RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
अरुण हँसने लगा ये देखकर. आरोही की रोहित से काफ़ी बनती थी. और ये भी सही था कि आरोही उसकी खटिया खड़ी कर सकती थी. और पहले भी काफ़ी बार आरोही ने उसे धूल चटाई थी. रोहित क्यूकी लड़की पर हाथ उठाएगा नही तो आरोही को ये एक फ़ायदा होता था. एक बार पार्टी मे जब नशे मे उसने ज़्यादा ही उल्टी हरकत करी थी जैसे कि उसके चूतड़ को पकड़ लिया था तब आरोही ने दो ही घुसो मे उसे नीचे गिरा दिया था.
और एक बार आरोही, निशा, अरुण और रोहित उसके फ्रेंड की पार्टी मे गये थे तो रोहित का दोस्त आरोही के साथ बात कर रहा था. क्यूकी रोहित ने ज़्यादा पी ली तो दौड़ता हुआ आया और अपने दोस्त के थप्पड़ मार कर कहने लगा कि मेरी बहेन से तमीज़ से बात कर. आरोही को लगा कि रोहित ज़्यादा नशे मे है तो एक पटखनी लगा कर नीचे गिरा दिया फिर सबके साथ घर ले आई. जिसके लिए अगले दिन रोहित और आरोही काफ़ी देर लड़ते रहे.
अरुण और रोहित कोल्ड्ड्रिंक ले ही रहे थे कि तब तक उनकी बहेन की फ्रेंड्स भी आ गयी. नैना भी अपना टॉप उतार कर अपने बड़े बूब्स ब्रा मे दिखाने लगी.
"तुम्हारे भाई को दोबारा कपड़ो मे देखकर अच्छा लग रहा है." वो सोनिया के पास बैठते हुए बोली. सोनिया उस रात को याद करके हंस पड़ी.
"ओके, कोई मुझे बताएगा कि क्या हुआ..जल्दी." निशा दोनो से पूछने लगी.
अरुण और रोहित दोबारा अपना गेम खेलने लगे.
"हम लोगो ने अभी कुछ दिन पहले ऑल गर्ल्स पार्टी रखी थी, तो रात मे कोई अरुण के रूम मे घुस गया था."
"कोई?" नैना ने अपनी ड्रिंक का सीप लेते हुए पूछा.
"ऑलराइट, रिया," सोनिया ने झूठ बोल दिया. और जो स्टोरी बाकी सब को बतानी थी वो याद करने लगी. "वो हमेशा से अरुण को पसंद करती आई है. एनीवे, तो वो रात मे अरुण के रूम मे घुस गयी और उसके साथ कुछ करा होगा, जिसकी वजह से काफ़ी आवाज़ें आई और बाकी सब जाग गये. जब सभी लोग हॉल मे देख रहे थे कि आवाज़ कहाँ से आ रही है तो अरुण सीधा अपने रूम से भागता हुआ आया और सभी से टकरा गया."
निशा रोहित की तरह ही हँसे जा रही थी.
"और बेस्ट पार्ट, ही'स नेकेड. मतलब पूरे तरीके से नंगा, आंड अवेक, इफ़ यू फॉलो माइ मीनिंग," नैना ने उसे आँख मारते हुए कहा.
"तो जब वो नीचे आया, तो कहीं और जाने का रास्ता था नही. तो सीधे बॅकयार्ड मे आकर पूल मे कूद पड़ा और कुछ देर बाद भीगा हुए ही नंगा पूल से निकल आया."
"यॅ...नोट सो गुड डेज़." आवाज़ ने कहा
"और..उसकी नींद पर कोई फ़र्क़ नही पड़ा. व्हाट आ साइट, आइ कॅन टेल यू." नैना ड्रीमी आइज़ से बोली.
"हां. और फिर उसके बाद वो चुपचाप रूम मे चला गया." सोनिया ने अरुण को हंसते हुए देखकर कहा.
जा और नैना के चूतड़ पर कस के मार. आवाज़ ने अरुण हुकुम दिया
अरुण बेचारा माथा पीटने को हुआ लेकिन फिर बात मान कर बॉल लेकर उधर ही चलने लगा. नैना अपने पेट के बल लेटी हुई थी. अरुण ने उसकी चेयर के पास पहुच कर बॉल रोहित की तरफ फेकि और कस के उसके चूतड़ पर मार कर साइड मे भागने लगा.
हाथ लगते ही नैना एक दम से उछल पड़ी और उसके पीछे दौड़ने लगी.
