RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
अरुण कुछ देर उसकी सारी बातों को अपने अंदर समझता रहा. उसे ये सब बातें एग्ज़ाइट तो कर रही थी. लेकिन वो कभी भी लिमिट से बाहर नही जा सकता था, और उसका दिल ये भी कह रहा था कि वो कह तो रही है लेकिन उसका हक़ नही है कि उसे ये सब करने को कहे.
"ये क्या बक्चोदि है बेहेन्चोद. उसे कोई दिक्कत नही तो तुझे क्या दिक्कत है."
अरुण के चेहरे पर कन्फ्यूषन के भाव देखकर आरोही हंस पड़ी. "तुम्हारे चेहरे पर ये जो शिकन है ना, इसे देखकर मुझे पूरा भरोसा है कि मैं तुम्हारे साथ सेफ हूँ. यही वजह है कि हम सब तुम्हारे साथ सेफ फील करते हैं. हम सबको पता है कि तुम हम पर कोई आँच आने ही नही दोगे."
अरुण हल्के से मुस्कुरा दिया. "मुझे नही लगता कि मैं कभी ये सब चीज़े तुमसे करवा पाउन्गा."
"चूत." आवाज़ ने कहा
"कोई नही, हम लोग उस चीज़ पर काम करेंगे आगे." आरोही आँख मार के बोली.
तब तक वो लोग घर मे पहुच चुके थे. गॅरेज मे कार खड़ी करके अरुण बाहर निकला तो आरोही उसके पास आगे उससे चिपक गयी और उसकी गर्दन पर अपनी नाक रगड़ने लगी.
"युवर स्मेल सो गुड," वो बोली.
उसकी चूत लंड पर रगड़ते ही अरुण का लंड अपने जोश मे आने लगा. अरुण ने भी उसके टॉप के उपर से ही उसके दूध के उपर हाथ रख दिया और हल्के से दबाने लगा.
आरोही की एक आह ही निकली थी कि बाहर की लाइट ओं हो गयी. दोनो जल्दी से एक दूसरे से अलग हुए और अंदर जाने लगे.
अंदर पहुच कर अरुण दरवाजा बंद करके पीछे मुड़ा तो तीनो देवियाँ उदासी से उसे देख रही थी. वो हंसते हुए आगे बढ़ा.
"क्या मुझे देख कर खुशी नही हुई?" अरुण ने पूछा.
सुप्रिया गुस्से से उसे देखने लगी. "परेशान करना बंद करो और जल्दी से बताओ क्या हुआ?"
आरोही हंसते हुए सुप्रिया और स्नेहा के बीच बैठ गयी जाके. अरुण आगे बढ़ा और सोनिया को स्नेहा के पास से उठा दिया और खुद बैठ कर उसे गोद मे बिठा लिया.
सोनिया अभी कुछ ही देर पहले नहाई थी तो उसके बाल भीगे हुए थे और उसकी शर्ट को भिगोने लगे.
"चोद डाल, नहाई हुई लड़की को चोदने का मज़ा ही अलग है." अरुण के दिमाग़ मे आवाज़ ने उसे उकसाते हुए कहा
उसने साइड मे देखा तो स्नेहा और सुप्रिया दोनो उसे देखे जा रही थी, तो उसने जवाब देने के लिए एक बार खांसा.
"ओके, वी हॅव सम इंट्रेस्टिंग न्यूज़," अरुण ने अनाउन्स किया.
"आज ही सब हो गया?" स्नेहा एग्ज़ाइट होके बोली.
अरुण हंस पड़ा और बोला.
"नही दी. ऐसा कुछ नही हुआ, बस जो कुछ हुआ सब ठीक हुआ. ऐसे ही चलता रहा तो आगे सब ठीक होगा." वो आरोही की ओर देखते हुए बोला.
वो भी मुस्कुरा दी.
