस आ गयी. अरुण ये दिखाने की पूरी कोशिश करने लगा कि वो नॉवेल मे ध्यान लगाए हुए है लेकिन कनखियों से उसको अपने बाल संवारते हुए देखता रहा. वो पैंटी और एक पुरानी टीशर्ट मे थी जिसमे से उसकी गोरी काया चमक रही थी.
"मुझे टाइम मिलते ही मूठ मारनी पड़ेगी," उसने दूसरी बार ये बात मन मे सोची.
सोनिया और आगे झुक गयी तो उसकी कमर भी अरुण को दिखने लगी. काफ़ी देर तक उसे ऐसे ही अपनी गोरी काया दिखाने के बाद वो वापस मूडी तो अरुण ने झट से आँखें नॉवेल मे कर दी.
सोनिया मुस्कुराते हुए बेड के पास आई और उसके पास ध्यान से लेट गयी.
"सो....हाउ डू वी डू...दिस?" अरुण ने पूछा.
सोनिया अपनी हँसी रोकने लगी. "नॉर्मली हम लोग स्पूनिंग करते हैं. लेकिन आपको फिकर करने की ज़रूरत नही है. यू जस्ट रिलॅक्स."
अरुण ने हां कहकर नॉवेल की तरफ आँखें कर ली. सोनिया ने एक हाथ उसकी सीने पर रखा धीरे से और सट कर उससे लेट गयी. कुछ ही मिनट बाद अरुण ने नॉवेल को साइड टेबल पर रख कर लाइट ऑफ करदी और आँखें बंद कर ली.
"भाई?" सोनिया की आवाज़ आई.
"हूँ,"उसने जल्दी से कहा. उसके बाद काफ़ी सेकेंड्स तक सिर्फ़ नीचे से पानी चलने की हल्की हल्की आवाज़ आती रही.
"आइ....आइ लव यू."
"आइ लव यू टू," उसने कहा और खुद ही हैरान हो गया कि ये शब्द उसके होठों से बड़ी आसानी से निकल गये और इनको बोलकर दिल को कितना सुकून मिला.
उसके बाद उसने सोनिया की गहरी होती सासो को सुना और फिर वो भी साथ मे सो गया.
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आरोही भी थक गयी थी तो जल्दी सोने चली गयी. सुप्रिया भी सोने जाना चाहती थी लेकिन उससे पहले तो बर्तन धोने का काम ख़तम करने पर उतारू थी. स्नेहा शवर लेकर बाहर आई तो उसकी टीशर्ट उसके शरीर पर जगह जगह चिपकी हुई थी.
"ओह्ह, अब मुझे भी पता चल गया कि अरुण तुझ पर बाथरूम मे क्यू कुद्ता रहता है." सुप्रिया कुछ देर उसे देखने के बाद बोली.
स्नेहा मुस्कुराते हुए उसके पास आकर हेल्प करने लगी.
"दी, आपको वो दिन याद है, वो जिस दिन मैं, आप और अरुण वॉशरूम मे..?" स्नेहा ने पूछा तो सुप्रिया हँसने लगी.
"कैसे भूल सकती हूँ, स्वीटी? यू वर सो...हॉर्नी." सुप्रिया मुस्कुरा कर बोली.
स्नेहा हंस पड़ी. "येप," फिर कुछ देर बाद बोल पड़ी. "मुझे कभी कभी समझ नही आता कि मैं ऐसी कैसे हो गयी?"
सुप्रिया उसकी तरफ देखने लगी और प्यार से उसके बाल चेहरे से हटाकर पीछे कर दिए. "हम सभी कभी कभी ऐसे ही हो जाते हैं, स्वीटी."
कुछ देर फिर दोनो बिना बात किए साथ मे खड़ी रही.
"तो आप पहले भी लड़कियों के साथ...?" स्नेहा ने अचानक से पूछा तो सुप्रिया अपना सिर हिलाने लगी.
"तुम और तुम्हारे ये सवाल?" सुप्रिया बात को बदलते हुए बोली.
"कम ऑन दी, प्लीज़..." स्नेहा बच्चे की तरह ज़िद करके बोली.
ये देखकर की स्नेहा अब नही मानेगी तो सुप्रिया सिर हिलाने लगी. "नही, सिर्फ़ आरोही और उससे पहले श्रुति और फिर तू."
"ओह.." स्नेहा बोली. "सो वाज़ आइ...गुड?"
सुप्रिया फिर हँसने लगी. "ऑफ कोर्स स्वीटी."
"तो क्या आप मुझे बता सकती हो कि मैं किन जगहो पर अच्छी थी और किन जगहो पर मुझे और काम की ज़रूरत है?"
सुप्रिया उसे असमंजस से देखने लगी. "स्वीटी, बताया ना इट वाज़ ऑल गुड."
स्नेहा सिर हिलाने लगी. "ये तो वो आप ऐज आ बड़ी बहेन बता रही हो. मुझे एक लड़की का जवाब चाहिए. मैं जब वो पुसी को चाट रही थी तो मुझे लगा कि मैं ढंग से नही कर रही थी?"
सुप्रिया अपने मूह पर हाथ रख के बड़ी तेज़ी से हँसने लगी और काउंटर का सहारा लेने लगी.
स्नेहा हल्के गुस्से से उसे देखती रही. "दी, आइ'म सीरीयस."
सुप्रिया हँसी रोक कर बोली. "मैं बस तेरे मूह से पुसी लिकिंग सुन कर...मुझसे रहा नही गया. इट वाज़ टू फन्नी..हाहः.."
स्नेहा भी हल्के से हंस दी. "हां तो जो किया वही बताया ना. एनीवे, तो क्या मैं जल्दी कर रही थी? सही कर रही थी? और जब..." उसने सवालो की लड़ी लगाना शुरू की.
"स्वीटी," सुप्रिया ने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए खा. "मुझे अभी भी याद है कि उस दिन मैने जाने कितनी बार 'ओह माइ गॉड' कहा था. इन फॅक्ट जब तुम" सुप्रिया उसके बिल्कुल करीब आ गयी,"मेरी पुसी चाट कर रही थी जब अरुण मुझे चोद रहा था, तो मैने अपनी लाइफ के बेस्ट ऑर्गॅज़म्स मे से एक एक्सपीरियेन्स किया."
स्नेहा मुस्कुरा दी और हल्के से उसके होठों को चाट लिया. सुप्रिया ने भी उसका साथ देकर उसके होठों को चूम लिया.
"गुड नाइट, दी."
"गुड नाइट, स्वीटी."
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