"यू.." वो बस इतना बोलकर पीछे पकड़ने की कोशिश करने लगी.
बाकी सब ये देखकर हंस रहे थे. अरुण ने उसे ज़्यादा दौड़ना ठीक नही समझा और स्पीड कम कर दी. नैना जैसे ही उसके पास पहुचि, अरुण ने उसे पकड़ लिया और पानी के अंदर डाल दिया.
नैना हंसते हुए पानी से बाहर आई और अरुण को उंगली दिखाने लगी. "यू'आर गॉना पे फॉर दट, यू जस्ट वेट."
अरुण बस हंस दिया और वापस रोहित के साथ खेलने लगा. तभी दोबारा बॅकडोर खुला और रिया, रोहन, आरोही और श्रुति, सुप्रिया के पीछे पीछे आते दिखे. रोहन ने अरुण को हाथ हिलाकर हाई कहा और उसके पास आने लगा.
उधर आरोही अपने शॉर्ट्स और टीशर्ट को उतारने लगी.
"हाई, आरू. नाइस आस, बेब." रोहित ने आरोही को देखकर कहा.
आरोही ने उसे बिना देखे उसकी तरफ मिड्ल फिंगर कर दी. "ऐसे ही बोलते रहो, रोहित और दोबारा मार खाओगे रात होने से पहले ही."
"जब तक तुम्हारे सेक्सी हाथ होंगे, तब तक कुछ भी मंजूर है." रोहित बोला.
रोहन को थोड़ा अजीब लगा लेकिन वो भी अरुण के साथ हंस दिया और साइड मे शेड के नीचे जाकर बैठ गया.
"रोहन, रोहित. रोहित, रोहन. रिया का बड़ा भाई, आंड आरू की न्यू डेट."
"ओह शिट. आइ'म सॉरी, बडी. सीरियस्ली, आइ वाज़ जस्ट किडिंग. आइ लव आरोही जस्ट लाइक आ सिस्टर. हम बस एक दूसरे से मज़ाक मे ऐसी बातें करते हैं." रोहित ने तुरंत ही कहा.
"वेल, शी डज़ हॅव आ नाइस आस. हम लोग भी क्या कर सकते हैं?" रोहन ने सारी टेन्षन को ख़तम करते हुए कहा.
फिर वो लोग ऐसे ही अपने स्कूल और कॉलेज की बातें करते रहे. ऐसे ही धीरे धीरे शाम होने लगी. अरुण शाम तक जब भी मौका मिलता अपनी बहनों की तरफ ज़रूर देखता और ये बात रोहन भी नोटीस कर लेता लेकिन कहता कुछ नही. तभी आरोही उसके पास आई और कान मे बोली,"थोड़ा ढंग से ताडो, किसी को पता तो चले."
अरुण तो उनलोगो के साथ लड़कियों की साइड चलते हुए बातें करने लगा और बेजीझक उन्हे निहारने लगा. लेकिन उसे एक बात खटक रही थी, काफ़ी देर हो गयी आवाज़ नही बोली थी कुछ.
"मैं अभी नैना के दूधों मे खोया हुआ हूँ. नही, मतलब, सीरियस्ली, लुक अट दोज़ मॅसिव थिंग्स. मैं सोच रहा हूँ तुझसे कहूँ उन्हे एक बार तौलने के लिए." आवाज़ ने अरुण से कहा
उन तीनो की बातचीत मे कुछ कुछ देर एक दो कॉमेंट्स लड़कियों के बारे मे आ ही जाते. तीनो काफ़ी कंफर्टबल फील कर रहे थे अपनी अपनी बहेन के लिए कॉमेंट्स करते हुए, लेकिन थोड़ा ध्यान भी रख रहे थे.
"अरुण ने कल रात के बारे मे बताया?" रोहन ने रोहित से पूछा.
रोहित ने एक दम से अरुण की ओर देखा. "क्या? इसने किसी बुढ़िया के साथ सेक्स किया? अकेले? साले मुझे तो बुला लेता."
रोहन हँसने लगा और सिर हिलाते हुए पिछली रात का किस्सा बताने लगा.
"शिट यार, मैने भी बहुत दिनो से किसी को नही मारा." रोहित बोला.
अरुण अपना ध्यान अपनी बहनो की तरफ ही दे रहा था. तभी आरोही उठी और जानबूझकर उन लोगो के पास से गुज़री और अपनी गान्ड मटकाती हुई उन लोगो से दूर जाने लगी. तीनो की नज़रें उसकी गान्ड पर टिक गयी.