फिर अरुण ने अपनी बात जारी रखी,"बाइ दा वे हमारी डियर आरोही वाज़ अमेज़िंग टुनाइट. फन्नी, हॉट और रोहन तो बस फिदा ही हो गया. और मैं, मैं बस किसी तरीके से उसकी उस बेहन से बचता रहा..मोस्ट्ली."
"मोस्ट्ली?" सोनिया ने गुस्से से उसे देखते हुए पूछा.
अरुण ने कस कर उसे खुद से चिपका लिया और हंस कर उसका गाल चूम लिया. "ओके, उसके हाथ कुछ ज़्यादा ही चले. आइ'म..वेल, वी'आर लकी कि उसने बस इतना ही ट्राइ किया."
"हः!" आरोही तेज़ी से बोली. "तो तुम कह रहे हो कि तुम 54 किलो की लड़की खुद से दूर नही कर सकते?"
अरुण ने गुस्से से उसे देखा फिर हँसने लगा. "ऑफ कोर्स आइ कॅन, लेकिन हम लोगो को अभी नाटक करना था, याद है, या भूल गयी भुल्लक्कड़."
चारो उसे खा जाने वाली नज़रो से देखने लगे.
"व्हाट?" उसने बचते हुए पूछा. "ये तुम लोगो का ही आइडिया था, याद है ना. मेरी इसमे कोई ग़लती नही है." अरुण बड़े धीरे धीरे ये बात एक एक शब्द पर ज़ोर देते हुए बोला.
"ओके ओके..रिलॅक्स. अब डेट के बारे मे बताओ. वहाँ क्या हुआ?" सुप्रिया हंसते हुए बोली.
"ओह, तो अच्छे से डिन्नर के बाद हम लोगो थियेटर गये और मूवी देखने की 'कोशिश' करी लेकिन कुछ टेक्निकल प्राब्लम हो गयी तो हम लोग बाहर निकले लेकिन थोड़ी प्राब्लम हो गयी."
सुप्रिया ने आरोही के शरीर मे एक अकड़न महसूस करी तो उसकी गंभीर शक्ल की ओर देखने लगी. अरुण सोचने लगा कि किस तरीके से उन्हे चिंता मे डाले बिना ये बात बतयाए.
"वहाँ वो लड़का था जिसे मैने सोनिया के साथ देखा था," अरुण ने कहा.
तीनो लड़कियाँ ने अपने मूह पर हाथ रख लिया.
"वो लड़का जिससे तुमने सोनिया को बचाया था," आरोही उसे ठीक करते हुए बोली.
अरुण ने उसकी बात मानी और अपना गला सॉफ करके बोलना जारी रखा,"वेल, वो एक कार्ड शॉप मे था अपने किसी फ्रेंड के साथ."
"आसहॉल्स," आरोही बोली.
"उन लोगो नो तुम सबको देख लिया क्या?" सोनिया मूड के अरुण की आँखों मे सीधे देखते हुए बोली.
अरुण ने धीरे से सिर हिला दिया.
"तुम दोबारा फाइट मे पड़ गये?" सोनिया ने बहुत ही केर के साथ उससे पूछा.
अरुण ने उसके गाल को सहला दिया.
"आइ'म ओके, सोनिया. आइ प्रॉमिस," उसने कहा.
"इसके एक पड़ गया लेकिन तब तक रोहन ने उसके साथी को ज़मीन की धूल चटवा दी. फिर अरुण ने भी एक के बाद एक मार के उसे नानी याद दिलवा दी. इट वाज़ सो कूल." आरोही सबका मूड ठीक करते हुए बोली.
"फाइट शुरू होने से पहले ही शॉपकीपर ने पोलीस को फोन कर दिया था. तो ज़्यादा गड़बड़ होने से पहले ही पोलीस आ गयी. उन्होने ये भी कहा कि अगर हम लोगो ने पहली बार मे ही रिपोर्ट फाइल कर दी होती तो इस बार ज़्यादा सज़ा होती. इस बार वो सिर्फ़ उसे रात भर के लिए जैल मे बंद कर पाएँगे."
कुछ देर शांति मे सभी उसकी बात को सुनते रहे.
"उसके बाद हम लोग घर आए. मूवी देखते वक़्त रिया ने तो बस मेरा रेप करने की सोचती थी, जैसे तैसे मूवी ख़तम करी. फिर उनके घर पहुच कर मुझे किस और आरोही को गाल पर किस मिला."
सोनिया थोड़ी रिलॅक्स हुई और उसकी आँख से एक आसू निकल कर गाल पर बहने लगा. अरुण ने उसे कस के खुद से सटा लिया ये जताने के लिए कि वो ठीक है.
"मैने कहा ना मैं ठीक हूँ." अरुण ने कहा
"ये बात नही है, ईडियट. मतलब पूरी बात नही है..मैं बस खुद को कोस्ती हूँ कि मेरी वजह से तुम्हारे साथ ये सब होता है."
अरुण ने कुछ नही कहा बस उसे पकड़े रहा. बाकी तीनो बहेनॉ भी उसके चारो तरफ आ गयी और कस के उन दोनो के गले लग गयी.
"मैं पहले भी बता चुका हूँ, और अब भी कह रहा हूँ. मैं तुम लोगो पर कभी आँच नही आने दे सकता चाहे उसके लिए मुझे कितनी भी मार खानी पड़े या मारना पड़े. और उपर से यू'आर दा ओन्ली सिस्टर्स आइ'हॅव गॉट."
तो उन लोगो ने अपनी पकड़ और मजबूत कर दी, फिर बाकी तीनो दोबारा अपनी जगह पर जाके बैठ गयी.
कुछ देर की चुप्पी को सुप्रिया ने तोड़ा. "तो अब ये बताओ..कि आख़िर किस तरीके से रोहन और रिया साथ मे सोएंगे?"
किसी के पास कोई जवाब नही था.
"मेरा आइडिया तो था कि पार्टी रखते हैं, हॉट टब मे फिर आँखो पर पट्टी बाँध देंगे." आरोही बोली.
"मैं क्या कहता हूँ, उससे सीधे ही क्यूँ नही पूछ लेते?" अरुण अपनी बात बोला.;
"नाइस आइडिया, चूतिए." आवाज़ ने गुस्सा होते हुए कहा
"व्हाट? क्या पूछेंगे अरे रोहन, क्या तुम अपनी बहेन के सेक्स करना चाहोगे? या तो वो समझेगा कि तुम बहुत ही गंदा मज़ाक कर रहे हो, या फिर तुम्हे मारने लगेगा."
"मैने पहले भी कहा था तू बस चुदाई कर सोचने का काम इन पर छोड़ दे."
"आइ'हॅव अन आइडिया," सुप्रिया एक दम से एग्ज़ाइट होकर बोली. "पार्टी तो ठीक है लेकिन ब्लिंडफोल्ड्स की जगह हम लोग गेम रखते हैं..एनितिंग कॅन हॅपन इन दा हॉट टब...गेम."
"एक सेकेंड," अरुण एक दम से कुछ सोच के बोला. "हम लोग अभी तक सोच रहे थे कि रोहन रिया की तरफ अट्रॅक्टेड है. क्या होगा अगर उसने कभी रिया को उस नज़र से देखा ही ना हो, और हम लोग कुछ करवा रहे हो और गड़बड़ हो जाए."
सभी उसे देखने लगे कि आख़िर इसने ये बात सोची कैसे.
"फिर से हम लोग वही पर पहुच गये जहाँ से चले थे." स्नेहा बोली.
"नही आइडिया है ना. अरुण ने अभी कुछ देर पहले जो आइडिया दिया उसका क्या?"
"जिसके लिए तुमने इसकी बेइज़्ज़ती करी थी?" स्नेहा ने एक दम से पूछा.