अरुण को लगा कि रोहन ने उसे अपनी बहेन की तरफ देखते हुए देख लिया है, लेकिन स्योर नही था, तो और देर देखता रहा. उसे अपने बारे मे अजीब फील होने लगा, कि किसी लड़के से खुद को पकड़वाना है वो भी अपनी ही बहेन को ताड़ते हुए.
आरोही पूल के किनारे खड़ी होकर स्ट्रेचिंग करने लगी.
"डॅम," अरुण बोला.
आरोही को देखकर बाकी लड़कियाँ भी पूल मे जाने की तय्यारी करने लगी. उधर अरुण के इस कॉमेंट पर तीनो मे खामोशी छा गयी और अरुण चाहने लगा कि रोहन या तो कुछ बोले या सीधा पूल मे कूद जाए. खैर फिर वो लोग दूसरी बातें करने लगे, और पूल से लड़कियों के खेलने की आवाज़ें आती रही. अरुण सोचसोचकर परेशान हो रहा था कि वो आख़िर ये बात शुरू कैसे करे रोहन के साथ.
तभी स्नेहा पूल से निकली और उसे इशारा किया. तो वो पास चला गया तो स्नेहा ने उससे स्नॅक्स लाने के लिए कहा और आँख मार दी. अरुण समझ गया कि स्नेहा के दिमाग़ मे कुछ चल रहा है. वो अंदर गया और स्नॅक्स और टॉपिंग्स ले आया. जो सुप्रिया ने अभी कुछ देर पहले ही तय्यार करे थे.
स्नेहा ने उससे रोल माँगा और सॉस ले ली. फिर प्लेट पर ज़रूरत से ज़्यादा सॉस लेकर रोल पे डाल ली और खाने लगी. और पहले की तरह पढ़ाकू स्नेहा बन के खाने लगी, जिसे इन चीज़ो के बारे मे जानकारी नही थी. अरुण ध्यान से उसे देखता रहा, और उसकी सास ही अटक गयी जब आज फिर से सॉस उसके होठों से बहता हुआ क्लीवेज पर गिर पड़ा. स्नेहा ने भी रोल ख़तम कर के अपनी उंगली से सॉस दूधो से उठा के मूह मे रख लिया. अरुण ने कनखियों से देखा तो रोहित और रोहन दोनो बस उधर ही देखे जा रहे थे. पड़ोस मे सोनिया बस अपनी हँसी रोके जा रही थी.
"ओह, गॉड.." अरुण बोला.
"व्हाट?" स्नेहा ने मासूम बनते हुए उसकी तरफ देखा.
सोनिया ने हंसते हुए टवल दी और उसके क्लीवेज की तरफ इशारा कर दिया. "ओह," स्नेहा ने बोला और अपना क्लीवेज सॉफ करने लगी.
"ओये अपनी बहेन को ताड़ना बंद कर और इधर आ." रोहित बोला.
"हां जैसे तू तो देख ही नही रहा था." अरुण उसके पास जाते हुए बोला.
"मैं देख रहा था, लेकिन वो मेरी बहेन नही है, मिया जी. मेरी खराब किस्मत." रोहित बोला, तो सभी हँसने लगे.
स्नॅक्स लेने के बाद अरुण पूल की साइड मे गया और अपनी टीशर्ट उतार कर स्ट्रेचिंग करते हुए सबको मसल्स दिखाने लगा. सभी लड़कियाँ पूल के अंदर से उसकी बॉडी को ताड़ने मे लगी थी. कुछ कनखियों से देख रही थी, लेकिन सोनिया, आरोही और नैना बिल्कुल भी अपनी आँखें उसकी बॉडी से नही हटा रही थी.
"हां, हो गयी मोडीलिंग, देख लिया सबने अब आप पूल मे कूदेन्गे," रोहित की तेज आवाज़ आई तो अरुण ने सबकी तरफ देखा तो तुरंत ही सभी की नज़रें अपनी प्लेट्स मे चली गयी. अरुण भी ज़्यादा देर ना करता हुआ पूल मे कूद पड़ा.
रोहित और रोहन भी जल्दी से पूल मे आ गये, पीछे से निशा, रिया, स्नेहा और आरोही भी. लड़कियाँ उनसे कुछ फीट दूर थी तो रोहित वहाँ तैरता हुआ गया और स्नेहा को उठाकर गहरे ताल की ओर फेक दिया. आरोही और निशा दोनो उसकी ओर बढ़े और आरोही ने आसानी से उसे पानी के अंदर खिच लिया.
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