"यस," आरोही ने सीधे सीधे जवाब दिया. "अरुण पार्टी मे रोहन को बताता है कि उसके मन मे अपनी बहनों के लिए अजीब ख़याल आ रहे हैं. अब रोहन नया दोस्त है, तो ज़्यादा से ज़्यादा वो गुस्से मे रिया को लेकर चला जाएगा, और अगर ये बात उसे अफेंड नही करती है तो अरुण कहेगा कि क्या रोहन उसकी हेल्प कर सकता है. आंड वी कुड होप कि रोहन भी कन्फेस कर दे कि उसके मन मे भी ऐसे ख़याल आते हैं. ऐसे फिर अरुण और ज़्यादा छोटे छोटे सीक्रेट उसे बता सकता है जैसे कि अरुण बताए कि उसने हम लोगो को पूल के साइड मे बिकिनी मे देखते हुए मास्टरबेट किया था."
सभी लास्ट लाइन सुन हँसने लगे. लेकिन फिर स्नेहा बोली.."दट'स आ नाइस आइडिया. इस तरीके से हमे उन्हे बेवकूफ़ बनाने के लिए ज़्यादा मेहनत भी नही करनी पड़ेगी और अगर कुछ गड़बड़ होने वाली होगी तो हम लोग हेल्प के लिए हैं ही."
अरुण ने एक आह भर ली, वो इन लोगो की होप नही तोड़ना चाहता था ये बताकर कि नयी दोस्ती मे लड़के एक दम से ऐसे सीक्रेट नही जाहिर करते.
"तुझे लगता है ये लोग कल बिकिनी पहनेंगी?"
"सीरियस्ली?"
"माना कि फुलप्रूफ प्लान नही है, लेकिन अभी तो यही बेस्ट लग रहा है," सुप्रिया बोली. "तो फिर कल चले शॉपिंग पर. और हम लोग पार्टी मे सबसे सेक्सी वाली बिकिनी पहनेंगे तो अरुण को हम लोगो को देखने मे आसानी होगी."
"ओह रियली?" आरोही ने पूछा और फिर सभी एक साथ हंस पड़े. स्नेहा फिर उठी और सबको किस करके अरुण के पास आई उसके होठों को चूमकर वो अपने रूम मे चली गयी. आरोही ने अपना सिर आगे बढ़ाया तो सुप्रिया ने उसका सिर चूम लिया फिर आरोही ने भी उसके गाल पर किस किया और दोनो अरुण और सोनिया को किस करके अपने अपने रूम मे चले गये.
"चले?" अरुण ने सोनिया से पूछा.
सोनिया ने पलटकर पूरे जोश के साथ उसके होठों को खुद के होठों मे क़ैद कर लिया. फिर जल्दी से वहाँ से कूदकर सीढ़ियों पर पहुच गयी.
"5 मिनिट्स." उसने बोला.
अरुण सोफे पर बैठे बैठे उसकी मटकती गान्ड को देखता रहा.
"5 को 10 कर देना." उपर से आवाज़ आई.
10 मिनिट के लंबे इंतेज़ार के बाद अरुण जल्दी से उपर पहुचा और धीरे से रूम को खोला तो बस देखता ही रह गया.
सोनिया उसके बेड के किनारे खड़ी थी, उसके बाल साइड मे रिब्बन से बँधे थे, ब्लॅक कलर की नेग्लिजी, और चेहरे पर एक सेक्सी स्माइल.
"वाउ!"
"येआः..वाउ!"
"मुझसे बात मत कर चूतिए, वो देख रही है."
"ओह..माइ..गॉड" अरुण मूह खोल के बोला.
"हीही..कम हियर, लवर." सोनिया अपनी उंगली को हिलाते हुए बोली.
अरुण धीरे धीरे उसको नज़रो मे उतारते हुए आगे बढ़ा. आगे बढ़ने पर उसे पता चला कि सोनिया के हाथ मे एक कॅमरा भी था.
अपने होठों को सेक्सी तरीके से काट कर उसने कॅमरा को अरुण की तरफ बढ़ाया और आँख मार दी.
"आर यू शुवर?"
"आइ लव यू भाई. और मैं चाहती हूँ कि आपके पास हमेशा ऐसा कुछ रहे जो आपको मेरी याद दिलाता रहे. और जब आप क्लास मे उन बाकी सब होर्स के साथ हो तो आप मुझे इन तस्वीरों मे देख सकते हो. ये आपको हमेशा याद दिलाएगा कि घर पर मैं आपका इंतजार कर रही हूँ."
अरुण ने हंसते हुए कॅमरा को अपने चेहरे तक लाया तो सोनिया ने अपना हाथ अपने चूतड़ पर रख लिया और घुटने को मोड़ कर सेक्सी सा पोज़ देने लगी. अरुण ने एक क्लिक ली फिर दूसरी के लिए सोनिया और थोड़ा शिफ्ट हो गयी, फिर अपनी उंगली को काटते हुए, अपने होठों पर जीभ फिराते हुए, नाइटी खोलते हुए, हर पोज़िशन मे सेक्सी सी स्माइल.
"दिस ईज़ गुड, मॅन."
सोनिया मूडी और अपने चूतड़ को उसकी तरफ करके हिलाने लगी जब तक अरुण और पिक्चर्स खिचता रहा. उसकी जी स्ट्रिंक पैंटी से चिकने चूतड़ फ्लश की रोशनी मे दूधिया हो गये थे, जिन्हे देखकर अरुण का लंड खड़ा होकर उसे परेशान करने लगा.
सोनिया अपना एक हाथ पैर को सहलाते हुए अपनी गान्ड तक ले गयी फिर अपनी उंगली को पैंटी के उपर से ही चूत पर सहलाने लगी, लगातार फोटो खिचने की आवाज़ आती रही. फिर वो सामने बेड पर बैठ गयी और अपनी टाँगें आगे की तरफ खोल दी, और अब तक के सबसे सेक्सी लुक के साथ मूह मे उंगली रख के चूसने लगी.
"ओह गॉड,"
अरुण ने कॅमरा नीचे करके अपने लंड को ठीक किया फिर दोबारा कॅमरा उठाकर और क्लिक करने लगा.
सोनिया इधर उधर होकर, उसके लंड को झटके पर झटके देती रही. अरुण के लंड मे अब थोड़ा दर्द भी होने लगा था. वो दूसरी तस्वीर खिच रहा था तो सोनिया हँसने लगी.
अरुण ने कॅमरा नीचे करके पूछा.."व्हाट?"
उसने बस अपना सिर हिला दिया और उंगली को नीचे ले जाकर पैंटी को एक साइड मे कर दिया, अरुण ने देर ना करते हुए तुरंत ही एक पिक्चर ले ली फिर वो आँखें बंद करके अपनी चूत को रगड़ने लगी. अरुण आगे झुककर उसके दूधों से लेकर नीचे तक की क्लोसप पिक्स लेने लगा.
सोनिया ने अपनी फिंगर्स को चूत से हटाकर मूह मे रख के चूस लिया और अरुण के लंड की ओर देखकर हँसने लगी.
"नाउ, कम हियर," उसने कहा तो अरुण ने जल्दी से कॅमरा साइड टेबल पर रख के कपड़े उतारने लगा.
अरुण की जल्दबाज़ी देख कर सोनिया भी हंसकर अपनी पॅंटीस को उतारने लगी.
"अब यहाँ बेड पर लेट जाओ, लवर बॉय," जैसे ही अरुण के पूरे कपड़े उतरे उसने आदेश दिया.
अरुण जल्दी से कूदकर लेट गया, सोनिया ने साइड से कॅमरा उठाकर उसके पास फेक दिया,"और फोटो खिचना रोकने को किसने कहा?"
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